सत्यापन और बैठकों के इंतजार में भटकती हैं दुखियारियां
Prayagraj News - प्रयागराज में परिवारिक पेंशन योजना के लिए 1568 महिलाओं की पेंशन रुकी हुई है। दस्तावेजों के सत्यापन में अत्यधिक समय लगने के कारण महिलाएं दर-दर भटक रही हैं। फूलपुर तहसील की बिंदो देवी का कहना है कि उनके...

प्रयागराज। पारिवारिक पेंशन योजना के लिए दुखियारियों के भटकने का बड़ा कारण प्रशासनिक अनदेखी है। काम करने में लापरवाही की आदत की वजह से ही इन्हें दर-ब-दर भटकना पड़ता है। जिले में जिन 1568 महिलाओं की पारिवारिक पेंशन रुकी है, वित्तीय वर्ष के आखिरी महीने में आवेदन नहीं, बल्कि अधिकांश ने 2023 में ही आवेदन कर दिया था। लेकिन इनके दस्तावेजों के सत्यापन में बहुत अधिक वक्त लगता है। यही कारण है कि विभाग इन्हें टालता रहता है और साल-दर-साल महिलाओं की समस्या बढ़ती जाती है। फूलपुर तहसील की बिंदो देवी ने बताया कि उनके पति की मौत दिसंबर 2022 में हुई थी।
पति की मौत के एक वर्ष के भीतर परिवारिक पेंशन योजना के लिए आवेदन करना होता है, इस बीच उन्होंने सभी दस्तावेज तैयार कराए, लेकिन पेंशन आज तक नहीं आई। पहले कागज न आने की बात कही गई। फिर फाइल की जानकारी नहीं थी तो फिर बताया गया कि सत्यापन होगा तभी फाइल आएगी और बाद में बैठक हो जाए तो फाइल आगे बढ़े। कुल मिलाकर 10 बहाने और समस्या का हल नहीं। यह है कारण सबसे अधिक समय सत्यापन में लगता है। फाइल जब आगे बढ़ती है तो इसका सत्यापन बीडीओ लेखपालों से कराते हैं। एक आवेदन का सत्यापन होने में ही साल गुजर जाता है। इसके बाद जिला स्तर पर बैठक होती ही नहीं है। जैसे पिछले साल तक के 1568 आवेदन केवल बैठक के कारण रुके हैं। डीएम के सामने फाइल गई ही नहीं है। अफसरों का कहना है कि अब फाइल भेजी जा रही है। अगर फाइल समय से भेजी गई होती तो यह बजट पिछले वित्तीय वर्ष में जारी होता। सत्यापन के बाद फाइल तैयार करा ली जाती है। कभी-कभी कुछ आवेदनों को अलग से जांचना पड़ता है। फिर भी यही प्रयास रहता है कि जो आवेदन आए, उसका समय से निस्तारण हो। प्रज्ञा पांडेय, जिला समाज कल्याण अधिकारी
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