पहले बंद किया नेहरू पार्क, अब हनुमान मंदिर कॉरिडोर का काम रोका
Prayagraj News - प्रयागराज में सेना ने संगम क्षेत्र के हनुमान मंदिर कॉरिडोर का काम रोक दिया है क्योंकि जमीन के बदले समान कीमत की भूमि नहीं मिल रही है। कुम्भ मेला अधिकारी और पीडीए के अधिकारी इस मुद्दे को सुलझाने के लिए...
प्रयागराज। जमीन के बदले बराबर कीमत की भूमि नहीं मिलने पर सेना ने संगम क्षेत्र हनुमान मंदिर कॉरिडोर का काम बंद करा दिया। कॉरिडोर का काम बंद होने के बाद मेला कार्यालय और प्रयागराज विकास प्राधिकरण में खलबली मच गई है। कुम्भ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद सेना को जमीन देने के लिए शासन से वार्ता कर रहे हैं। पीडीए के अफसर कॉरिडोर का काम शुरू कराने के लिए रक्षा संपदा अधिकारी से बातचीत कर रहे हैं। सारी कोशिश के बाद भी गुरुवार को कॉरिडोर का काम शुरू नहीं हो पाया। यह पहली बार नहीं है, जब सेना ने प्रयागराज विकास प्राधिकरण के बड़ी परियोजना का काम रोका है।
साढ़े तीन दशक पहले जमीन के बदले जमीन नहीं देने पर नई छावनी क्षेत्र में भव्य नेहरू पार्क सेना ने हमेशा के लिए बंद करा दिया। उस समय भी प्रयागराज विकास प्राधिकरण (तब इलाहाबाद विकास प्राधिकरण) ने सेना से जमीन लेकर नेहरू पार्क का निर्माण कराया था। समझौते के तहत पार्क के लिए जितनी जमीन ली गई, उतनी कीमत की भूमि सेना को देनी थी। पीडीए एक दशक बाद भी जमीन नही दे पाया तो सेना ने पार्क में लोगों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी। पार्क वीरान हो गया। पार्क में टॉय ट्रेन सहित मनोरंजन के सभी उपकरण नष्ट या चोरी हो गए। महाकुम्भ के पहले पीडीए ने मंदिर कॉरिडोर का काम शुरू किया तभी सेना ने जमीन का मामला सुलझाने का आग्रह किया। जमीन के बदले जमीन नहीं मिलने के पूर्व सेना कॉरिडोर का काम शुरू कराने के पक्ष में नहीं थी। महाकुम्भ में कॉरिडोर का काम रोक दिया गया। महाकुम्भ समापन के बाद दोबारा कॉरिडोर का काम शुरू हुआ तो सेना की नजर पड़ी। रक्षा संपदा अधिकारी एके मिश्रा ने बताया कि मामला जल्द सुलझा लिया जाएगा। समान कीमत की जमीन के फेर में पहले भी रोके गए काम -बेगम बाजार आरओबी का निर्माण सात साल तक रोकना पड़ा। -सलोरी आरओबी का निर्माण सेना ने बीच में रोकवा दिया। -चौफटका आरओबी का काम विलंब से शुरू हो पाया। -कुम्भ-13 में किला के पास नहीं बनने दिया घाट -अर्द्धकुम्भ-07 संगम क्षेत्र में नहीं बन सका स्थायी रैन बसेरा
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