एक साल बाद साइबर ठगी का मुकदमा दर्ज
Prayagraj News - शहर के सिविल लाइंस में एक फर्म से छह लाख रुपये की साइबर ठगी के एक साल बाद मुकदमा दर्ज किया गया। पीड़ित तरुण जग्गी ने आरोप लगाया कि दो लोगों ने खुद को इंडियन आर्मी का बताकर धोखाधड़ी की। न्यायालय के...

शहर के सिविल लाइंस स्थित एक फर्म से तकरीबन छह लाख रुपये की साइबर ठगी होने के एक साल बाद मुकदमा दर्ज किया गया। न्यायालय के आदेश पर साइबर क्राइम थाने में दो आरोपियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। जबकि पीड़ित ने ठगी के बाद ही पुलिस से लिखित शिकायत की थी। स्टेची रोड सिविल लाइंस निवासी तरुण जग्गी की तहरीर के अनुसार मार्च 2024 को कुनाल चौधरी और कुलदीप सिंह नामक व्यक्ति ने फोन करते हुए खुद को इंडियन आर्मी में कार्यरत बताया। दोनों ने तरुण जग्गी की फर्म को एक पर्चेज आर्डर 10 मार्च 2024 ऑटो रिफैक्टो मीटर के लिए जारी करवाते हुए धूमनगंज में डिलीवरी की बात कही।
दोनों आरोपियों ने बताया कि आगे के सरकारी आर्डर के लिए फर्म को आर्मी के पर्चेज डिपार्टमेंट से रजिस्टर्ड होने के लिए छह लाख चार हजार 997 का भुगतान करना होगा। उनके झांसे में आकर तरुण जग्गी ने उनके बताए बैंक खाते में भुगतान कर दिया। जब धोखाधड़ी की जानकारी हुई तो 20 मार्च 2024 को क्राइम ब्रांच से लिखित शिकायत की थी। 23 अप्रैल 2025 को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने साइबर क्राइम को तीन दिन के अंदर मुकदमा दर्ज करने आदेश दिया। इसके बावजूद प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज ही नहीं की गई। इसके बाद 24 मई को न्यायालय की अवहेलना का आदेश जारी होने पर नामजद एफआईआर दर्ज की गई। साइबर थाना प्रभारी राजीव तिवारी ने बताया कि मामले की विवेचना की जा रही है।
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