गर्भवती महिलाओं को नहीं मिल रहा स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा लाभ
Prayagraj News - प्रयागराज में गर्भवती महिलाओं ने स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा लाभ नहीं उठाया है। गोविंद बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान के अध्ययन में पाया गया कि 54% महिलाओं ने स्वास्थ्य सेवाओं का उपयोग नहीं किया। 34%...

प्रयागराज। सरकार की ओर से उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा लाभ गर्भवती महिलाएं नहीं ले रही हैं। यह चौंकाने वाला तथ्य झूंसी स्थित गोविंद बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान के विशेषज्ञों के अध्ययन में सामने आया है। संस्थान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कुणाल केसरी के निर्देशन में पीएचडी छात्रा नम्रता अहिरवार ने प्रयागराज की चार मलिन बस्तियों की 200 गर्भवती महिलाओं पर अध्ययन किया। यह अध्ययन ‘अंडरस्टैंडिंग द फैक्टर ऑफ यूटिलाइजेशन ऑफ मैटरनल हेल्थ केयर सर्विस अमंग वूमेन इन अरबन स्लम ऑफ इलाहाबाद सिटी नामक पुस्तक में प्रकाशित हुआ है। नम्रता ने बताया कि शास्त्रीपुल के पास पुरा पड़ाइन, मिंटो पार्क स्थित धरकार बस्ती, तकिया, परेडग्राउंड मलिन बस्ती में 200 गर्भवती महिलाओं का सर्वे किया गया। इसमें पाया गया कि 54 फीसदी गर्भवती महिलाओं ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ही नहीं लिया है। छह माह में 18.2% गर्भवती महिलाओं ने ही दो से तीन बार अस्पताल जाकर स्वास्थ्य की जांच कराई। 34% गर्भवती महिलाओं ने टेटनस टॉक्सॉइड (टीटी) का इंजेक्शन लगवाया है। जबकि 66 फीसदी ने टीटी का इंजेक्शन नहीं लगवाया। इसमें से 43% का प्रसव अस्पताल में हुआ। जबकि बाकी का घर पर प्रसव कराया गया है। 86 प्रतिशत महिलाओं की नार्मल डिलीवरी हुई। अध्ययन में पाया गया कि प्रयागराज शहर की अधिकांश मलिन बस्तियों में मातृ स्वास्थ्य सेवाओं का ठीक से उपयोग नहीं किया गया।
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