पहले सेमेस्टर में कम अंक मिलने से परेशान था निलेश
Prayagraj News - प्रयागराज के निकेश कुमार रोहिदास ने एमएनआईटी में बीटेक कंप्यूटर साइंस में प्रवेश लिया था। पहले सेमेस्टर में 4.2 सीजीपीए मिलने के बाद वह परेशान रहने लगा। परीक्षा के बाद, वह अपने कमरे में गया और...

प्रयागराज। छत्तीसगढ़ के सेनेरिया जांजगीर निवासी निकेश कुमार रोहिदास ने मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) में पिछले साल बीटेक कंप्यूटर साइंस में प्रवेश लिया था। बीटेक प्रथम सेमेस्टर में उसको 10 में से 4.2 सीजीपीए मिले थे, जो काफी कम है। सीएस विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो पूरक परीक्षा (सप्लीमेंटरी) देकर पढ़ाई में कमजोर बच्चे भी छह सीजीपीए प्राप्त कर लेते है, लेकिन निलेश के प्रथम सेमेस्टर में 4.2 सीजीपीए होने से काफी परेशान रहता था। छात्रों के बीच चर्चा थी कि यह परेशानी कई बार अपने साथियों से भी कही थी। इस पर कुछ छात्रों ने उसे दूसरे क्षेत्र में कॅरियर चुनने का सुझाव भी दिया था।
द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाओं में वह शामिल होने लगा, परीक्षा के बाद सीधे छात्रावास के कमरे में चला जाता था। छात्रों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से गुमसुम रहने लगा था। गुरुवार को परीक्षा का आखिरी दिन था। इसलिए बुधवार शाम निकेश भी घर जाने के लिए कपड़ा पैक किया। गुरुवार सुबह साढ़े नौ से 12 बजे के मध्य परीक्षा थी। हॉस्टल में वह दो अन्य साथियों के साथ रहता था। एक छात्र सुबह नौ बजे से कमरे से परीक्षा देने के लिए निकल गया, दूसरा छात्र तकरीबन 9.20 बजे निकल गया, इस दौरान निकेश भी परीक्षा देने के लिए तैयार हो रहा था। लेकिन वह परीक्षा देने नहीं गया। सुबह साढ़े नौ से 12 बजे के बीच फांसी लगाकर जान दे दी। सहपाठी परीक्षा के बाद कमरे में आए और निकेश ने कमरा नहीं खोला तब हड़कंप मचा और जब दरवाजा तोड़ा गया, तो उसकी सांसे थम चुकी थी।
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