पीली धातु के काले कारोबार में टांडा के कई युवा
Rampur News - टांडा के युवाओं को मुफ्त उमराह यात्रा और मोटी कमाई का लालच देकर सोने की तस्करी में फंसाया जा रहा है। तस्कर उन्हें खाड़ी देशों में भेजते हैं, जहां वे अपने पेट में सोना छिपाकर लाते हैं। हाल में कई...

आना फ्री-जाना फ्री, रहने से लेकर खाना फ्री, सकुशल लौटकर सोना तस्करों के हवाले कर दिया तो 40 से 50 हजार रुपये तक का शुद्ध लाभ...। यही लालच कुछ युवाओं को तस्करी की दलदल में ले गया और ये युवा पीली धातु के काले कारोबार से जुड़ गए हैं। जी हां, सरगना युवाओं को फ्री उमराह यात्रा और मोटी कमाई का झांसा देकर खाड़ी देशों में भेजते हैं। वहां से लौटते समय सोना उनके पेट में छिपाकर भेजा जाता है। खुफिया सूत्रों की मानें तो 2010-11 में चार-पांच लोग ही कभी-कभार दुबई से सोना तस्करी कर लाते थे, उन पर शिकंजा कसा गया तो दो-ढाई साल तस्कर भूमिगत हो गए।
लेकिन, करीब 12 साल से यानी 2012-13 से संख्याबल के साथ सक्रिय हो गए। स्थिति यह हो गई कि सोने की तस्करी के आरोपों में टांडा के कई लोग विदेश के कारागारों में बंद हैं। सऊदी अरब से सोना तस्करी कर लाने के लिए जान जोखिम में डालने से भी गुरेज नहीं कर रहे। वे पेट में सोने के कैप्सूल छुपा रहे हैं, यह मुरादाबाद में गिरफ्तारी और पेट से सोने के कैप्सूल बरामदगी से एक बार फिर साफ हो गया है। आपरेशन के दौरान हो चुकी है मौत बात फरवरी 2025 की है। बताया जाता है कि टांडा के मोहल्ला टांडोला में एक तस्कर के पेट में तेज दर्द हुआ, जिस पर उसे टांडा में एक निजी चिकित्सक को दिखाया गया। डॉक्टर को पेट में कुछ संदिग्ध दिखाई दिया तो उसने ऑपरेशन की सलाह दे दी और ऑपरेशन के दौरान उसकी मौत हो गई। तब उसके पेट में सोना होने की पुष्टि हुई थी। लखनऊ में कस्टम को चकमा देकर हुए थे फरार अप्रैल 2024 में अमौसी एयरपोर्ट लखनऊ में टांडा क्षेत्र के 36 तस्करों को कस्टम विभाग ने पकड़ा था। उनके कब्जे से करीब 3.2 करोड़ रुपये मूल्य की विदेशी सिगरेट बरामद की थी। पूछताछ में खुलासा हुआ कि इनमें से 30 आरोपी पेट में सोना छिपाकर भी लाए हैं। अगले दिन 29 आरोपी कस्टम अधिकारियों को चकमा देकर फरार हो गए थे। जिस पर कस्टम विभाग के सहायक आयुक्त एके सिंह ने सरोजनी नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। ...जब रामपुर-बरेली बार्डर पर लूट लिया था सोना टांडा के तारिक, अजहर, मुकीम, फरहान चारों लोग सोना लेकर टांडा आ रहे थे। बात 2024 की है, जब ये लोग बरेली सीमा से रामपुर की सीमा पर पहुंचे कि मीरगंज में उनके वाहन को निशाना बनाकर लुटेरों ने हमला कर दिया और उनके पास से पूरा सोना लूट लिया था। तब मुठभेड़ के बाद पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में पूरी तस्करी और लूट की योजना का बरेली पुलिस ने खुलासा किया था। तस्करी के चलते संदेह के घेरे में ये मुहल्ले टांडा के हाजीपुरा, भब्बलपुरी, पुराना बाजार, यूसुफ (चौक) आदि करीब आधा दर्जन मुहल्ले तस्करी के चलते संदेह के घेरे में हैं। गुटखा, सिगरेट की तस्करी से लेकर जासूसी तक के दाग कुछ युवाओं की काली करतूत के कारण टांडा पर कई बदनुमा दाग लगे हैं। अभी तक गुटखा, सिगरेट और सोने की तस्करी का दाग था, कुछ दिन पूर्व करीब डेढ़ करोड़ की करेंसी पकड़ी गई, इससे पहले पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी के आरोप में एक गिरफ्तारी हो चुकी है। चंद रोज पहले ही यूपी एटीएस ने यहां के शहजाद को गिरफ्तार किया था।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।