टैरिफ से मिली राहत, अब उछाल भरेगा मैंथा उद्योग
Rampur News - ट्रंप द्वारा तीन माह के लिए टैरिफ होल्ड किए जाने से रामपुर का मैंथा उद्योग खुश है। निर्यातकों को उम्मीद है कि यह निर्णय उनके कारोबार को फिर से उछाल देगा। पिछले चार-पांच वर्षों में मेंथा कारोबार मंदी...

ट्रंप के टैरिफ तीन माह के लिए होल्ड होने से मैंथा उद्यमी गदगद हैं। उनका मानना है कि अब बेपटरी हुआ मैंथा कारोबार एक बार फिर उछाल भरेगा और जो भी आर्डर हैं, वे इस समयावधि में पूरे हो सकेंगे। रामपुर मैंथा निर्यात के लिए उत्तर प्रदेश में नंबर-वन है। लेकिन, बीते चार-पांच साल से यह कारोबार पिछड़ता जा रहा है। सिंथेटिक मैंथॉल से यूपी का नेचुरल मैंथा कारोबार मंदी के दौर से गुजर रहा है। संकट के ऐसे बादल इस कारोबार पर छाए हुए हैं कि औद्योगिक इकाइयां बंदी की स्थिति में आ गई हैं। चंद रोज पहले अमेरिका द्वारा भारत पर 26% टैरिफ लगाने से रामपुर के प्रमुख मेंथा, मिंट इंडस्ट्री की चुनौतियाँ बढ़ गईं थीं। ऐसे में पहले से ही संकट के दौर से जूझ रहे कारोबार को और चोट पहुंचना लाजमी था। इससे निर्यातकों की चिंता बढ़ी हुई थी लेकिन, अब यह टैरिफ तीन माह के लिए होल्ड हो गया है। जिससे मैंथा कारोबार को फिर से उछाल की आस है।
अमेरिका समेत तमाम देशों में होता है निर्यात
अमेरिका में रामपुर के मेंथॉल की खासी डिमांड है। लॉकडाउन के दौरान रामपुर से 100 करोड़ से ज्यादा का मेंथॉल अमेरिका को निर्यात हुआ था। जबकि इटली, ब्राजील, स्विटजरलैंड, फ्रांस और जर्मनी को भी करीब ढाई सौ करोड़ का निर्यात हुआ है। इसके अलावा चीन, ब्रिटेन, स्पेन, बेल्जियम, नार्वे, स्वीडन, कनाडा, मैक्सिको, अर्जेंटीना, इंडोनेसिया, जापान, चीन, फिलीपींस, कोरिया, ताइबान आदि देशों के लिए भी यहां से मैंथा निर्यात किया जाता है।
फैक्ट फाइल
-मैंथा की 08 एक्सपोर्ट यूनिट हैं रामपुर में।
-यूरोप समेत दुनिया के 30-35 देशों तक कारोबार।
-घरेलू बाजार में करीब चार सौ करोड़ का कारोबार।
-रामपुर से करीब एक हजार करोड़ सालाना एक्सपोर्ट।
बोले निर्यातक एवं उद्यमी
अमेरिका ने जो टैरिफ भारत लगाए थे वे तीन महीने के लिए रोक दिए हैं। इससे रामपुर के उद्योगों ने राहत की सांस ली है। खासकर ओडीओपी में शामिल रामपुर का मुख्य मैंथा उद्योग उछाल भरेगा।
-श्रीष गुप्ता, चेयरमैन आईआईए
पहले ही भारत से अमेरिका माल भेजने का भाड़ा अधिक पड़ता था। प्राकृतिक मेंथा लागत अधिक आने के कारण महंगा पड़ता था। टैरिफ लगाए जाने से और महंगाई बढ़ती, जिससे कारोबार प्रभावित होता, फिलहाल तीन माह के लिए राहत हो गई।
-अमृत कपूर, चेयरमैन मैंथॉल एसोसिएशन एवं निर्यातक
यह सराहनीय निर्णय लिया गया है। तीन माह का वक्त काफी होता है। इस दौरान सारे पुराने आर्डर पूरे हो जाएंगे, उनकी सप्लाई हो चुकेगी। साथ ही टैरिफ के चलते हो व्यापार होल्ड हो रहा था वह दोबारा पटरी पर आ जायेगा।
-विपिन गुप्ता, निर्यातक एवं पूर्व चेयरमैन, आईआईए
भारत सरकार अपने देश के हितों की वार्ता अमरीकन सरकार से करने वाली है। भारत से मैत्रीपूर्ण संबंधों को देखते हुए ऐसी आशा की जा रही है कि भारत अपना मुद्दा सुलझा लेगा, क्योंकि भारत सरकार विदेश व्यापार के हितों को प्राथमिकता दे रही है।
-एसके गुप्ता, एक्सपोर्टर, पूर्व अध्यक्ष आईआईए
यह हम लोगों के लिए यह अच्छी खबर है कि अमेरिका ने जा टैरिफ लगाए थे, उन्हें तीन माह के लिए रोक दिया है। इससे रामपुर के उद्यमियों, खासकर मैंथा उद्योग से जुड़े निर्यातकों ने राहत की सांस ली है।
-अरविंद नंदा, मैंथा उद्यमी
चायना पर 125% टैरिफ लगने से भारत को इसका लाभ मिल सकता है क्योंकि सिंथेटिक मेंथोल का अधिकतर निर्यात चायना से ही होता है और भारत के नेचुरल मैंथॉल कारोबार को सिंथेटिक मैंथॉल नुकसान पहुंचा रहा है।
-रमेश अग्रवाल, एक्सपोर्टर
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