राणा सांगा की जन्म जयंती पर करणी सेना का फिर आगरा आने का ऐलान, 12 को देशभर से जुटेंगे क्षत्रिय
राणा सांगा पर टिप्पणी को लेकर रामजी लाल सुमन के आवास पर पहुंचकर धावा बोलने वली करणी सेना एक बार फिर आगरा आ रही है। 12 अप्रैल को राणा सांगा की जन्म जयंती पर 'रक्त स्वाभिमान सम्मेलन' का ऐलान किया गया है।

समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन के राणा सांगा पर दिए गए बयान को लेकर करणी सेना ने एक बार फिर आगरा आने की घोषणा की है। 12 अप्रैल को कुबेरपुर के गढ़ी रामी मैदान पर राणा सांगा की जन्म जयंती मनाई जाएगी। क्षत्रिय करणी सेना के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर यह बात कही। हालांकि हिन्दुस्तान वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता। राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने राणा सांगा पर बयान दिया था। इस पर क्षत्रिय समाज में भारी आक्रोश फैल गया। करणी सेना ने सोशल मीडिया पर धमकियां देना शुरू कर दिया।
करणी सेना के समर्थकों ने 26 मार्च को सांसद सुमन के आवास पर हल्ला बोल दिया। आवास पर पत्थरबाजी की गई, गाड़ियां और कुर्सियां तोड़ी गईं। इस हमले के दौरान पुलिसकर्मी, करणी सेना के कार्यकर्ता और सपाई भी घायल हुए थे। पुलिस ने दर्जनभर से ज्यादा करणी सेना के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था। उनकी गाड़ियां भी जब्त की थीं। बाद में सभी को छोड़ दिया गया। इस प्रकरण में तीन एफआईआर दर्ज हुई हैं।
सोशल मीडिया पर क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना, युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने 12 अप्रैल को दोबारा आगरा आने और राणा सांगा की जयंती मनाने का ऐलान किया था। मंगलवार को ओकेंद्र राणा ने एक और वीडियो में 'रक्त स्वाभिमान सम्मेलन' का नाम दिया गया। क्षत्रियों के तमाम संगठनों ने यहां आने की पुष्टि भी की है।
सोच-समझकर चुना है गढ़ी रामी
यमुना एक्सप्रेस-वे से एकदम सटा हुआ गांव है गढ़ी रामी। यहां खुला और बड़ा मैदान है। इसके अलावा यह ठाकुरों का गढ़ है। यहां 12 गांव सिकरवारों के हैं। ठाकुरों की बाईसी भी यहीं हैं। यानी आसपास भी ठाकुरों के 22 गांव हैं। एक्सप्रेस-वे होकर यहां तक आना आसान होगा। माना जा रहा है कि कई गावों का समर्थन भी मिल सकता है। 26 मार्च को भी करणी सेना ने आगरा की ओर बढ़ने की शुरुआत यहीं से की थी। टोल पर जुटकर सांसद आवास की ओर चले थे।
सुमन को धमकी, पुलिस को चुनौती
ताजा वीडियो में सांसद रामजीलाल सुमन के लिए तमाम अपशब्द कहे गए हैं। उन्हें चेतावनी दी गई है कि माफी तो हर हाल में मांगनी ही पड़ेगी, अन्यथा की स्थिति में बहुत बुरा हाल करने वाले हैं। आशंका है कि अधिक भीड़ जुटने की स्थिति में यह लोग दोबारा आगरा की ओर कूच कर सकते हैं। पिछली बार कुछ सैकड़ा लोगों को पुलिस 14 किलोमीटर तक रोक नहीं पाई थी। यदि भीड़ ज्यादा जुटती है तो यह पुलिस के लिए चुनौती बन होगी।