फौजी का हत्यारा निकला चचेरा भाई
Saharanpur News - सहारनपुर के गांव मुंडीखेड़ी में फौजी विक्रांत की हत्या उसके चचेरे भाई सूरज ने की थी। विक्रांत हत्या के एक मामले का मुख्य गवाह था, जिसमें सूरज के भाई की हत्या हुई थी। सूरज, अपने दो साथियों के साथ मिलकर...

सहारनपुर। कोतवाली रामपुर मनिहारान क्षेत्र के गांव मुंडीखेड़ी में फौजी विक्रांत की गोली मारकर हत्या उसके चचेरे भाई सूरज ने अपने एक रिश्तेदार व एक दोस्त के साथ मिलकर की थी। इस सनसनीखेज मामले में परिजनों ने हत्या की रंजिश में गांव के ही एक व्यक्ति को नामजद कराया था, जबकि जांच में सामने आया कि नामजद आरोपी ने हत्या नहीं की है। वारदात में शामिल रहे एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी सूरज फौजी सहित दो फरार हैं। आरोपी के पास से हथियार बरामद हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, विक्रांत की वजह से सूरज फौजी के भाई रजत की हत्या हुई थी। इसी के चलते सूरज फौजी ने विक्रांत फौजी को गोली मारकर मौत के घाट उतारा था। फरार आरोपियों गिरफ्तारी को पुलिस दबिश दे रही है।
एसपी सिटी व्योम बिंदल ने पत्रकारों से वार्ता में बताया कि 10 अप्रैल गांव मुंडीखेड़ी में भारतीय सेना में तैनात फौजी विक्रांत पंवार का शव गांव में ही चकरोड के पास पड़ा मिला था। गांव में ही रहने वाले मृतक के चाचा विनोद कुमार ने गांव के ही देवेंद्र के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। क्योंकि, देवेंद्र पक्ष का झगड़ा 2020 में विक्रांत पक्ष से हुआ था, जिसमें विक्रांत के चचेरे भाई रजत की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी थी। विनोद ने आरोप लगाया था कि इसी रंजिश के चलते देवेंद्र ने विक्रांत की हत्या कर दी है। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू की। नामजद आरोपी सहित पांच लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामले में नया मोड़ आ गया।
एसपी सिटी ने बताया कि विक्रांत पंवार की रिश्तेदारी में किसी का निधन हो गया था। इसलिए विक्रांत छुट्टी पर आया था। वह रजत की हत्या में मुख्य गवाह भी था। विक्रांत का चचेरा भाई सूरज उर्फ भूरा पुत्र राजपाल भी सेना में फौजी है, जो जम्मू-कश्मीर में तैनात है। वह भी छुट्टी लेकर गांव आया था। पूर्व में रजत की हत्या हुई थी। फौजी सूरज, रजत का सगा भाई था और रजत की हत्या का दोषी विक्रांत को मानता था और उससे मन ही मन में रंजिश रखता था। इसी के चलते उसने विक्रांत की हत्या का प्लान बनाया था। शराब पीने के बहाने से सूरज, अपने रिश्तेदार अंकुश पुत्र विजयपाल निवासी गांव मुंडीखेड़ी और विशाल पुत्र ओम प्रकाश निवासी रागड़ माजरा थाना छछरौली जनपद यमुनानगर के साथ खेत पर ले गया, जहां पर पहले शराब पी और फिर इसके पश्चात तमंचे से गोलियां मारकर विक्रांत की हत्या कर दी। आरोपी वारदात के बाद गांव में आ गए और हत्या की रंजिश में देवेंद्र पर विक्रांत की हत्या करने का आरोप लगा दिया। पुलिस गहनता से जांच मामले का खुलासा कर दिया। फंसने के डर से मौका देखकर सूरज और विशाल फरार हो गए। इनमे से पुलिस ने अंकुश को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि सूरज फौजी और विशाल अभी फरार चल रहे हैं। अंकुश ने विक्रांत को एक गोली मारना स्वीकार किया है, जबकि दो गोली सूरज फौजी ने मारी थी। विशाल हत्या में शामिल रहा। आरोपी के पास एक तमंचा और कारतूस बरामद हुए हैं।
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देवेंद्र से बढ़ती विक्रांत फौजी की नजदीकियां बनी हत्या की वजह
फौजी विक्रांत पंवार का देवेंद्र पक्ष से 2020 में हुए विवाद में सूरज के सगे भाई रजत की हत्या हुई थी। मामले में विक्रांत मुख्य गवाह था, लेकिन कुछ समय उसकी देवेंद्र से नजदीकियां बढ़ रही थी। इसी को लेकर सूरज फौजी आक्रोशित था। वह भाई की हत्या का दोषी को विक्रांत को मानता था, लेकिन देवेंद्र से नजदीकियां बढ़ने पर उससे रंजिश रखने लगा। तभी से उसने ठान लिया था कि विक्रांत की हत्या कर देगा।
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दोनों जम्मू-कश्मीर में थे तैनात
विक्रांत पंवार को 315 बोर तमंचे से तीन गोलियां मारी गई थी, दो गोलियां उसकी छाती में लगी थी और एक खाल में फंस गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यह खुलासा हुआ है। विक्रांत सेना में फौजी था, जो इन दिनों जम्मू-कश्मीर में तैनात था, जबकि सूरज भी फौजी है, वह भी जम्मू-कश्मीर में तैनात है।
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फरार आरोपियों गिरफ्तारी लगी तीन टीमें, हटेगा देवेंद्र का नाम
एसपी सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि वारदात के संबंध में सेना के उच्चाधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है। वहीं, फरार दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी को पुलिस की तीन टीमें दबिश दे रही हैं। घटना में अभी तक देवेंद्र की भूमिका स्पष्ट तौर से सामने नहीं आ सकी है, जांच जारी है।
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