रिश्वत लेते सीएमओ कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक गिरफ्तार
Saharanpur News - सहारनपुर में एंटी करप्शन संगठन ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में कार्यरत एक वरिष्ठ सहायक को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। आरोपी ने मृतक आश्रित कोटे से नौकरी दिलाने के लिए...

सहारनपुर भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन) की टीम ने 10 हजार रिश्वत लेते मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मृतक आश्रित कोटे से नौकरी की पत्रावाली पूरी करने की एवज में 50 हजार रुपये की मांग कर रहा था। मामले की शिकायत थाना गागलहेड़ी के गांव तिवाया निवासी मनोज कुमार ने एंटी करप्शन थाने में की, जिसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। देहात कोतवाली क्षेत्र के बेहट रोड निवासी शशिबाला स्वास्थ्य विभाग में एएनएम के पद कार्यरत थी, जिनकी चार वर्ष पूर्व कोरोना में मौत हो गई थी।
शशिबाला की दो बेटी है। उनकी मौत के बाद उसकी बेटी को मृतक आश्रित में नौकरी मिलनी थी। आरोप है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक राकेश कुमार चार वर्ष से नौकरी के लिए उनके दस्तावेजों को पूरा नहीं कर रहा था। पीड़ित को बार-बार कार्यालय के चक्कर कटवाकर परेशान कर रहा था। आरोपी वरिष्ठ सहायक फाइल पूरी करने की एवज में 50 हजार रुपये की मांग कर रहा था। कई बार उसे रुपये भी दिए गए। उसके बाद भी पीड़ित का काम नहीं किया। इससे परेशान आकर शशिबाला के दामाद नवादा निवासी मनोज कुमार ने एंटी करप्शन थाने में पहुंचकर शिकायत की। एंटी करप्शन की टीम ने वरिष्ठ सहायक को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और स्वास्थ्य विभाग में पहुंची। शुक्रवार को पीड़ित से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते वरिष्ठ सहायक राकेश कुमार को एंटी करप्शन टीम ने रंगेहाथ पकड़ लिया, जिसे लेकर टीम कोतवाली सदर बाजार पहुंची और और मुकदमा दर्ज किया। राकेश कुमार मूलरूप से जनपद बरेली के इज्जत नगर का रहने वाला है। सूत्र बताते हैं कि आरोपी को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही शासन को भी रिपोर्ट भेजी जा रही है। ----- सरकारी दफ्तरों में हावी भ्रष्टाचार सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। सरकारी कार्यालय के अलावा पुलिस महकमा भी इससे नहीं बचा है, जबकि सरकार भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर है। एक वर्ष में 20 से अधिक मामले पकड़े जा चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी भ्रष्टाचार नहीं रूक रहा है। एंटी करप्शन की टीम सरकारी कार्यालयों के कर्मचारियों और अधिकारियों को रंगेहाथ पकड़ चुकी है। इनके खिलाफ मुकदमें भी दर्ज हैं, लेकिन अभी शासन स्तर से कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है। ---- शिकायत करने से डरते हैं लोग सहारनपुर। कई बार देखा जाता है कि सरकारी कार्यालयों में काम कराने को लेकर नागिरक को सरकारी कर्मचारियों और अधिकारी परेशान करते हैं। ज्यादातर मामलों में लोग रुपये देकर काम करा लेते हैं, लेकिन एंटी करप्शन थाने में शिकायत करने से डरते हैं। इसको लेकर एंटी करप्शन थाने की ओर से पूर्व में हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया था। सहारनपुर में एंटी करप्शन थाना बनने के बाद लोगों को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ शिकायत करने को जागरूक भी किया था। विभाग भी मानता है कि कई मामलों में नागरिक शिकायत करते हुए डरते हैं। ----- वर्जन:- बरेली का रहने वाला है वरिष्ठ सहायक वरिष्ठ सहायक रंगेहाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। आरोपी मूलरूप से जनपद बरेली के इज्जत नगर का रहने वाला है। पांच नवंबर 1999 में वरिष्ठ सहायक की नियुक्ति हुई थी। 2021 में वरिष्ठ सहायक सहारनपुर तैनाती हुई थी। आरोपी के खिलाफ कोतवाली सदर बाजार में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। -जसपाल सिंह, प्रभारी एंटी करप्शन थाना
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