Trump s Tariffs Threaten Indian Exports and Jobs in Saharanpur बोले सहारनपुर: ट्रंप के टैरिफ से सहमा वुडकार्विंग उद्योग, Saharanpur Hindi News - Hindustan
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बोले सहारनपुर: ट्रंप के टैरिफ से सहमा वुडकार्विंग उद्योग

Saharanpur News - अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के टैरिफ की घोषणा से सहारनपुर के छोटे-बड़े उद्योग संकट में हैं। वुडकार्विंग और हौजरी उद्योगों पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है, जिससे उत्पादन और निर्यात में कमी आ रही है।...

Newswrap हिन्दुस्तान, सहारनपुरSun, 6 April 2025 06:33 PM
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बोले सहारनपुर: ट्रंप के टैरिफ से सहमा वुडकार्विंग उद्योग

अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के टैरिफ घोषणा के बाद से निर्यातक और उद्यमी परेशान हैं। सहारनपुर में बड़ी संख्या में वुडकार्विंग, हौजरी, जूता, हार्डवेयर के उद्योग हैं। जिले में दस हजार छोटे-बड़े उद्योग हैं और इनमें से एक लाख से अधिक कर्मचारी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं। इनमें सबसे ज्यादा प्रभाव वुडकार्विंग और हौजरी उद्योग पर पड़ेगा। निर्यात घटने के साथ ही उत्पादन में भी भारी कमी आएगी। जिले में वार्षिक करीब 1500 हजार करोड़ से अधिक कारोबार होता है, लेकिन ट्रंप के टैरिफ से उद्यमियों और कर्मचारियों के कारोबार पर संकट के बादल छा गए हैं। उद्यमी ट्रंप के ट्रैरिफ का विरोध भी कर रहे हैं। इसके साथ ही केंद्र सरकार से मामले में हस्ताक्षेप की मांग कर रहे हैं।

दरअसल, अमेरिका ने कई उत्पादकों पर शुल्क बढ़ाया है। इसका असर सहारनपुर के हौजरी, वुडकार्विंग, आटो पार्ट्स, नलके बनाने, घरों में पूजन और माता की चुनरी, खिलौने बनाने वाले उद्योगों पर बुरा असर पड़ेगा। उद्यमी चाहते हैं कि केंद्र सरकार इस ओर ध्यान देकर उद्यमियों और कर्मचारियों की परेशानी को देखते हुए टैरिफ का शुल्क कम कराया जाए। आयात और निर्यात पर शुल्क बढ़ाकर अमेरिका ने अपने देश के कारोबार मजबूती देने का काम कर रहा है। टैरिफ से भारत से जाने वाले उत्पादकों के रेट बढ़ जाएंगे। इससे वहां के बॉयर माल कम लेंगे। भारत पर चीन से कम टैरिफ है। ऐसे में हल्की राहत तो उद्यमियों को मिली है, लेकिन फिर भी परेशानी बढ़ी है। उद्यमी कहते हैं कि भारत सरकार को इस समस्या का हल निकालना चाहिए। टैरिफ से कुछ उद्योगों पर असर नहीं पड़े, लेकिन अगर मंदी आती है तो इसका व्यापक असर पड़ेगा। उद्यमियों को उम्मीद है कि केंद्र की मोदी सरकार इसका हल निकालेगी। ट्रैरिफ का सीधा हर तरह छोटे-बड़े उद्योगों पर पड़ेगा। अब क्वालिटी आधारित मामल की डिमांड होगी। ऑर्डर घटेंगे तो उत्पादन में भी गिरावट आएगी।

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घाटे में जाएंगे उद्योग, बढ़ेगी बेरोजगारी

टैरिफ की वजह से भारतीय उत्पादों के ऊपर शुल्क बढ़ने से भारतीय उत्पादन पर भारी कमी आएगी। व्यापार पूरी तरह प्रभावित होगी। उद्यमी में देश के उत्पादकों को भारी नुकसान होगा। उद्यमी केएल अरोड़ा का कहना है कि जो लघु उद्यमी उत्पादों को अमेरिका में ही भेजते हैं। उनका उद्योग चल पाना कठिन हो जाएगा। इससे बड़ी संख्या में कर्मचारी और कारिगर बेरोजगार हो जाएंगे। ट्रैरिफ को शुल्क का उद्यमी विरोध करते हैं। सरकार को इसका हल निकालना चाहिए। अगर ऐसा न हुआ तो सहारनपुर के अलावा प्रदेश और देश के छोटे उद्योग बंद हो जाएंगे। ऐसे उद्यमियों के सामने इस टैरिफ से व्यापार का सकंट बढ़ जाएगा।

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निकालना चाहिए हल

उद्यमी मांग करते हैं केंद्र सरकार को इसका हल निकालना चाहिए। उद्यमियों और उनके यहां काम करने वाले कर्मचारियों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है। ऐसे में छोटे उद्योग तो बंद ही जाएंगे, लेकिन बड़े उद्योगों पर जल्द संकट के बादल देखने को मिलेंगे। उद्यमियों का कहना है कि केंद्र सरकार को इस ध्यान देना चाहिए। क्योंकि, टैरिफ की वजह से बेरोजगारी ही बढ़ेगी। उद्यमियों और कर्मचारियों के लिए यह ट्रैरिफ नुकसानदायक ही साबित होगा।

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समस्याएं

- एक तरफ उद्यमी ट्रैरिफ की मार झेलेंगे, दूसरी तरफ जीएसटी से व्यापार प्रभावित होगा

- सरकार को उद्यमियों को विभिन्न योजनाओं का लाभ नहीं मिलना चाहिए।

- छोटे-बड़े उद्योग स्थापित करने के लिए सरकार की ओर आर्थिक सहायता नहीं मिलती है।

- उद्यमियों के यहां नौकरी करने वालों को भी विभिन्न योजनाओं लाभ नहीं मिल रहा।

- केंद्र सरकार ने ट्रैरिफ का हल नहीं निकाला तो धीरे-धीरे उद्योग बंद हो जाएंगे।

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सुझाव

- केंद्र सरकार भारत में टैरिफ शुल्क को घटवाए ।

- उद्यमियों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिले।

- टैरिफ लागू होता है तो जीएसटी की दरें कम होनी चाहिएं।

- इसी तरह अन्य टैक्स में भी सरकार छूट दिलाए।

- कर्मचारियों के हितों को भी ध्यान में रखा जाए।

हमारी सुनों

टैरिफ की वजह से हमारे उत्पादों की लागत बढ़ गई है, जिससे अमेरिका में हमारी बिक्री प्रभावित हो रही है। यदि सरकार इस पर ध्यान नहीं देती तो छोटे उद्योगों के लिए यह एक बड़ा संकट होगा। -राजेश सापरा

हमारे उद्योगों में काम करने वाले मजदूरों की रोजी-रोटी खतरे में है। सरकार को टैरिफ के प्रभाव को कम करने के लिए कोई ठोस कदम उठाना चाहिए, ताकि बेरोजगारी का संकट न बढ़े। -सरदार हरजीत सिंह

हमारे उत्पाद पहले से ही वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा कर रहे थे, अब टैरिफ शुल्क बढ़ने से स्थिति और जटिल हो गई है। सरकार को इस मुद्दे को प्राथमिकता देनी चाहिए। -ऋषभ अग्रवाल

हमारी चिंता सिर्फ टैरिफ से नहीं है, बल्कि जीएसटी और अन्य करों की दरों से भी है। सरकार को इन करों में छूट देनी चाहिए ताकि हम अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता बनाए रख सकें। -अनुज कुमार जैन

वर्तमान में हमारे उद्योगों में मंदी का सामना करना पड़ रहा है। अगर यह स्थिति ऐसे ही जारी रही, तो हम कर्मचारियों को वेतन देने में भी सक्षम नहीं होंगे। केंद्र सरकार को इसके बारे में सोचना चाहिए। -गौरव चोपड़ा

अमेरिका के टैरिफ ने हमारे व्यापार को मुश्किल बना दिया है। हम उम्मीद करते हैं कि सरकार इस पर विचार करके हमारे उत्पादों को राहत देगी, ताकि हम फिर से बाजार में अपनी स्थिति सुधार सकें। -अनूप खन्ना

जब से ट्रंप ने टैरिफ बढ़ाया है, हमारे उत्पादों की मांग में गिरावट आने की संभावना बढ़ गई है। हम चाहते हैं कि सरकार हमें किसी तरह का राहत पैकेज दे ताकि हमारी उत्पादन प्रक्रिया चलती रहे। -रामजी सुनेजा

भारत के छोटे उद्यमियों के लिए यह एक बड़ा झटका है। सरकार को इस बात को समझना चाहिए कि हम सभी वर्गों के लिए रोजगार प्रदान करने वाले मुख्य स्रोत हैं। अगर हमें मदद नहीं मिली, तो कई उद्योग बंद हो जाएंगे। -प्रवीण सदाना

हमारा उद्योग काफी समय से विदेशी बाजार पर निर्भर रहा है, लेकिन टैरिफ वृद्धि के बाद हमारी स्थिति बदतर हो जाएगी। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए, ताकि हम फिर से व्यापार में अपनी स्थिति सुधार सकें। -प्रमोद मिगलानी

टैरिफ बढ़ने से उत्पादन की लागत बढ़ जाएगी। अब हमारी समस्याएं और भी गहरी हो गई हैं। सरकार को जल्द से जल्द इस पर कोई समाधान पेश करना चाहिए, ताकि हमारे उद्योग बच सकें। -संजीव अरोड़ा

हमारी रोजी-रोटी अब टैरिफ के कारण खतरे में है। छोटे उद्योग पहले ही संघर्ष कर रहे थे, अब तो और भी मुश्किलें आ गई हैं। सरकार को इस मुद्दे पर संज्ञान लेना चाहिए। -प्रमोद सदाना

हम चाहते हैं कि सरकार हमारे उद्योगों को विशेष सहायता प्रदान करे ताकि हम इस संकट से उबर सकें। अगर हमें राहत नहीं मिली तो हमारा व्यापार ठप हो सकता है। -एस कुमार अरोड़ा

टैरिफ का असर हमारे व्यापार पर बहुत ज्यादा पड़ा है। अब यदि सरकार हमारी मदद नहीं करती, तो हम अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पाएंगे, जिससे बेरोजगारी बढ़ेगी। -अशोक बंसल

हमारे उद्योगों के लिए सरकार की तरफ से कोई सहायता नहीं मिल रही है। यदि यह स्थिति ऐसे ही रही, तो हमें अपने उद्योगों को बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। -अनुज गर्ग

हमारा उद्योग पहले से ही आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहा था, लेकिन अब टैरिफ के कारण स्थिति और भी बिगड़ जाएगी। सरकार को हमें कुछ राहत देनी चाहिए ताकि हम फिर से सामान्य स्थिति में आ सकें। -केएल अरोड़ा

टैरिफ बढ़ने से हमारे उत्पादों की कीमत बढ़ेगी, जिससे हमारे व्यापार में गिरावट आने की संभावना है। सरकार को इस पर शीघ्र समाधान निकालना चाहिए ताकि हमारे उद्योगों को राहत मिल सके। -नवीन सैनी

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