जनेटा दरगाह शरीफ की जांच को पहुंची राजस्व विभाग की टीम, की पैमाइश
Sambhal News - संभल के जनेटा गांव में जनेटा दरगाह शरीफ की जांच शुरू की गई है। तहसीलदार ने दरगाह कमेटी से अभिलेख मांगे और राजस्व विभाग की टीम ने पैमाइश की। दरगाह की भूमि सरकारी होने की पुष्टि हुई है। उर्स का आयोजन...

संभल-चन्दौसी मार्ग स्थित जनेटा गांव के सामने जनेटा दरगाह शरीफ है। शिकायत के बाद तहसीलदार ने दरगाह की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने दरगाह कमेटी से अभिलेख तलब किए थे। इसके बाद मंगलवार को राजस्व विभाग की टीम जनेटा दरगाह शरीफ पहुंची और पैमाइश की। जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी गई है। डीएम के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसी दौरान दरगाह से सटे तालाब की भूमि से कब्जा भी हटवा दिया गया। संभल में शाही जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बाद अब संभल की दरगाह जनेटा शरीफ को लेकर विवाद शुरू हो गया है। जनेटा दरगाह शरीफ की जांच शुरू कर दी है। इस जनेटा दरगाह शरीफ में हर वर्ष उर्स लगता है। यहां स्थानीय लोगों के अलावा अन्य प्रदेशों से भी अकीदमंद पहुंचते हैं, लेकिन इस बार उर्स भी नहीं लगा और इसकी जांच शुरू हो गई है। बता दें कि इसी गांव के जावेद मोहम्मद पुत्र पीर मोहम्मद ने 24 मार्च 2025 को जिलाधिकारी जनेटा दरगाह की शिकायत की और तमाम तरह के आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। इसके बाद डीएम ने मामले में जांच के आदेश दिए। तहसीलदार धीरेंद्र कुमार सिंह 10 अप्रैल को पहली बार दरगाह जनेटा शरीफ पहुंचे थे। वह कमेटी के लोगों से दरगाह संबंधी दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कहकर आए थे। इसके बाद कमेटी ने दस्तावेज उपलब्ध करा दिए। दस्तावेज की जांच कर राजस्व विभाग की टीम मंगलवार को एक बार फिर जनेटा दरगाह शरीफ पहुंची। उसने दरगाह के पास ही सरकारी तालाब की पैमाइश कराई। यह तालाब करीब 100 बीघे में है। इसमें 40 बीघे पर लोगों ने कब्जा कर रखा है। पैमाइश कराकर जेसीबी से तालाब की भूमि को कब्जा मुक्त कराया। जांच के दौरान यह भी बात सामने आई है कि दरगाह सरकारी जमीन पर है। इसके अलावा टीम ने अन्य बिंदुओं पर जांच की। जांच पूरी कर ली गई है। जिलाधिकारी के निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
तहसीलदार ने इन बिंदुओं पर की जांच
- दरगाह सरकारी जमीन पर है अथवा नहीं
- जो स्वयं को मुतवल्ली बता रहे हैं वह मुतवल्ली है अथवा नहीं
- दरगाह कमेटी ने वक्फ की संपत्ति का दुरूपयोग किया है अथवा नहीं
कमेटी को उर्स करना पड़ा था स्थगित
जनेटा दरगाह को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा है। यहां हर साल चार दिवसीय उर्स का आयोजन किया जाता है। जिसमें जनपद के अलावा दूसरे शहरों के दुकानदार रोजगार के लिए आते हैं। इस बार उर्स से ठीक पांच दिन पहले उर्स को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ था, जिसके बाद प्रशासन ने धारा 63 का हवाला देते हुए उर्स लगाने की अनुमति नहीं दी थी और दरगाह कमेटी को उर्स स्थगित करना पड़ा था।
यह अधिकारी व कर्मचारी थे टीम में शामिल
उपजिलाधिकारी निधि पटेल, तहसीलदार धीरेंद्र कुमार सिंह, नायब तहसीलदार ललिता चौधरी, कानूनगो बाबूराम, सुधीर गुप्ता, सुल्तान आलम, क्षेत्रीय लेखपाल आकाश वार्ष्णेय, रजनेश सिंह, संजीव कुमार, प्रदीप चौहान, पुष्पेंद्र कुमार, इंद्रजीत, चंद्रेश वार्ष्णेय, रवींद्र कुमार आदि शामिल रहे।
मंगलवार को जनेटा दरगाह शरीफ जाकर सभी बिंदुओं पर जांच कर ली गई है। जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। इस बारे में जो भी निर्णय लिया जाएगा जिलाधिकारी के द्वारा ही लिया जाएगा। साथ ही दरगाह के पास तालाब को भी कब्जा मुक्त कराया गया है।
- धीरेंद्र कुमार सिंह, तहसीलदार, चन्दौसी
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