मंत्री के समीक्षा अधिकारी से ही अनुभाग अधिकारी ने लिया 20000 घूस, पांच हजार और मांगने पर फंसा
यूपी में मंत्री के समीक्षा अधिकारी से अनुभाग अधिकारी ने 20 हजार घूस ले लिया। इतना ही नहीं, पांच हजार और मांगने लगा। इस पर फंस गया। अनुभाग अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।

यूपी में एक अधिकारी से ही दूसरे अधिकारी ने घूस मांग ले लिया। घूस भी मंत्री के समीक्षा अधिकारी से मांगा। यही नहीं 20 हजार लेने के बाद भी उसका दिल नहीं भरा तो पांच हजार और मांग लिया। यही लालच भारी पड़ गया। मामला बेसिक शिक्षा मंत्री के सहायक समीक्षा अधिकारी जयशंकर यादव से जुड़ा है। उनकी चिकित्सा प्रतिपूर्ति की फाइल चलाने के लिए सचिवालय प्रशासन विभाग के अनुभाग अधिकारी संतोष कुमार उपाध्याय ने 20 हजार रुपये घूस ली। इसके बाद 5000 रुपये अतिरिक्त मांग रहे थे।
बीती दो मई को जयशंकर यादव ने सचिवालय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव के. रविंद्र नायक को एक शिकायती पत्र दिया। पत्र में जयशंकर ने आरोप लगाया था कि संतोष कुमार उपाध्याय उनसे चिकित्सा प्रतिपूर्ति की पत्रावली चलाने के लिए 20 हजार रुपये की घूस ले चुके हैं और इसके बाद पांच हजार रुपये अतिरिक्त मांग रहे हैं। जयशंकर ने रकम की मांग करने की कॉल रिकॉर्डिंग साक्ष्य के तौर पर शिकायती पत्र के साथ में प्रमुख सचिव को उपलब्ध करवाई थी। शिकायती पत्र और साक्ष्यों के आधार पर संतोष कुमार उपाध्याय को निलंबित कर दिया गया।
सचिवालय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव ने बताया कि शासकीय काम के लिए रुपयों की मांग किया जाना गंभीर अनियमितता और कदाशयता की श्रेणी में आता है। उनका यह काम उप्र सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली-1956 के नियम- 3(1) व 3(2) का उल्लंघन है। लिहाजा उन्हें निलंबित करके उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही संस्थित कर दी गई है। संतोष को निलंबन अवधि में अनुभाग-1 के अनुभाग अधिकारी से संबद्ध रखा जाएगा।