फर्जी दस्तावेजों से जमीन हड़पने की साजिश, दो महिलाएं गिरफ्तार
Sambhal News - गौतमबुद्धनगर की देवरानी-जेठानी को पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए जमीन हड़पने की साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया। दोनों महिलाएं नोएडा की रहने वाली हैं और मृतक राधारमन गोविंद की बेटियों के रूप में...

फर्जी दस्तावेजों के जरिए जमीन हड़पने की साजिश रच रहीं गौतमबुद्धनगर की देवरानी-जेठानी को रजपुरा थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़ी गईं महिलाएं नोएडा की रहने वाली हैं। पुलिस का कहना है कि इन महिलाओं का किसी गिरोह में शामिल होने का अंदेशा है। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है। पकड़ी गईं महिलाएं फर्जी दस्तावेज तैयार कर मृतक की बेटियों के नाम पर पेट्रोल पंप की 1060 वर्गमीटर भूमि हड़पने की फिराक में थीं। फिरोजाबाद जिले में छोटा मिर्जा का नंगला, हनुमानगढ़ बाईपास रोड निवासी राधारमन गोविंद ने कस्बा गवां में वर्ष 2004 में पेट्रोल पंप शुरू किया था।
राधारमन की पत्नी अर्चना संत नवोदय विद्यालय में शिक्षिका थीं और दो बेटियां अनुराधा वार्ष्णेय और अद्धितीय हैं। अर्चना संत की 2021 में मौत के बाद छोटी बेटी अद्धितीय को नवोदय स्कूल में एलडीसी के पद पर नौकरी मिल गई। राधारमन गोविंद की 2014 में ही मौत हो गई थी। ऐसे में पेट्रोल पंप की भूमि की वारिस उनकी दोनों बेटियां हैं। पेट्रोल पंप की भूमि की एनओसी अनुराधा वार्ष्णेय ने छोटी बहन अद्धितीय को को दी थी। उन्होंने 2024 में वह भूमि विकास गोयल, राधेश्याम वार्ष्णेय, राकेश कुमार और अंकित बंसल के नाम करा दी। बैनामा हो जाने के बाद जमीन हड़पने वाले अन्तरजनपदीय गिरोह की सदस्य संगीता चौहान निवासी धर्मपाल वाटिका सूरजपुर गौतमबुद्धनगर और नीरा सिंह निवासी फ्लैट नंबर 102, गली नंबर तीन गैलेक्सी अपार्टमेंट हनुमान बिहार सेक्टर 49 नोएडा गौतमबुद्ध नगर ने खुद को राधारमन की बेटियां बताते हुए फर्जी दस्तावेज तैयार कर उस भूमि पर अपना मालिकाना हक बताने लगीं, जिन्हें राधारमन की दोनों बेटियां जानती भी नहीं हैं। जांच में खुला फर्जीवाड़े का जाल संभल। संगीता चौहान और नीरा सिंह खुद को सगी बहनें बताकर पेट्रोल पंप की भूमि पर अपना मालिकाना हक बताने लगीं तो भूमि खरीदने वाले गुन्नौर कोतवाली क्षेत्र के बबराला निवासी राकेश कुमार ने रजपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने जांच शुरू की तो कई फर्जी दस्तावेज सामने आए। बरेली तहसीलदार द्वारा जारी बताया गया वारिसान प्रमाण पत्र जाली निकला। आरोपी संगीता चौहान के पैन कार्ड पर पिता का नाम राधारमन गोविन्द दर्शाया गया, जबकि असल में पिता मूलचंद सामने आए। आरोपी महिलाओं द्वारा तैयार कराए गए का सत्यापन किया गया, तो गांव सिरसा के परिवार रजिस्टर में कहीं उनका नाम नहीं मिला, जिस पर सामने आया कि परिवार रजिस्टर नकल भी फर्जी बनवाई गई थी, जिस मकान को उन्होंने अपना मकान दर्शाया उसमें वीरपाल का परिवार रहता है। राधारमन गोविन्द का मृत्यु प्रमाणपत्र भी फर्जी निकला जिसे नगर निगम बरेली द्वारा जारी दिखाया गया था। दोनों महिलाओं ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की। जांच में धोखाधड़ी की पुष्टि होने पर उन्हें गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई की गई है। अनुकृति शर्मा, एएसपी दक्षिणी
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