Shahjahanpur Srimad Bhagwat Katha Begins at Chitra Talkies with Divine Worship and Teachings चित्रा टाकीज में सात दिवसीय भागवत कथा शुरू, Shahjahnpur Hindi News - Hindustan
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चित्रा टाकीज में सात दिवसीय भागवत कथा शुरू

Shahjahnpur News - शाहजहाँपुर में चित्रा टाकीज में श्रीमद्भागवत कथा की शुरुआत हुई, जो 25 मार्च को भंडारे के साथ पूर्ण होगी। पंडित अनंतराम ने पूजा कराई, और कथा व्यास आचार्य डा. दामोदर दीक्षित ने भागवत के महत्व को समझाया।...

Newswrap हिन्दुस्तान, शाहजहांपुरWed, 19 March 2025 03:39 AM
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चित्रा टाकीज में सात दिवसीय भागवत कथा शुरू

शाहजहांपुर, संवाददाता। चित्रा टाकीज शाहजहांपुर में आज से श्रीमद्भागवत कथा प्रारंभ हुई 25 मार्च को भंडारा प्रसाद वितरण के साथ पूर्णाहुति होगी। सबसे पहले खन्ना परिवार के पुरोहित पंडित अनंतराम ने श्री गणेश, नवग्रह, श्रीमद्भागवत एवं देव पूजन कराया, सुधा मेहरा व ध्रुव मेहरा एवं खन्ना परिवार के सदस्यों ने व्यास गद्दी पूजन किया, व्यास जी व मंचासीन विद्वानों का माल्यार्पण कर पूजन किया। चित्रा टाकीज में मंगलवार को भागवत कथा की शुरूआत हुई प्रथम दिवस की कथा शुभारम्भ करते हुए वृंदावन से पधारे कथा व्यास आचार्य डा़ दामोदर दीक्षित ने श्रीमद्भागवत के मंगलाचरण की व्याख्या की।

व्यास ने ईश्वर को सत्य एवं घर घर वास करने वाला समझाने के लिए अनेकों दृष्टांतों से उदाहरण दिये। जैसे एक घड़े को बनाने के लिए मिट्टी, पानी, आग, हवा आदि पांच तत्वों की आवश्यकता है उसे बनाकर कुम्हार घड़े से अलग हो जाता है, परन्तु परमात्मा इस भौतिक संसार की रचना करता है, लेकिन कुम्हार की भांति अलग नहीं होता वल्कि प्रतिक्षण साथ रहता है। भागवत भगवान का शरीर है, इस रस को पान करने वाला आनंदित होता है जैसे धन को पाने वाला धनी हो जाता है भगवान के चरण में प्रीति ही ज्ञान रूपी फल का रस है। कथा व्यास दामोदर ने बताया कि मरणधर्मी प्राणी को क्या करना चाहिए तो खटकाग नामक राजा की कथा के माध्यम से बताया कि उनको एक घड़ी साधु संगति से मुक्ति मिल गई। भगवान ने विराट स्वरुप को समझाया उसकी आराधना की विधि का विस्तृत वर्णन किया। विराट स्वरुप का ध्यान करने से रोग, द्वेष का सर्वस्व अभाव हो जाता है। न किसी से विशेष लगाव, न किसी से द्वेष शेष रह जाता है। कथा में कमलेश कुमार खन्ना, पत्नी सरला खन्ना ने मुख्य यजमान के रूप में भाव विभोर हो कथा श्रवण की। धीरू खन्ना, रागिनी खन्ना, कौस्तुभ, राजशेखर, ओमशेखर डा़ राम मेहरोत्रा, सोमनाथ कपूर एवं सरिता कपूर, आदि अनेक भक्तों का सहयोग रहा।

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