Shamli Constable Saurabh Deshwal Martyred in Ghaziabad Shooting Village Mourns बदमाशों की गोली से शामली का सिपाही शहीद, रो पड़ा पूरा गांव , Shamli Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsShamli NewsShamli Constable Saurabh Deshwal Martyred in Ghaziabad Shooting Village Mourns

बदमाशों की गोली से शामली का सिपाही शहीद, रो पड़ा पूरा गांव

Shamli News - गाजियाबाद में बदमाशों के हाथों शहीद हुए शामली के सिपाही सौरभ देशवाल की मौत से गांव बधेव में शोक की लहर दौड़ गई। सिपाही का पार्थिव शरीर जब गांव पहुंचा, तो हर किसी की आंखों में आंसू थे। अंतिम संस्कार...

Newswrap हिन्दुस्तान, शामलीTue, 27 May 2025 12:37 AM
share Share
Follow Us on
बदमाशों की गोली से शामली का सिपाही शहीद, रो पड़ा पूरा गांव

गाजियाबाद में बदमाशों की गोली से शामली का सिपाही सौरभ देशवाल शहीद हो गया, इस सूचना पर पूरा गांव गमजदा हो गया। पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। ग्रामीण सिपाही घर एकत्र हो गए। इस दौरान शाम चार बजे जब शहीद सिपाही का पार्थिव शव पैतृक गांव बधेव पहुंचा, हर किसी की आंखों से आशू छलक आए। गांव में चूल्हा तक नहीं जला। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था। राजकीय सम्मान के साथ सिपाही का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम विदाई में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता एवं प्रशासनिक अधिकारी शामिल रहे। बड़े भाई रजत ने छोटे भाई के शव को मुख्यग्नि दी।

सोमवार की सुबह से ही गांव बंधेव में शहीद सिपाही सौरभ के शोक संतृप्त परिवार को सांत्वना देने वालों का तांता लगा रहा। सौरभ शाम चार बजे गांव में पहुंचा। इससे पहले ही जाबाज सिपाही को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों की भीड़ जमा थी। शव आते ही परिजनों में कोहराम मच गया। उधर जनपद प्रभारी मंत्री दिनेश खटीक एवं पूर्व मंत्री सुरेश राणा,वीरेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष तेजेंद्र निर्वाल, डा. सुधीर पंवार, रालोद विधायक असरफ अली व भाजपा के क्षेत्रीय मंत्री रमेश गौड़ कश्यप आदि पहुंचे इसके साथ ही अंतिम विदाई में हजारों लोग शामिल हुए। डीएम अरविंद कुमार चौहान, एसपी रामसेवक गौतम आदि प्रशासनिक अधिकारियों ने अंतिम यात्रा में शामिल हुए और शहीद को श्रद्धांजलि दी। राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। बड़े भाई रजत ने छोटे भाई के शव को मुख्यग्नि दी। इस दौरान हर किसी की आखें नम थी। शहीद के पिता बोले बदमाशों के घर चले बुल्डोजर हो सफाया बेटे के बिछड़ने के गम में पिता उत्तम कुमार का रो रोकर बुरा हाल था। उन्होंने कहा कि बदमाशों के घर बुल्डोजर चलना चाहिए। उन्होंने योगी सरकार से मांग की है कि बदमाशों का सफाया किया। उन्हें ऐसी सजा दी जाए की आने वाली 7 पीढ़ियां भी याद रखें। मुझे उम्मीद है कि योगी सरकार इस काम को करेगी प्रभारी मंत्री ने प्रदेश सरकारी की ओर से की 50 लाख की मदद की घोषणा जनपद के प्रभारी मंत्री दिनेश खटीक ने सरकार की ओर से शहीद के परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद व एक सरकारी नौकरी दिए जाने की घोषणा भी की है। उनका कहना है कि क्षेत्र के गांव बधेव निवासी सिपाही सौरभ के शहीद होने पर उसकी अंतिम विदाई में जिले के प्रभारी मंत्री दिनेश खटीक भी पहुंचे। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस प्रदेश की जनता को सुरक्षित रखने के लिए अपनी जान की प्रवाह किए बिना ही बदमाशों से मुठभेड कर रही है। नोएडा की एसओजी में तैनात सिपाही सौरभ ने भी अपने प्रदेश के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए बदमाशों को पकडने का काम किया और बदमाशों की गोली लगने से वह शहीद हो गए। उन्होंने अपना और अपने परिजनों का सीना गौरव से चौड़ा किया है। इस दुख की घड़ी में प्रदेश सरकार उनके परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। सौरभ की शहादत को हमेशा याद रखा जायेगा। घटना को अंजाम देने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई: सुरेश राणा पूर्व कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि सौरभ की शहादत हमेशा याद रहेगी। युवाओं के लिए प्रेरणा के साथ-साथ दुख का विषय भी है, जिन्होंने भी इस घटना को अंजाम दिया है और उसके विरुद्ध सरकार कठोरता कदम उठाएगी। नोएडा में हुई थी सौरभ की पहली पोस्टिंग शामली। बदमाश को पकड़ने में गोली का शिकार हुआ सौरभ कुमार वर्ष 2016 में पुलिस में भर्ती हुआ था। मेरठ में अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद पहली पोस्टिंग नोएडा में ही हुई थी। पांच वर्ष पहले सौरभ की शादी आयुषी से हुई थी, जो फिलहाल अपनी पत्नी के साथ नोएडा में ही रह रहा था। दो भाईयों में सौरभ छोटा था। बड़े भाई रजत कुमार गांव में ही अपनी पुश्तैनी जमीन पर खेती करते है। परिजनों के मुताबिक सौरभ एक माह पहले छुट्टी लेकर घर रहने के लिए आया था। मां मुकेश देवी का पुत्र की मौत पर रो-रोकर बुरा हाल है। सिपाही की मौत से गांव में पसरा सन्नाटा शामली। क्षेत्र के गांव बधेव निवासी पुलिस कांस्टेबल सौरभ की मौत से गांव में शोक की लहर दौड गई है। ग्रामीणों ने सौरभ के पिता उत्तम कुमार से मुलाकात कर सांत्वना दी। इस दौरान जहां शहीद सिपाही के घर पर लोगों का तांता लगा रहा। वहीं, आसपास के घरों में भोजन तक नहीं बन सका। शहीद सिपाही का गांव में शव आने तक गांव में सन्नाटा पसरा रहा।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।