...विश्व गुरु थे हम, मैं उनकी याद दिलाने आया हूं
Sitapur News - महमूदाबाद में मां संकटा देवी धाम में वासंतिक नवरात्र के अवसर पर राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। विधायक साकेंद्र वर्मा ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया। कवियों ने देशभक्ति और सामाजिक मुद्दों पर काव्य...

महमूदाबाद, संवाददाता। मां संकटा देवी धाम में वासंतिक नवरात्र के अवसर पर चल रहे मेले में बुधवार रात राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन व मां संकटा के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। समिति द्वारा कवियों का माल्यार्पण व मां संकटा का चित्र देकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधानसभा कुर्सी क्षेत्र के विधायक साकेंद्र वर्मा रहे। बाराबंकी से ही पधारे ओज के सशक्त हस्ताक्षर सूर्यांश सूर्य ने देश प्रेम पर कविता पाठ करते हुए कहा कि देश प्रेम क्या होता है, मैं तुम्हें बताने आया हूं, विश्व गुरु थे हम, मैं उनकी याद दिलाने आया हूं। भारत के टूटे सपनों की व्यथा सुनाने आया हूं, सोने की चिड़िया को फिर से पंख लगाने आया हूं। गाकर तालियां बटोरीं। प्रसिद्ध गीतकार संदीप मिश्र सरस ने मायके को संबल देती हैं, बेटियां दिल निकाल देती हैं। देहरी लांघते हुए भी वे, चंदन अक्षत उछाल देती हैं।‘ बाराबंकी से आए ओज के सशक्त हस्ताक्षर विनय सिंह ने पढ़ा कि ‘उनसे कह दो चित्तौड़ दुर्ग गौरव रथ रुका नहीं अब तक, हिंदुत्व का भगवा केसरिया ध्वज अपना झुका नहीं अब तक, उनसे कह दो राणा सांगा जी हर हिंदू में जिंदा हैं, जो गद्दार कहे उनको उस धूर्त पर हम शर्मिंदा हैं‘। लखीमपुर से पधारे प्रसिद्ध व्यंग्यकार सुनीत वाजपेयी ने कहा कि ‘बेवसी है किंतु बेचारा नहीं हूं, मुश्किलों से जंग में हारा नहीं हूं। बूंद भर चखते अगर तो ज्ञान होता, मैं समंदर हूं मगर खारा नहीं हूं। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे ओज एवं शौर्य के प्रसिद्ध हस्ताक्षर व्यंग्यकार राम किशोर तिवारी ने की। यहां धाम प्रबंध समिति अध्यक्ष आरके वाजपेयी, शिवदास पुरवार, अशोक नाग, महराज सिंह आदि रहे।
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