शावक समझ ग्रामीणों ने पकड़े जंगली बिल्ली के बच्चे
Sitapur News - गन्ने के खेत में ग्रामीणों ने दो जंगली बिल्ली के बच्चों को बाघ के बच्चे समझकर पकड़ लिया। वन विभाग को सूचना दी गई, जिन्होंने बच्चों को छुड़वाया। वन रेंजर ने बताया कि ये बिल्ली की प्रजाति के हैं, बाघ का...

इमलिया सुल्तानपुर, संवाददाता। गन्ने के खेत में मिले दो जंगली प्रजाति के बिल्ली प्रजाति के बच्चों को ग्रामीणों ने बाघ के बच्चे समझकर पकड़ किया। ग्रामीणों द्वारा तुरंत ही इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। मौके पर पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों के द्वारा दोनों बच्चों को गन्ने के खेत में छुड़वाया व निगरानी के लिये दो वन कर्मियों को भी मौके पर रोका गया। थाना इमलिया सुल्तानपुर इलाके के वन रेंज हरगांव के अटरिया कीरतपुर में दोपहर में निर्दोष यादव का गन्ना छीला जा रहा था। जहां अचानक जंगली जानवर के दो बच्चे दिखायी दिये, जिन्हे गन्ना छील रहे लोगों ने पकड़ लिया। बच्चों का रूप रंग रूप हूबहू बाघ की तरह नजर आ रहा था, जिससे गांव वालों ने बाघ के बच्चे समझकर वन विभाग को सूचना दी। मौके पर पहुंचे वन दारोगा गुरुनरायन यादव ने बच्चों को देखा व पुनः गन्ने के में छुड़वा दिया। गांव वालों को हिदायत दी कि कोई उन्हें दोबारा न पकड़े। मौके पर सिपाही राम शंकर भार्गव व मुनीश को रखवाली के लिये छोड़ा। गांव वालों ने बताया कि पंजे व रंग को देखते हुये बाघ के नवजात हैं। कुछ दिन पहले खेत में पग चिन्ह भी मिले थे। इससे पहले रोजहा, ढोलई, फरर्कपुर में पहले बाघ देखा गया है। इसी क्षेत्र में पूर्व में कई बार पगचिन्ह भी मिले हैं। वन रेंजर हरगांव बीनू पाल ने बताया कि जो बच्चे पकड़े गये हैं वो जंगली बिल्ली की प्रजाति के हैं। लोगों से उन्हें छूड़ा लिया गया है। बाघ का कोई मूवमेंट आस पास नहीं मिला है।
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