STF के हत्थे चढ़ा 1 लाख का इनामी अजय तिवारी, साथी भी गिरफ्तार; धोखाधड़ी के मामलों में था फरार
मुखबिर की सूचना पर STF गोरखपुर की टीम ने अजय तिवारी और उसके साथी रमेश यादव को देर शाम कुशीनगर जनपद से दबोच लिया और कोतवाली लेकर चली आई। देर रात तक कोतवाली में एसओजी, एसटीएफ और कोतवाली पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही थी। पूछताछ में उसने बताया कि वह पहले शराब की दुकान और गोदाम पर काम करता था।

कभी शराब तस्करी में शामिल रहा गबन के आरोपी अजय तिवारी और उसके साथी रमेश यादव को गोरखपुर की एसटीएफ ने शनिवार की शाम कुशीनगर से दबोच लिया। अजय पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित था। देवरिया में दर्ज धोखाधड़ी के कई मामलों में अजय फरार चल रहा था। देर रात तक कोतवाली पुलिस इनामी अजय और रमेश से पूछताछ कर रही थी। पुलिस के अनुसार उसने पूछताछ में शराब तस्करी कराने की बात भी कबूल की है।
शराब कारोबार में शामिल देवरिया के रामगुलाम टोला निवासी अजय तिवारी पुत्र चुम्मन तिवारी का 11 दिसंबर 2023 को बनकटा थाना क्षेत्र के जंजीरहा में पकड़ी गई अवैध शराब के मामले में नाम आया। इसके बाद इसके विरुद्ध लगातार जालसाजी के मुकदमे दर्ज होने लगे। 25 दिसंबर 2024 को सलेमपुर की ब्लाक प्रमुख सीमा सिंह ने अजय तिवारी, उसकी पत्नी जागृति चौधरी, रामचंद्र यादव व रमेश यादव के विरुद्ध 2.61 करोड़ का धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया। इसके बाद 8 दिसंबर 2024 लार थाना क्षेत्र के बरडीहा दलपत निवासी अमरेश प्रताप सिंह ने अजय तिवारी, रामचंद्र यादव व रमेश यादव के विरुद्ध 1.14 करोड़ रुपये हड़प लेने का केस दर्ज कराया।
इसी तरह देवरिया खास की रहने वाली उमा जायसवाल ने 12 फरवरी 2025 को सदर कोतवाली में अजय तिवारी व उसकी पत्नी जागृति चौधरी पर धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कराया। 12 फरवरी को ही न्यू कालोनी निवासी संजय पांडेय ने अजय व उसकी पत्नी जागृति चौधरी के विरुद्ध धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया। 21 मई 2025 को तिवारी टोला लार निवासी सोनू जायसवाल ने भी अजय तिवारी के विरुद्ध 69 लाख रुपये हड़प लेने का केस दर्ज कराया है।
केस दर्ज होने के बाद से ही अजय तिवारी, उसकी पत्नी औअन्य आरोपी फरार चल रहे थे। अजय तिवारी पर एक लाख रुपये का इनाम तो उसके साथी रमेश यादव निवासी सिरसिया महादेवा थाना रामपुर कारखाना के ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। अजय की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ लगाई गई थी।
मिली जानकारी के अनुसार मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ गोरखपुर की टीम ने अजय तिवारी और उसके साथी रमेश यादव को देर शाम कुशीनगर जनपद से दबोच लिया और कोतवाली लेकर चली आई। देर रात तक कोतवाली में एसओजी, एसटीएफ व कोतवाली पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही थी। पूछताछ में उसने बताया कि वह पहले शराब की दुकान व गोदाम पर काम करता था। बाद में जड़ी सिंह के साथ मिलकर वह बिहार में शराब तस्करी में भी शामिल हो गया। कुछ लोगों का रुपया लेकर वह कोलकाता में अपनी एक कंपनी खोल लिया था।