फिर चर्चा में ताजमहल, शाहजहां की जगह अहिल्याबाई होल्कर होगा पार्क का नाम, कैबिनेट मंत्री के प्रस्ताव पर एक्शन
आगरा का ताजमहल एक बार फिर चर्चा में है। उसके पास स्थित शाहजहां गार्डन का नाम बदलने जा रहा है। योगी सरकार में मंत्री बेबी रानी मौर्य के नाम बदलने के प्रस्ताव पर एक्शन शुरू हो गया है।

हिंदूवादी संगठनों के आह्वान पर कई बार ताजमहल चर्चा में रहा है। अब ताजमहल अपने गार्डन के नाम को लेकर चर्चा में है। ताजमहल के पास स्थित शाहजहां गार्डन का नाम बदल कर अहिल्याबाई होल्कर गार्डन करने को लेकर लखनऊ में कार्यवाही शुरू हो गई है। कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य ने पिछले दिनों पार्क का नाम बदलने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था। सीएम कार्यालय ने पत्र कार्यवाही के लिए मुख्य सचिव कार्यालय को भेजा है। माना जा रहा है कि ऐसे में जल्द ही यहां का नाम बदल जाएगा।
विगत दिनों शहर के कई सामाजिक संगठनों ने कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य को देकर शाहजहां गार्डन का नाम बदलकर वीरांगना अहिल्याबाई होलकर के नाम पर रखने की मांग की थी। इसके बाद कैबिनेट मंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर शाहजहां गार्डन का नाम बदलने हेतु संस्तुति की थी। कैबिनेट मंत्री के पत्र का संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश को आवश्यक कार्यवाही के लिए लिखित रूप से निर्देशित किया है।
रानी अहिल्याबाई होलकर 18वीं सदी की महान वीरांगना थीं। धर्म परायण होने के साथ ही उन्होंने अपने शासन का काफी विस्तार किया था। अपने सेवाभाव के कार्यों के लिए वह काफी प्रसिद्ध थीं। इंदौर की रानी होने के साथ ही उन्हें महिला सशक्तिकरण का भी प्रतीक माना जाता है। शाहजहां गार्डन को ब्रिटिश काल में विक्टोरिया गार्डन के नाम से जाना जाता था। इस गार्डन में रानी विक्टोरिया की प्रतिमा लगी थी। इस प्रतिमा को बाद में हटा दिया है। वर्तमान में शाहजहां गार्डन के नाम से जाना जाता है। इससे पहले भी कैबिनेट मंत्री ने मुख्यमंत्री को बिजलीघर मेट्रो स्टेशन का नाम डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम पर रखने के लिए पत्र लिखा था।
यूपी में नाम बदलने को लेकर पहले भी राजनीति गरमाई है। एक दिन पहले ही उत्तराखंड में कई स्थानों का नाम बदला है। इसे लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने सरकार पर निशाना साधा है। यूपी में इससे पहले कई जिलों और स्टेशनों का नाम बदला गया है। फैजाबाद का नाम अयोध्या, इलाहाबाद का नाम प्रयागराज, मुगलसराय का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर किया जा चुका है। अमेठी के कई स्टेशनों का नाम बदलकर महापुरुषों और धार्मिक स्थलों के नाम पर किया गया है।