to settle scores a man was accused of being a rapist but dna test turned the story upside down दुश्‍मनी साधने के लिए युवक पर लगा दिया रेपिस्‍ट होने का कलंक, डीएनए जांच में पलट गई कहानी, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
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दुश्‍मनी साधने के लिए युवक पर लगा दिया रेपिस्‍ट होने का कलंक, डीएनए जांच में पलट गई कहानी

  • दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती के जन्मे बच्चे और आरोपित बनाए गए युवक की डीएनए रिपोर्ट ने दुष्कर्म की कहानी की सच्‍चाई को सामने ला दिया है। एफएसएल जांच में पुष्टि हो गई है कि कथित रेप पीड़िता से जन्मे बच्चे का पिता युवक नहीं है।

Ajay Singh शिवम सिंह, गोरखपुरSun, 13 April 2025 11:06 AM
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दुश्‍मनी साधने के लिए युवक पर लगा दिया रेपिस्‍ट होने का कलंक, डीएनए जांच में पलट गई कहानी

गोरखपुर के बड़हलगंज इलाके में दुश्मनी साधने के लिए एक युवक के माथे पर दुष्कर्मी (रेपिस्‍ट) होने का कलंक लगा दिया गया। वह नौ महीने से जेल से सलाखों के पीछे है। दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती के जन्मे बच्चे और आरोपित बनाए गए युवक की डीएनए रिपोर्ट ने दुष्कर्म की झूठी कहानी को सामने ला दिया है। एफएसएल जांच में पुष्टि हो गई है कि कथित रेप पीड़िता से जन्मे बच्चे का पिता युवक नहीं है। अब कोर्ट में चार्जशीट भेज चुकी बड़हलगंज पुलिस ने भी एफएसएल रिपोर्ट को कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया है। हालांकि, आरोपित को अभी जमानत नहीं मिली है, वह जेल में ही है। परिजनों ने एसएसपी को भी प्रार्थना पत्र देकर कानूनी मदद की गुहार लगाई है।

दरअसल, जुलाई 2024 में बड़हलगंज इलाके के एक गांव की रहने वाली मानसिक दिव्यांद युवती के परिजनों ने थाने में रेप का केस दर्ज कराया। आरोप लगाया कि युवती के पेट में अचानक दर्द हुआ और फिर उसे लेकर अस्पताल गए तो पता चला कि वह गर्भवती है। इसके बाद आरोप लगाया गया कि गांव के पास का ही युवक आरोपित है और उसने ही दुष्कर्म किया है, जिसकी वजह से युवती गर्भवती हो गई। परिजनों की तहरीर और कथित पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस ने रेप का केस दर्ज कर लिया।

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इसके बाद परिजन पुलिस पर आरोपित को गिरफ्तार न करने का आरोप भी लगाने लगे। अगस्त में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया। जेल जाने के बाद आरोपित की पत्नी इंसाफ के लिए लड़ने लगी। उसने प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद कोर्ट में अर्जी दी गई और फिर नवजात और आरोपित का सैंपल लेकर डीएनए जांच कराई गई। जांच में पुष्टि हो गई है कि आरोपित युवक बच्चे का पिता नहीं है।

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पति जेल में, पत्नी लड़ रही केस

झूठे आरोप में जेल गए युवक की पत्नी बताती है कि पति को रंजिश में फंसाया गया। पहले दिन से ही वह आला अफसरों से इस बात की गुहार लगा रही है, लेकिन गंभीर आरोप होने की वजह से उसकी किसी ने नहीं सुनी। वह पति को फर्जी तरीके से जेल भिजवाने वालों के खिलाफ कोर्ट में लड़ती रहेगी। अब डीएनए जांच में भी पुष्टि हो गई है। झूठा केस दर्ज कराने वाले आरोपितों को सजा मिलनी चाहिए।