बोले उन्नाव : टूटी सड़कें -गंदगी बता रही यहां की कहानी
Unnao News - पुरानी बाजार में जिम्मेदारों की लापरवाही से पेयजल, सफाई और सड़कों की व्यवस्था बदहाल है। बाशिंदों को जलभराव, टूटे रास्तों और खुले बिजली के तारों जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कई बार...

पुरानी बाजार में जिम्मेदारों की लापरवाही से यहां की व्यवस्थाएं बदहाल हैं। न तो पेयजल व्यवस्था है और न ही सफाई के समुचित इंतजाम। ऐसे में बाशिंदो को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। हालांकि पालिका प्रशासन बीते सालों की अपेक्षा व्यवस्थाएं बेहतर होने का दावा करता है, लेकिन धरातल पर स्थिति बिल्कुल उलट है। जगह-जगह खस्ताहाल सड़कें विकास कार्यों के दावों की पोल खोलते हैं। जर्जर मार्गों पर गड्ढे हादसों को दावत दे रहे हैं। इसके बावजूद जिम्मेदारों ने नजरें फेर रखी हैं। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से लोगों ने अपनी पीड़ा साझा की। सभी ने एकसुर में कहा कि टूटी सड़कें और गंदगी यहां के विकास की कहानी बता रही हैं।
पुरानी बाजार के बाशिंदे अनगिनत समस्याओं से परेशान हैं। कई बार अधिकारियों से व्यवस्थाओं में सुधार करने की गुहार लगा चुके हैं। इसके अब तक किसी ने सुध नहीं ली। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान दिलीप और संतोष ने बताया कि यहां सबसे बड़ी समस्या जलभराव है। नालियां टूटी होने से जरा सी बारिश में वार्ड के कई मोहल्ले ‘टापू बन जाते हैं। सामान्य दिनों में भी पानी सड़क पर भरा रहता है। इससे संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा भी बना रहता है। साथ ही, स्कूल जाने वाले बच्चे और राहगीर दूषित पानी से होकर गुजरने को मजबूर हैं। कई बार आला अधिकारियों को समस्या से अवगत कराने के बावजूद अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। यही हाल वार्ड के मुख्य मार्गों का भी है। राकेश और हीरालाल का कहना है कि सालों पहले नगर पालिका ने मुख्य मार्गों की मरम्मत कराई थी। देखरेख के अभाव में इनमें अधिकांश मार्ग जर्जर हो गए हैं। आलम यह है कि कई मार्गों पर गहरे गड्डे हो गए हैं। इनमें गिरकर कई बार लोग चुटहिल भी हो चुके हैं। इसके बावजूद पालिका प्रशासन इन मार्गों की मरम्मत कराने की सुध नहीं ले रहा है। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। शिवगोपाल और संतोष के मुताबिक, वार्ड में खुले बिजली के तार भी एक बड़ी समस्या है। जगह-जगह बिजली के पोलों पर खुले तार झूल रहे हैं। जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। लोगों ने कई बार अधिकारियों को शिकायती पत्र देकर इन तारों को व्यवस्थित कराने की मांग की, लेकिन किसी जिम्मेदार ने सुध नहीं ली। राजनारायण और अमित का कहना है कि नगर पालिका प्रशासन ने कुछ साल पहले जोर शोर से स्ट्रीट लाइटें लगवाई थीं। देखरेख न होने से साल दर साल ये लाइटें खराब होती चली गईं। आलम यह है कि वार्ड के अधिकांश मोहल्ले शाम होते ही अंधेरे में डूब जाते हैं। इससे लोग शाम होने पर घरों में दुबकने को मजबूर हैं। सुनसान जगहों पर अराजकतत्व भी एकत्र हो जाते हैं, जो महिलाओं से छींटाकशी तक कर देते हैं। स्वच्छ पेयजल की नहीं व्यवस्था शुभम और नीरज का कहना है कि वार्ड में स्वच्छ पेयजल एक बड़ा मुद्दा है। पालिका प्रशासन ने लोगों को स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने के लिए इंडिया मार्का हैंडपंप तो लगवाए, लेकिन उनकी मरम्मत कराना भूल गया। इससे अधिकांश हैंडपंप खराब हो गए हैं। कई हैंडपंप से दूषित पानी आ रहा है। इसे पीकर लोग बीमार हो रहे हैं। कई बार अधिकारियों को हैंडपंप की मरम्मत कराने के लिए शिकायती पत्र दिया जा चुका है, लेकिन अब तक जिम्मेदारों ने कोई सुध नहीं ली है। हर कोने में जाम का झाम जाम का झाम भी लोगों के लिए बड़ी समस्या है। शाम होते ही कई जगहों पर सड़क तक चौपाटी सज जाती है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पहले दो-तीन लोग ठेले लगाते थे। अब इनकी संख्या 50 से ज्यादा हो गई है। शाम को मार्ग से निकलना मुश्किल हो जाता है। लोग चाहते हैं कि ठेला संचालकों को मुख्य मार्ग से पीछे खड़ा किया जाए। सुझाव 1. अधिकांश हैंडपंप मरम्मत के अभाव में खराब हो गए हैं। इन्हें सुधारा जाए। 2. अधिकांश स्ट्रीट लाइटें खराब हो गई हैं। ऐसे में रात में मोहल्लों में अंधेरा छा जाता है। इन्हें दुरुस्त कराया जाए। 3. सफाई कर्मी नियमित नहीं आते हैं। इससे मोहल्लों में गंदगी के ढेर जमा हैं। कर्मियों को नियमित भेजा जाए। 4. मच्छरों से बचाव के लिए विभिन्न अभियान चलाए गए। तब भी पालिका प्रशासन ने फॉगिंग नहीं कराई है। हर गली में फॉगिंग कराई जाए। 5. जलनिकासी की व्यवस्था न होने से अक्सर जलभराव होता है। नालियां दुरुस्त कराई जाएं। शिकायतें 1. मोहल्लों में कई जगहों पर कब्जा जण कर लिया गया है। इससे आवागमन में परेशानी होती है। 2. कच्ची और ऊबड़-खाबड़ सड़कें हादसों को दावत दे रही हैं। कई राहगीर और बुजुर्ग चोटिल हो चुके हैं। 3. अमृत योजना ने वार्ड की सड़कें ध्वस्त कर दी हैं। जगह-जगह हुए गड्ढे वाहन चालकों को घायल कर रहे हैं। 4. कई मोहल्लों में सफाई कर्मी कचरा निस्तारित करने के बजाय जला देते हैं। इससे लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है। 5. वार्ड में आने वाली कचरा गाड़ी कुछ नियत स्थानों तक ही पहुंचती है। ऐसे में लोग कचरा सड़क किनारे डाल देते हैं। बोले बाशिंदे कूड़े के अवैध डंपिंग यार्ड परेशानी का सबब बन रहे हैं। इस बाबत पालिका ने अब तक कोई योजना नहीं बनाई। इस पर ध्यान दिया जाए। - राजेश अमृत योजना के तहत सड़कें खोद दी हैं। इसके बाद ज्यो का त्यों छोड़ दिया है। शिकायत पर आश्वासन देकर टहला दिया जाता है। - नीलम नालियों पर अतिक्रमण लोगों को रोजाना परेशान कर रहा है। जिम्मेदार सुनते नहीं है, जलभराव से निकलना दूभर है। -कुसुम मोहल्ले में एक भी पार्क नहीं है। कई बार मांग उठी पर किसी ने सुध नहीं ली है। पालिका नए प्रस्ताव बनाए तब बात बनेगी। - हिमांशू अमृत योजना लोगों को खूब दर्द दे रही है। शिकायत के बावजूद जलनिगम ने सर्वे नहीं किया। गर्मी में पानी की समस्या होगी। -अंजू बोले जिम्मेदार बदहाल सड़कों की मांगी सूची स्ट्रीट लाइट की समस्या खत्म करने के लिए प्रयासरत है। सभी सभासदों से मोहल्ले की समस्याओं के बारे में जानकारी की गई है। खस्ताहाल सड़कों की सूची मांगी गई है। खराब पड़े सबमर्सिबल की मरम्मत के लिए जलकल विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। जल्द समस्याओं का निस्तारण कराया जाएगा। - एसके गौतम, ईओ, उन्नाव
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