सावधान! यूपी के इस शहर में क्रिप्टो का झांसा देकर 60 दिन में 40 से ठगी, 6 करोड़ से ज्यादा लूटे
क्रिप्टो करेंसी में निवेश करके मुनाफे के झांसे में नहीं आएं। साइबर अपराध की सबसे ज्यादा वारदातें इन दिनों क्रिप्टों में निवेश के नाम पर ठगी की हो रही हैं। पिछले दो महीने में आगरा के 40 से अधिक लोगों के साथ ठगी हो चुकी है। ठगी की रकम छह करोड़ से अधिक है।

क्रिप्टो करेंसी में निवेश करके मुनाफे के झांसे में नहीं आएं। साइबर अपराध की सबसे ज्यादा वारदातें इन दिनों क्रिप्टों में निवेश के नाम पर ठगी की हो रही हैं। पिछले दो महीने में आगरा के 40 से अधिक लोगों के साथ ठगी हो चुकी है। ठगी की रकम छह करोड़ से अधिक है। अकेले मधुर जैन के 4.93 करोड़ रुपये हैं। वे लोग क्रिप्टो से मुनाफे के झांसे में फंस गए हैं, जिन्हें क्रिप्टो करेंसी के बारे में कोई जानकारी तक नहीं है।
एडीसीपी आदित्य ने बताया कि साइबर अपराधी फेसबुक, व्हाट्स एप, टेलीग्राम आदि पर मैसेज भेजकर लोगों को जाल में फंसाते हैं। उन्हें ऐसे ग्रुप में जोड़ते हैं जिसमें ज्यादातर लोग क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर मुनाफे की जानकारी देते हैं। यह देख उन्हें भी लालच आ जाता है। सोशल मीडिया पर जिससे पहचान नहीं होती उससे मिले बिना वह उसकी बातों में आ जाते हैं। शुरू में कई दिन तक मुनाफे का दौर चलता है। अचानक बड़ी रकम लगवाई जाती है। मुनाफा तो दूर की बात असल तक डूब जाता है।
केस 1
आठ मार्च को कमला नगर कस निवासी धर्मेद्र गुप्ता के साथ 42 लाख की ठगी हुई थी। एक महिला ने फेसबुक पर दोस्ती के बाद उन्हें क्रिप्टो के जाल में फंसाया था।
केस 2
एत्मादुद्दौला निवासी मधुर जैन के साथ 4.93 करोड़ की ठगी हुई है। फरवरी 2025 में उन्हें जाल में फंसाया गया था। उनके मुकदमे में साइबर सेल आरोपियों का पता लगा रही है।
सोशल मीडिया पर दोस्ती के बाद फंसाते हैं
साइबर थाना पुलिस के अनुसार शातिर पहले सोशल मीडिया पर लोगों के प्रोफाइल चेक करते हैं। खूबसूरत युवती की फोटो लगे प्रोफाइल से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं। दोस्ती के बाद किसी व्हाट्स एप या टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ते हैं। क्रिप्टो में निवेश के लिए ऑन लाइन अकाउंट खोलते हैं। शुरू में चंद घंटों में मुनाफा करा देते हैं।
डिजिटल अरेस्ट अब हो गया है कम
डिजिटल अरेस्ट की घटनाओं से बचने के लिए बड़े स्तर पर प्रचार प्रसार कराया गया। लोगों की समझ में आने लगा कि इस तरह कोई जांच एजेंसी जांच नहीं करती। यह देख साइबर अपराधी इन दिनों सबसे ज्यादा क्रिप्टो में निवेश के नाम पर वारदातें कर रहे हैं।