अयोध्या राम मंदिर परकोटे के छह मंदिरों के कलश स्वर्ण मंडित करने शुरू, पाषाण शिला से कलश तैयार
अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर कलश के अलावा परकोटे के छह मंदिरों के शिखर के कलशों को स्वर्ण मंडित करने की योजना को साकार रूप देने की कार्रवाई शुरू हो गयी है। कलशों को स्वर्ण मंडित करने के लिए स्वर्ण आवरण तैयार करा लिया गया है। इस आवरण को कलश के ऊपर वस्त्र की तरह पहना दिया जाएगा।

अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर कलश के अलावा परकोटे के छह मंदिरों के शिखर के कलशों को स्वर्ण मंडित करने की योजना को साकार रूप देने की कार्रवाई शुरू हो गयी है। कलशों को स्वर्ण मंडित करने के लिए स्वर्ण आवरण तैयार करा लिया गया है। इस आवरण को कलश के ऊपर वस्त्र की तरह पहना दिया जाएगा। फिलहाल राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने एक-एक चरण निर्धारित कर योजना को पूरा करने की रणनीति तय की थी। उसी रणनीति के तहत मुख्य मंदिर के अलावा परकोटे के सभी छह मंदिरों के पाषाण शिला से कलश तैयार कराया गया है।
परकोटे के छह मंदिरों के कलश की डिजाइन व उनका आकार एक जैसा है। यह कलश मंदिरों के अनुसार ही निर्धारित किया गया था। वहीं राम मंदिर का कलश मुख्य मंदिर के आकार के आधार पर तैयार कराया गया था जो कि साइज के लिहाज से काफी बड़ा है। यद्यपि इनका ठीक-ठीक आकार अर्थात लंबाई-चौड़ाई व मोटाई की नाप-जोख को तीर्थ क्षेत्र की ओर से स्पष्ट नहीं किया गया। राम मंदिर सहित परकोटे के सभी छह मंदिरों में कलशों को स्थापित किया जा रहा है।
शेषावतार मंदिर में लगाया जाएगा स्वर्ण मंडित दंड
राम मंदिर व परकोटे के छह मंदिरों के अतिरिक्त शेषावतार मंदिर के शिखर पर भी कलश लगाकर ध्वज दंड स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा इस मंदिर के कलश व ध्वज दंड को स्वर्ण मंडित किया जाएगा। फिलहाल यह मंदिर अभी निर्माणाधीन ही है। इसके कारण शिखर निर्माण में एक माह अतिरिक्त समय लगेगा। भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र का कहना है कि राम मंदिर के अलावा परिसर के सभी मंदिरों में कुल कितना सोना प्रयोग किया जाना है, इसकी गणना की जा रही है। उन्होंने बताया कि अगले दो दिनों में इसका खुलासा कर दिया जाएगा।