वक्फ कानून के खिलाफ सोशल मीडिया पर बत्ती गुल अभियान देख लाइन काट दी, नौकरी से निकाला गया
यूपी में मेरठ के मुंडाली में एक संविदाकर्मी ने बिजली गुल की तो उसकी नौकरी चली गई। वक्फ कानून के खिलाफ चल रहे बत्ती गुल अभियान को देखकर संविदाकर्मी ने भी इलाके के घरों की बिजली काट दी। ऐसा करने पर उसकी नौकरी चली गई।

यूपी में मेरठ के मुंडाली में एक संविदाकर्मी ने बिजली गुल की तो उसकी नौकरी चली गई। वक्फ कानून के खिलाफ चल रहे बत्ती गुल अभियान को देखकर संविदाकर्मी ने भी इलाके के घरों की बिजली काट दी। ऐसा करने पर उसकी नौकरी चली गई। अजराडा बिजलीघर पर तैनात संविदाकर्मी ने बुधवार को नौ बजे के आसपास अजराडा गांव की बत्ती गुल कर दी थी। इसकी जानकारी होते ही अधिकारियों ने जांच बैठाई और संविदाकर्मी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया।
गौरतलब हो कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने वक्फ कानून के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर बुधवार रात को 15 मिनट के लिए घरों की लाइट बंद करने की अपील की थी। अजराडा गांव के बिजलीघर पर तैनात संविदाकर्मी लाइनमैन रियाजुद्दीन ने भी इस पोस्ट को देखा। सोशल मीडिया के जरिए उसे अभियान की जानकारी मिली तो रियाजुद्दीन ने बुधवार रात को अजराडा गांव की लाइट काट दी। करीब 15 मिनट पूरा गांव अंधेरे में था। गांव के लोगों ने अपने घरों पर लगे इनवर्टर को शुरू किया तो दूसरे पक्ष ने इसका विरोध किया।
इसको लेकर कुछ ग्रामीणों के साथ कल्लू पंडित ने गुरुवार को ऊर्जा मंत्री सोमेंद्र तोमर से मामले की शिकायत की। इसके बाद बिजली अधिकारियों को आदेश दिया गया। दोपहर बाद आरोपी संविदाकर्मी लाइनमैन रियाजुद्दीन की सेवा समाप्त कर दी गई। उसने बताया कि वक्फ कानून के खिलाफ बत्ती गुल अभियान के लिए उसने बिजली काटी थी। हालांकि, रियाजुद्दीन ने ये भी कहा कि हंगामे और दबाव के कारण उसने लाइट काटी थी। केवल 15 मिनट ही उसने बिजली बंद की थी। रियाजुद्दीन मुंडाली के अजराडा बिजलीघर पर तैनात था।
ऊर्जा मंत्री को मिली शिकायत के आधार पर अधिकारियों ने मामले में जांच की थी। अधिकारियों का कहना है कि प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हो गया कि संविदाकर्मी रियाजुद्दीन ने जानबूझकर बिजली काटी थी। ऐसे में कार्रवाई करते हुए उसे तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।