पतियों की हत्यारन मुस्कान-संगीता की जेल में दोस्ती, बैरक से निकलते ही रहतीं साथ, एक-दूसरे का रख रहीं ध्यान
- यूपी में प्रेमी संग मिलकर पति को रास्ते से हटाने वाली मुस्कान और संगीता सलाखों के पीछे एक दूसरे की 'हमराज' बन गई हैं। दोनों की बैरक भले ही अलग हों लेकिन जैसे ही बैरक खुलती हैं दोनों साथ ही दिखाई पड़ती हैं। जेल में दोनों ने दोस्ती कर ली है।

यूपी में प्रेमी संग मिलकर पति को रास्ते से हटाने वाली मुस्कान और संगीता सलाखों के पीछे एक दूसरे की 'हमराज' बन गई हैं। दोनों की बैरक भले ही अलग हों लेकिन जैसे ही बैरक खुलती हैं दोनों साथ ही दिखाई पड़ती हैं। जेल में दोनों ने दोस्ती कर ली है। अब दोनों एक दूसरे के साथ दिखती हैं और एक दूसरे का ध्यान भी रख रही हैं। दोनों ही प्रेमियों संग मिलकर अपने पतियों की हत्या करने के आरोप में जेल में बंद हैं।
गौरतलब हो कि मुस्कान को 19 मार्च को साहिल शुक्ला के साथ जिला कारागार में दाखिल किया गया था। दोनों ने सौरभ राजपूत की नृशंस हत्या की और उसके शव के टुकड़े कर ड्रम में सीमेंट से छिपा दिए थे। साहिल को पुरुष बैरक तो मुस्कान को महिला बैरक में शिफ्ट कर दिया गया। जिस दिन मुस्कान को मेडिकल कॉलेज अल्ट्रासाउंड के लिए भेजा गया, उस दिन संगीता नाम की एक अन्य महिला भी साथ रही। दोनों का अल्ट्रासाउंड हुआ और फिर दोस्ती भी हो गई। संगीता भी कत्ल के आरोप में सलाखों के पीछे हैं। खास बात यह है कि उसने भी प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की थी।
जिला कारागार में पहुंचते ही दोनों एक दूसरे की परवाह करने लगीं। संगीता तीन माह की गर्भवती थी, इसलिए उसने ही मुस्कान की देखरेख करना शुरु कर दिया। दोनों की दोस्ती हो गई। अब भले ही दोनों अलग अलग बैरक में हों लेकिन ख्याल दोनों एक दूसरे का पूरी तरह रखती हैं। जैसे ही बैरक खुलती हैं दोनों एक जगह बैठी दिखाई देती हैं। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा. वीरेश राज शर्मा का कहना है कि दोनों अलग अलग बैरक में हैं। दोनों ने एक ही तरह का अपराध किया है और वह साथ ही अल्ट्रासाउंड कराने निकलीं थी। हो सकता है कि उसी दौरान दोनों में बातचीत हुई हो।