पहले संभल हिंसा में नाम, अब बिजली चोरी का इल्जाम; जियाउर्रहमान बर्क पर कस रहा शिकंजा
संभल में बिजली विभाग की टीम गुरुवार सुबह सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर पर छापेमारी करते हुए बिजली मीटर में गड़बड़ी की आशंका के चलते बड़ी कार्रवाई की। इससे पहले सांसद का नाम संभल हिंसा से भी जुड़ा है। जानें सांसद जियाउर्रहमान बर्क के बारे में।

संभल में आज सुबह-सुबह बिजली विभाग की टीम ने पुलिस बल के साथ सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर पर छापेमारी की। बिजली मीटर में गड़बड़ी की आशंका के चलते टीम ने बड़ी कार्रवाई की। सांसद के घर पर चार किलोवाट के दो कनेक्शन हैं और बीते एक साल में दोनों का बिजली बिल 14 हजार रुपये आया है। ऐसे में अब बिजली विभाग उनके घर में लगे सभी कनेक्शन और उपकरणों की जांच कर रही है। वहीं, सांसद पर दूसरी तरफ संभल हिंसा मामले में गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। उन्होंने बुधवार को अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों को रद्द कराने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की।
कौन हैं जियाउर्रहमान बर्क
जियाउर्रहमान बर्क वर्तमान में संभल के सांसद हैं। उनका जन्म 13 जुलाई 1988 को संभल में ही हुआ था और उनका परिवार राजनीतिक परिवार है। उनके दादा, शफीकुर्रहमान बर्क संभल के पूर्व सांसद रहे। जियाउर्रहमान बर्क के पिता का नाम मामलुकउर्रहमान बर्क है। जियाउर्रहमान बर्क ने मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से पढ़ाई पूरी की है। उनके पास दो डिग्री हैं।
राजनीति से जुड़े
एएमयू में पढ़ाई के समय से ही वह छात्र राजनीति में सक्रिय रहे। इसके बाद बर्क 2017 तक असदुद्दीन ओवैसी की नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन, एआईएमआईएम से जुड़े रहे। फिर वह अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी से जुड़े। उन्होंने 1 मार्च 2022 से 4 जून 2024 तक कुंदरकी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। 2024 में लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद वो संभल निर्वाचन क्षेत्र के सांसद बने।
विवादों से घिरे
- जियाउर्रहमान बर्क पर चुनाव नियम तोड़ने की शिकायत दर्ज हुई थी। अप्रैल 2024 में आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा दर्ज हुई।
- जियाउर्रहमान बर्क ने एएमयू में सनातन धर्म पढ़ाने के विवाद के बाद बीएचयू में इस्लामिक अध्ययन शुरू करने की मांग उठाई थी।
संभल हिंसा में आया नाम
नवंबर में संभल में हिंसा भड़क उठी। संभल में मस्जिद के सर्वे के लिए गई अधिकारियों की एक टीम के खिलाफ मस्जिद के बाहर जमकर प्रदर्शन हुआ। पुलिस के सभी को रोकने पर पथराव हुआ और फायरिंग भी हुई। इसमें कई पुलिस वाले घायल हुए। मामले में सात एफआईआर दर्ज की गईं। इन्हीं में से एक एफआईआर में संभल के सांसद और समाजवादी पार्टी के नेता जियाउर्रहमान बर्क को मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया गया।
हालांकि, सांसद ने आरोपों से इनकार किया है। एक बयान में उन्होंने दावा किया कि जब हिंसा भड़की, तब वह संभल या यूपी में नहीं थे। उन्होंने यूपी पुलिस पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया।