महाकुंभ के बाद योगी सरकार का नया अभियान, अब लुम्बिनी की तर्ज पर कुशीनगर का विकास
- केंद्र सरकार ने आगामी एक साल में देश में 50 स्थलों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का ऐलान किया है। इसमें कुशीनगर सहित पांच स्थल उत्तर प्रदेश के होंगे। इसमें तीन स्थल बुद्ध से और दो सनातन से जुड़े स्थान शामिल होंगे।

महाकुंभ के भव्य आयोजन से उत्साहित सरकार अब पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आगे की तैयारियों में जुट गई है। सनातन के साथ ही अब बुद्ध सर्किट पर भी फोकस है। केंद्र सरकार ने आगामी एक वर्ष में देश में 50 स्थलों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का ऐलान किया है। इसमें कुशीनगर सहित पांच स्थल उत्तर प्रदेश के होंगे। इसमें तीन स्थल बुद्ध से और दो सनातन से जुड़े स्थान शामिल होंगे। बुद्ध सर्किट में शामिल कुशीनगर को नेपाल स्थित लुम्बिनी की तर्ज पर विकसित करने की तैयारी है।
पर्यटन क्षेत्र में यूपी बड़ी छलांग लगाने की तैयारी में है। महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक लोगों की देश-दुनिया से आमद के बाद अब सरकार की योजना पर्यटकों के ठहरने के स्थल और अन्य सुविधाएं बढ़ाने की है। देशी पर्यटकों के मामले में यूपी लगातार शीर्ष पर बना हुआ है। अब विदेशी पर्यटकों को भी लुभाने की है।
इसके लिए बुद्ध सर्किट के विकास का खाका खींचा जा रहा है। हालिया दिनों में इसी कड़ी में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत यूपी दौरे पर आए थे। शेखावत प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह के साथ कुशीनगर भी गए थे।
जल्द होगा कंसल्टेंट का चयन
दरअसल केंद्र सरकार ने जिन 50 स्थानों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की बात कही है, उसमें जमीन की उपलब्धता अनिवार्य है। यही कारण है कि शुरुआत कुशीनगर से की जा रही है। वहां पर्यटन विभाग के पास 50 एकड़ से अधिक भूमि उपलब्ध है। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह का कहना है कि इसे लुम्बिनी की तर्ज पर विकसित करने की रूपरेखा बनाई जा रही है। इसके लिए जल्द एक कंसल्टेंट का चयन भी किया जाएगा। यही कंसल्टेंट पूरा ब्लू प्रिंट तैयार करेगा। उन्होंने कहा कि अन्य स्थलों पर भी जमीन की उपलब्धता दिखवाई जा रही है। जहां जमीन नहीं है, वहां हम दूसरे विभागों की मदद से इसकी व्यवस्था का प्रयास कर रहे हैं। जयवीर ने कहा कि यूपी में पांच नये स्थलों के विकास की योजना है।