चम्पावत में मनाया विषुवत संक्रांति पर्व
चम्पावत में विषुवत संक्रांति पर्व धूमधाम से मनाया गया। लोग औषधीय पौध कैरुवां को पानी में डाल कर स्नान करते हैं। मान्यता है कि इस दिन स्नान करने से त्वचा संबंधी रोग नहीं होते हैं। पुरोहित ने बताया कि...

चम्पावत। चम्पावत में विषुवत संक्रांति पर्व धूमधाम से मनाया गया। लोगों ने औषधीय पौध कैरुवां को पानी में डाल कर स्नान किया। मान्यता है कि विषुवत संक्रांति पर कैरुवां पौधे के पानी से स्नान करने से त्वचा संबंधी रोग नहीं होते हैं। सोमवार से बैशाख माह की शुरुआत हुई। बैशाखा माह के पहले दिन को विषुवत संक्रांति कहा जाता है। इस दिन पानी में कैरुवां पौध डाल कर स्नान करने की परंपरा है। पुरोहित दिनेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि कैरुवां पौध औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इस पौधे के इस्तेमाल से त्वचा संबंधी रोग नहीं होता है। उन्होंने बताया कि विषुवत संक्रांति को कैरुंवा पौधे को पानी में डाल कर स्नान करने की परंपरा पहले से चली आ रही है। माना जाता है कि विषुवत संक्रांति पर कैरुवां पौधे के स्नान से गर्मी में होने वाले फोड़े, फुंसी, खाज और खुजली से बचाव होता है।
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