चारधाम यात्रा: केदारनाथ-बदरीनाथ धामों पर तीर्थ यात्रियों की संख्या पर नहीं कोई सीमा, ऑनलाइन-आफलाइन ऐसे होगा रजिस्ट्रेशन
- गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि उत्तराखंड चारधाम यात्रा के लिए प्रशासन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। तीर्थ यात्रियों को उम्दा बुनियादी सुविधाओं के साथ ही यातायात व्यवस्था, पेयजल, स्वास्थ्य, पार्किंग आदि पर मुख्यतौर से फोकस किया गया है।

Chardham Yatra Uttarakhand. केदारनाथ-बदरीनाथ, गंगोत्री समेत उत्तराखंड में चारों धामों को दर्शन करने को जा रहे भक्तजनों के लिए बहुत बड़ा अपडेट सामने आया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने इस साल 2025 में तीर्थ यात्रियों की संख्या को सीमित नहीं करने का बड़ा फैसला लिया है।
ऐसे में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु ऑनलाइन या ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर दर्शन करने को आसानी से जा सकते हैं। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि उत्तराखंड चारधाम यात्रा के लिए प्रशासन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं।
बताया कि यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों को उम्दा बुनियादी सुविधाओं के साथ ही यातायात व्यवस्था, पेयजल, स्वास्थ्य, पार्किंग आदि पर मुख्यतौर से फोकस किया गया है। पांडे ने बताया कि यात्रा रूट को प्रमुखतौर से 10 किलोमीटर के सेक्टरों में विभाजित किया गया है ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
पांडे का कहना था कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देश हैं कि यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को किसी भी तरह की कोई परेशानी या असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। पांडे ने बताया कि चारधाम यात्रा को सुचारू ढंग से चलाने के साथ ही सरकार का 'हरित' और पूरे तीर्थस्थल पर स्वच्छता सुनिश्चित करने का विशेष फोकस रहेगा।
विदित हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चारधाम यात्रा के लिए 'हरित यात्रा' की टैगलाइन दी है, इसलिए तीर्थयात्रियों से अपील की जा रही है और फील्ड अधिकारियों को स्पष्ट रूप से बताया गया है कि धामों का धार्मिक महत्व है और उनकी पवित्रता को बरकरार रखा जाए।
चारधाम पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों से अपील की जाएगी कि वे यात्रा रूट पर कोई कचरा या पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाए। आपको बता दें कि चारधाम यात्रा के शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आला अधिकारियों के साथ मीटिंग कर सख्त निर्देश भी जारी किए हैं।
हर 10 किलोमीटर पर होगी नजर
उत्तराखंड गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पांडे ने जानकारी दी है कि सरकार की ओर से यात्रा को सुचारू ढंग से संचालित करने के लिए विशेष प्लान बनाया गया है। कहा कि अधिकारी वॉकी-टॉकी के साथ टू-व्हीलर पर 10 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। सेक्टर के बाद इसे जोन और सुपर जोन में बदल दिया गया है ताकि किसी भी समस्या का तुरंत ही समाधान निकाला जा सके।
उत्तराखंड चारधाम के लिए 14 लाख रजिस्ट्रेशन
यूपी, दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान सहित देश के अन्य राज्यों से उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों का बहुत ही अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। पांडे ने बताया कि धामों के दर्शन करने के लिए अब तक 14 लाख श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। कहा कि इस बार चारधाम यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या पर कोई सीमा नहीं है।
केदारनाथ-बदरीनाथ चारधाम के कपाट खुलने की यह तारीख
उत्तराखंड चारधाम यात्रा के लिए धामों के कपाट खुलने की तारीखों का ऐलान हो चुका है। उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खोले जाएंगे। रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई और चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खोले जाएंगे, जबकि श्री हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खुलेंगे।
चारधाम यात्रा के लिए ऐसे करांए आफनालइान-ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर जाने से पहले तीर्थ यात्रियों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन या फिर ऑफलाइन पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। उत्तराखंड सरकार की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकेगा। साथ ही मोबाइल ऐप touristcareuttarakhand पर भी पंजीकरण कराया जा सकेगा।
हेलीकॉप्टर यात्रा के लिए हेली टिकट heliyatra.irctc.co.in पर बुक किए जा सकेंगे, इसके लिए बुकिंग अप्रैल पहले सप्ताह में शुरू होने की संभावना है। किसी भी समस्या के लिए टोल फ्री नंबर 0135-1364 पर श्रद्धालु 24 घंटे संपर्क कर सकते हैं। इसके साथ ही टेलीफोन नंबर 01352559898 और 01352552627 पर भी संपर्क कर सकेंगे।
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