नैनीतला जिले के रामनगर में कांग्रेसियों और पुलिस के बीच जमकर झड़प-लाठीचार्ज, कांग्रेस ऑफिस खाली कराने पहुंची थी फोर्स
कांग्रेसियों को दफ्तर का ताला टूटा मिला और अंदर कुछ लोग बैठे हुए थे। इससे गुस्साए कांग्रेसियों ने पूर्व विधायक रणजीत रावत के नेतृत्व में कार्यालय के अंदर जाने का प्रयास किया, पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
नैनीताल जिले के रानीखेत रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय खाली कराने को लेकर सोमवार रात करीब डेढ़ बजे तक जमकर बवाल मचा। कांग्रेस के पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत समेत कांग्रेसियों की पुलिस से तीखी झड़प हुई। बवाल बढ़ने पर पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा, जिसमें कई कांग्रेसियों को चोटें भी आई हैं। छह कार्यकर्ता रूप से जख्मी हुए हैं। तनाव बढ़ने पर मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
सोमवार सुबह करीब नौ बजे कांग्रेसियों को दफ्तर का ताला टूटा मिला और अंदर कुछ लोग बैठे हुए थे। इससे गुस्साए कांग्रेसियों ने पूर्व विधायक रणजीत रावत के नेतृत्व में कार्यालय के अंदर जाने का प्रयास किया, पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। विवाद बढ़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। सूचना मिलने पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश, जसपुर विधायक आदेश चौहान समेत काशीपुर और जसपुर के कई कांग्रेस नेताओं ने मौके पर पहुंचकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
बवाल के बाद चार कांग्रेसी हिरासत में
कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि मामले में व्यापारी नीरज अग्रवाल ने पुलिस को तहरीर देते हुए बताया कि कांग्रेस कार्यालय भवन उनकी पैतृक सम्पत्ति है, जिसे उन्होंने वर्ष 2016 से किराये पर दिया था। आरोप है कि पूर्व विधायक रणजीत रावत समेत अन्य लोगों ने जबरन कब्जा करने का प्रयास किया। पुलिस ने चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
रामनगर में आधी रात को फिर लाठीचार्ज से तनाव
कांग्रेस कार्यालय को खाली कराने को लेकर सोमवार को सुबह से देर रात तक बवाल चलता रहा। आधी रात में पुलिस ने दफ्तर के बाहर भीड़ जुटने पर एक बार फिर कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ने का प्रयास किया। पूर्व विधायक रणजीत रावत समेत कांग्रेसियों की इस दौरान पुलिस से तीखी झड़प भी हुई। ऐसे में रामनगर में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। देररात साढ़े 12 बजे प्रशासन के अधिकारी कांग्रेस से वार्ता करने पहुंचे, हालांकि वार्ता विफल रही।
प्रदेशभर से पहुंचे नेता: रामनगर में कांग्रेस दफ्तर पर कब्जे की सूचना मिलते ही प्रदेशभर से कांग्रेस नेता यहां पहुंचने लगे थे। कुमाऊं के नेताओं के अलावा मंगलौर के विधायक काजी मुहम्मद निजामुद्दीन, झबरेड़ा के विधायक वीरेंद्र जाती भी पहुंच गए। पूर्व विधायक रावत ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कांग्रेस दफ्तर का ताला तोड़कर दबंगों को जबरन कब्जा दिलाया है। आरोप है कि पुलिस के लाठी चार्ज करने से जावेद खान, गाजी, ब्लॉक अध्यक्ष देशबंधु रावत समेत कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चोटें आईं हैं। रावत ने बताया कि धक्का मुक्की में एक कार्यकर्ता का अंगूठा भी टूट गया है।
कांग्रेस कार्यालय वर्ष 2016 में खोला था
कांग्रेसियों का कहना है कि रानीखेत रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय वर्ष 2016 में खोला था। पहली बार रामनगर विधानसभा से चुनाव लड़े रणजीत रावत और कांग्रेसियों ने कार्यालय की नींव रखी थी। बताया कि इससे पहले रामनगर के कारोबारी का इस जमीन पर कब्जा था। इधर, कारोबारी भी कांग्रेस कार्यालय भवन को खुद का बता रहा है। मामले में इससे पहले भी विवाद हुआ था। हालांकि दोनों पक्षों में वार्ता के बाद विवाद को निपटा लिया गया था।
कांग्रेस के प्रदर्शन में ये लोग रहे शामिल
कांग्रेस जिलाध्यक्ष राहुल छिम्वाल, पूर्व विधायक संजीव आर्य, संदीप सहगल, ललित जोशी, नगर अध्यक्ष भुवन शर्मा, देशबंधु रावत, भुवन पांडे, देवेंद्र चंदोला, मोईम खान, जावेद खान समेत कार्यकर्ता।
कांग्रेसी नेताओं को मनाने आए एसडीएम
कांग्रेसी नेताओं को कालाढूंगी एसडीएम पारितोष वर्मा मनाने आए। एसडीएम के कहने के बाद भी कांग्रेसी अड़े रहे। पूर्व विधायक रावत का कहना है कि जब तक कार्यालय में बैठे लोग नहीं हटाए जाते हैं, धरना जारी रहेगा।
सत्ता के इशारे पर कार्यालय पर कब्जा किया
यशपाल आर्य ने कहा कि सत्ता के इशारे पर कांग्रेस कार्यालय पर कब्जा किया गया है। दिनदहाड़े ताले तोड़कर कब्जा हुआ है, लेकिन पुलिस भी आरोपियों को बचाने में लगी है। भुवन कापड़ी ने कहा कि प्रदेश में खुलेआम गुंडागर्दी हो रही है। इसी का नतीजा है कि सालों से संचालित कांग्रेस कार्यालय पर कब्जा किया गया है।
कांग्रेसी अवैध कब्जा वैध कराने में जुटे: विकास
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विकास भगत ने कहा की कांग्रेस नेता प्रदेश को अराजकता के माहौल मे झौंकना चाहते है। उन्होंने आरोप लगाया है कि रामनगर में कांग्रेस नेता रणजीत रावत ने वैश्य समाज के एक व्यापारी के कार्यालय और गोदाम में कब्ज़ा कर लिया गया। बार-बार निवेदन करने के बावजूद इसे छोड़ा नहीं गया। भगत ने कहा की बिना सच जाने कांग्रेस के नेता रावत के समर्थन में आ खड़े हुए। व्यापारी के खिलाफ कांग्रेस नेताओं का खड़ा हो जाना उनके राजनीतिक समझ को दर्शाता है।
एहतियातन हिरासत में लिया गया: कोतवाल
पुलिस के मुताबिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। रामनगर कोतवाली के प्रभारी अरुण कुमार सैनी ने बताया कि मामले में व्यापारी नीरज अग्रवाल ने पुलिस को तहरीर दी है। उनका कहना है कि कार्यालय उनका है। वहां पर उनके लोग बैठे हुए थे। आरोप है कि पूर्व विधायक रणजीत रावत समेत कांग्रेसी कार्यालय में बैठे लोगों को हटाकर खुद कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस ने धक्का-मुक्की होने पर ही लाठी चार्ज किया। देररात तक धरना स्थल पर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात रहा।
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