हल्द्वानी में जीवितों के बनाए मृत्यु प्रमाण पत्र, जमानत मिलने पर खुले कई चौंकाने वाले राज
शवों को सुपुर्द-ए-खाक करने के बाद कब्रिस्तान कमेटी की ओर से रसीद जारी की जाती है। इसी रसीद के साथ आवेदन से जुड़े अन्य दस्तावेज प्राप्त होने पर नगर निगम मृतक का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करता है।

उत्तराखंड के हल्द्वानी के वनभूलपुरा थाना क्षेत्र में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। पूरे मामले को जानकर पुलिस भी हैरान रह गई है। हल्द्वानी के वनभूलपुरा थाना क्षेत्र में जीवित व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने का मामला सामने आया है। जिस व्यक्ति का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया है, उसे हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। वह इन दिनों जमानत पर जेल से बाहर है। उसी ने फर्जी प्रमाण पत्र को लेकर शिकायत की थी।
जांच के बाद आरोपों की पुष्टि होने पर कब्रिस्तान कमेटी के पदाधिकारी पिता-पुत्रों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस को अंदेशा है कि फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने का पूरा गिरोह यहां चल रहा है। दो अन्य लोगों के इसी तरह प्रमाण पत्र बनवाए जाने की बात सामने आ रही है। पुलिस के मुताबिक वनभूलपुरा में एक काफी पुराना कब्रिस्तान है।
यहां शवों को सुपुर्द-ए-खाक करने के बाद कब्रिस्तान कमेटी की ओर से रसीद जारी की जाती है। इसी रसीद के साथ आवेदन से जुड़े अन्य दस्तावेज प्राप्त होने पर नगर निगम मृतक का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करता है। बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले पुलिस को अज्ञात व्यक्ति ने सूचना दी कि कब्रिस्तान कमेटी जीवित लोगों को मृत बताकर फर्जी रसीदें जारी कर रही है।
मामले की गंभीरता तब पता लगी जब अफजाल अली निवासी लाइन नंबर-12 ने पुलिस को शिकायती पत्र दिया। जिसमें उसने खुद का और दो अन्य जीवित व्यक्तियों के मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होने का आरोप लगाया। पुलिस के मुताबिक अफजाल को 2012 के हत्या के एक मामले में न्यायालय से आजीवन कारावास की सजा हो चुकी है। सजा के खिलाफ अपील करने की वजह से अफजाल इन दिनों जमानत पर है।
शिकायतकर्ता का आरोप है कि कब्रिस्तान कमेटी की ओर से जारी इन तीन रसीद में उसका नाम भी शामिल है, जिसमें उसे मुर्दा घोषित किया गया है। पुलिस ने मामले में नगर निगम से समन्वय बनाकर जांच शुरू की तो आरोप सही पाए गए। इसके बाद रजिस्ट्रार जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र डॉ.मनोज कांडपाल की ओर से वनभूलपुरा थाने में तहरीर दी गई।
जिसमें उन्होंने दो आरोपियों के नाम दिए, साथ ही दावा किया कि जीवित लोगों को मुर्दा दिखाकर प्रमाण पत्र बनवाने वाला गिरोह सक्रिय है। एसओ नीरज भाकुनी ने बताया कि कब्रिस्तान कमेटी के पदाधिकारी इकबाल अंसारी और उसके बेटे तनवीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।नैनीताल एसएसपी पीएन मीणा ने बताया कि ऐसे किसी भी फर्जीवाड़े को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
कई लोग पुलिस के रडार पर
इस मामले की पुलिस गहनता से जांच कर रही है। गलत तरीके से मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पीछे क्या उद्देश्य है, इसका पता लगाया जा रहा है। पुलिस मामले में तरह-तरह की आशंकाएं जता रही है, हालांकि अधिकारी कुछ भी स्पष्ट रूप से बताने को तैयार नहीं हैं। जिन लोगों के प्रमाण पत्र बनवाए गए हैं उनके करीबियों के साथ ही कमेटी के पदाधिकारियों से भी पूछताछ की जा रही है। एसएसपी पीएन मीणा ने बताया कि मामले की जांच राजपत्रित अधिकारी से कराई जाएगी।
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