बचपन के दोस्त पर मदद के झांसे में 17.50 लाख रुपये हड़पने का आरोप
देहरादून में एक व्यक्ति ने अपने बचपन के दोस्त पर 17.50 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। आरोपी ने व्यवसाय में मदद के नाम पर पैसे लिए, लेकिन लौटाने में असफल रहा। पीड़ित ने कानूनी नोटिस भेजा, जिसे...

देहरादून, वरिष्ठ संवाददाता। एक व्यक्ति ने अपने बचपन के दोस्त पर मदद के बहाने 17.50 लाख रुपये पैदल हड़पने का आरोप लगाया है। मामले में राजपुर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृत्युंजय त्रिवेदी निवासी द्रोणपुरी, धर्मपुर ने मामले में नेहरू कॉलोनी थाने में शिकायत दर्ज कराई। कहा कि आशुतोष गुसाईं पुत्र हुकुम सिंह गुसाईं निवासी चित्रलेखा कॉलोनी, डंडा धर्मपुर उनके बचपन से दोस्त हैं। कहा कि आशुतोष अगस्त 2018 में भारतीय कोस्ट गार्ड से रिटायरमेंट लेकर आए। इसके बाद कारोबार में मदद के नाम पर पीड़ित से 2019 से 2022 के बीच कई बार मदद के नाम पर रकम ली।
रकम लेते हुए जेसीबी और हॉस्टल व्यवसाय में लगाने का झांसा दिया। वादा किया गया कि धनराशि जल्द वापस कर दी जाएगी। न दे पाने पर सेलाकुई का हॉस्टल बेचेंगे। मृत्युंजय त्रिवेदी ने बताया कि उन्होंने 2019 से 2022 तक कुल 17.50 लाख रुपये दिए। इस दौरान आशुतोष ने कोविड-19 के कारण व्यवसाय में घाटा, जेसीबी के खाई में गिरने और पार्टनरों से अनबन जैसे बहाने बनाए। बाद में उन्होंने सहस्त्रधारा में एक होटल प्रोजेक्ट शुरू करने की बात कहकर और राशि मांगी। जिसमें 15 फीसदी हिस्सेदारी का झांसा दिया। जब पीड़ित ने पहले दी रकम वापस मांगी तो आशुतोष ने बार-बार तारीखें बढ़ाईं और धमकियां देना शुरू कर दिया। आरोप है कि फरवरी 2023 में आशुतोष ने पीड़ित और उनकी पत्नी को फोन पर धमकियां दीं और पैसे वापस न करने की बात कही। सात फरवरी 2024 को पीड़ित ने अधिवक्ता शैलेंद्र पुंडीर के माध्यम से 15.20 लाख रुपये की वसूली के लिए कानूनी नोटिस भेजा। जिसे आरोपियों ने खारिज कर दिया। जून 2024 में पता चला कि आशुतोष का होटल मई 2024 में बिक चुका था। उन्होंने कोई भुगतान नहीं किया। नेहरू कॉलोनी थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि आरोपी आशुतोष के खिलाफ मुकदमा दर्जकर जांच की जा रही है।
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