मसूरी डिवीजन में आग बुझाने को तैनात किए दौ सो फायर वाचर
मसूरी वन प्रभाग में इस बार वनाग्नि से निपटने के लिए बेहतर तैयारी की गई है। सात रेंजों में करीब 200 फायर वाचर तैनात किए गए हैं। स्थानीय समितियों का भी गठन किया गया है ताकि आग की निगरानी और सूचना समय पर...

मसूरी वन प्रभाग में इस बार वनाग्नि से निपटने के लिए ज्यादा तैयारी की जा रही है। इस बार सात रेंजों में करीब दौ सो फायर वाचर तैनात किए गए हैं। जबकि स्थानीय लोगों की समितियां भी बनाई गई हैं। ताकि आग की ज्यादा से ज्यादा मानिटरिंग हो और सूचनाएं समय पर मिल सकें। ये जानकारियां शनिवार को एसडीओ मसूरी डा. उदय गौड़ ने एपीसीसीएफ वनाग्नि निशांत वर्मा के मालसी फायर कंट्रोल रूम के निरीक्षण के दौरान दी। एपीसीसीएफ न निरीक्षण के दौरान मालसी कंट्रोल रूम में वनाग्नि नियंत्रण के लिए किये जा रहे उपायों की जानकारी लेते हुए आवश्यक सुझाव भी दिए। डा. उदय गौड़ ने उन्हें बताया कि मसूरी वन प्रभाग में फारेस्ट फायर नियंत्रण हेतु मालसी कंट्रोल रूम में 7 रेंजों में स्थित 43 क्रू स्टेशन और 16 बेस स्टेशन से सूचना प्राप्त की जा रही हैं। इस पर एपीसीसीएफ ने मास्टर कंट्रोल रूम में संधारित पंजिकाओं का भी निरीक्षण किया। उन्होंने उत्तराखंड फारेस्ट फायर ऐप, एफएसआई फारेस्ट फायर अलर्ट सिस्टम , फायर डेंजर रेटिंग इंडेक्स फीडबैक सिस्टम आदि के सम्बन्ध में जानकारी ली और बेहतरी के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान मसूरी रेंजर राकेश नेगी भी मौजूद रहे।
1926 पर दें आग की सूचना
वहीं मसूरी डिवीजन की ओर से सोशल मीडिया और लोगों के बीच जाकर वनाग्नि को लेकर जागरुकता फैलाई जा रही है। डीएफओ अमित कंवर ने बताया कि आग के कारण, उसकी सूचना, बचाव के उपाय और नुकसान के बारे में लोगों को बताया जा रहा है। ताकि वे भी जागरुक और जिम्मेदार हों। उन्होंने बताया लोगों को टोल फ्री नंबर 1926 के बारे में भी बताया जा रहा है कि इस पर कभी भी आग की सूचना दे सकते हैं।
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