कोरोना वायरस से निपटने को उत्तराखंड में ट्रैकिंग सिस्टम पर फोकस, डॉक्टर समेत 3 में हो चुकी पुष्टि
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कोविड का मौजूदा सब वैरिएंट जेएन वन ज्यादा घातक तो नहीं है लेकिन पहले से बीमार लोगों के लिए यह वायरस खतरनाक हो सकता है।

Corona Virus: उत्तराखंड में बाहर से आए तीन लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद अब संक्रमण को काबू में रखने के लिए सर्विलांस के साथ ही ट्रैकिंग सिस्टम को फिर से शुरू किया जा रहा है। इसके तहत ट्रैवल हिस्ट्री वाले मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान कर वायरस को फैलने से रोका जाएगा। विदित है कि कोविड 19 के दौरान संक्रमण को रोकने के लिए सर्विलांस के साथ ट्रैकिंग सिस्टम को खासा अहम माना गया था।
इसके तहत किसी संक्रमित के संपर्क में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को ट्रैक कर उन्हें आइसोलेट किया गया था, ताकि वायरस का प्रसार ज्यादा लोगों तक न हो।स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कोविड का मौजूदा सब वैरिएंट जेएन वन ज्यादा घातक तो नहीं है लेकिन पहले से बीमार लोगों के लिए यह वायरस खतरनाक हो सकता है। ऐसे में इसका प्रसार रोकने के लिए सर्विलांस के साथ ही ट्रैकिंग पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य सचिव, डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि उत्तराखंड में अभी संक्रमण का कोई भी केस सामने नहीं आया है। जो तीन लोग संक्रमित पाए गए हैं वह राज्य में बाहर से आए हैं। हालांकि इसके बाद भी सर्विलांस और ट्रैकिंग सिस्टम को शुरू किया जा रहा है, ताकि कोविड का प्रसार सोसायटी में न हो पाए। सभी सीएमओ को संक्रमण को रोकने के लिए सभी उपाय करने को कहा गया है।
देहरादून जिले में कोरोना के तीन केस, सभी स्थिर
एसीएमओ डॉ. सीएस रावत ने बताया कि एम्स में हाल में कोरोना के तीन मामले सामने आए हैं। ये तीनों व्यक्ति गुजरात, मुंबई और हैदराबाद से उत्तराखंड आए। कोविड टेस्ट में तीनों व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसमें से मुंबई का व्यक्ति वापस चला गया है। एक व्यक्ति को अस्पताल में और दूसरे व्यक्ति को होम आइसोलेट किया गया है।
आइसोलेशन में रखे दोनों व्यक्तियों की तबीयत स्थिर है। देहरादून में अब तक 36 सैंपल लिए गए हैं। उत्तराखंड में स्थानीय स्तर पर अब तक कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है। इधर, जिलाधिकारी देहरादून ने पिछले कोविड की तरह जिले स्तर पर सैंपलिंग टीम, मोबाइल टीम, कोविड कंट्रोल रूम, कार्मिकों की ड्यूटी, एंबुलेंस एवं अन्य वाहन एवं संसाधनों की पूरी रिपोर्ट मांगी है।
लक्षण दिखें तो तत्काल जांच कराएं
डीएम सविन बंसल ने लोगों से अपील की कि कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत जांच कराएं और खुद को आइसोलेट करें। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। इस दौरान एसडीएम हरि गिरि, एसीएमओ डॉ. सीएस रावत एवं डॉ. वंदना सेमवाल, सीएमएस डॉ. चंद्रमोहन शुक्ला, डॉ. पीएस रावत, डॉ. एमएस डोगरा, दून अस्पताल के कोविड नोडल डॉ. कुमार जी कौल आदि मौजूद रहे।
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