एसटीएच से दवा लेकर उड़ेगा ड्रोन, कोटाबाग से लाएगा ब्लड सैंपल
प्रधानमंत्री मोदी के ड्रोन दीदी कार्यक्रम का ट्रायल हल्द्वानी में राजकीय मेडिकल कॉलेज में शुरू हुआ। ड्रोन दवा, वैक्सीन और ब्लड सैंपल को लाने-ले जाने का कार्य करेगा। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को...

हल्द्वानी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रोन दीदी कार्यक्रम को राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रबंधन अमली जामा पहुंचाने जा रहा है। इसके तहत पहले दिन ट्रायल में डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) से ड्रोन दवा, फ्लूड, वैक्सीन लेकर सीएचसी कोटाबाग जाएगा और वहां से ब्लड सैंपल लेकर आएगा। ड्रोन संचालन के लिए एसटीएच में ड्रोन डिलीवरी हब बनाया जाएगा। एसटीएच में ड्रोन दीदी कार्यक्रम के नोडल अधिकारी सीएस गुरुरानी ने बताया कि मंगलवार को इसका ट्रायल किया जाएगा। इस कार्यक्रम के लिए दो कंपनियों का चयन किया गया था, लेकिन एक कंपनी के इच्छुक नहीं होने पर अंतत: गुरुग्राम स्थित टेक ईगल कंपनी को यह काम सौंपा गया है। यही कंपनी महिलाओं को ड्रोन संचालन का काम भी सिखाएगी।
महिलाओं को सशक्त बनाने की है योजना
देश में महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री ने नवंबर 2023 में ‘नमो ड्रोन दीदी योजना लॉंच की। इसके तहत स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को ड्रोन देकर संचालन का प्रशिक्षित किया जाएगा। जिसके बाद महिलाएं फसलों की निगरानी, कीटनाशकों और उर्वरकों का छिड़काव और बीज बुआई आदि में इसका उपयोग करेंगी। इसी योजना के तहत दुरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को भी जोड़ा जा रहा है।
120 किमी की रफ्तार दौड़ेगा ड्रोन
कंपनी के बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर अमन कुमार गौतम ने बताया कि ड्रोन की स्पीड 120 किमी प्रतिघंटा है। ड्रोन एक बार में 100 किमी तक का सफर तय कर सकता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोटाबाग और एसटीएच के बीच की दूरी करीब 65 किमी है।
पांच किलो वजन के साथ 400 फीट पर उड़ेगा
पांच किलो वजन लेकर ड्रोन 400 फीट की ऊंचाई पर उड़कर कोटाबाग जाएगा। ड्रोन को इतने ही फीट तक उड़ने की इजाजत है। मैनेजर गौतम ने बताया कि एसटीएच से पांच किलो वजन लेकर ड्रोन को कोटाबाग भेजा जाएगा और वहां से ड्रोन सैंपल आदि लेकर आएगा। उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी एम्स ऋषिकेश, एम्स बिलासपुर (हिमाचल) में इसी काम में जुटी है। उन्होंने दावा किया कि उनकी कंपनी ने मेघालय में एशिया का सबसे बड़ा और सबसे पहला ड्रोन डिलीवरी हब बनाया है।
ड्रोन दीदी कार्यक्रम का मंगलवार को ट्रायल एसटीएच में हो रहा है। इसके लिए सभी जरूरी तैयारी कर ली गई हैं। इस कार्यक्रम के शुरू होने से दूर दराज के मरीजों को काफी लाभ होगा।
डॉ. अरुण जोशी, प्राचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी
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