अमेरिका और चीन में टैरिफ वॉर के बीच भारत को बड़ा फायदा! बोइंग सौदे में मारेगा बाजी
- अमेरिका और चीन के बीच चल रही टैरिफ वॉर में भारत को पहला बड़ा फायदा मिल सकता है। एयर इंडिया उन बोइंग विमानों को खरीदने जा रहा है, जिसे अमेरिका ने चीन ने बनाया था, लेकिन व्यापारिक तनाव के चलते चीन ने वापस कर दिया।

अमेरिका और चीन के बीच छिड़े टैरिफ वॉर ने वैश्विक कारोबार को हिला कर रख दिया हो, लेकिन भारत के लिए यह एक सुनहरा मौका बनकर उभरा है। बोइंग के उन विमानों को, जिन्हें अमेरिका से व्यापारिक तनाव के चलते चीन की एयरलाइंस खरीदने से पीछे हट गईं, भारत की एयर इंडिया हासिल करने की तैयारी में है। रिपोर्ट है कि एयर इंडिया को जून महीने तक बोइंग के 737 सीरीज के लगभग 9 और विमानों की डिलीवरी मिलना तय है।
सूत्रों के मुताबिक, एयर इंडिया अब बोइंग से उन विमानों को खरीदने जा रही है, जिन्हें अमेरिकी कंपनी ने चीन के लिए बनाया था, लेकिन सौदे अधर में लटक गए। एयर इंडिया ऐसे और विमान भी चाहती है, जिनकी डिलीवरी आने वाले महीनों में होनी थी, लेकिन अब अमेरिका और चीन के बीच तनाव के बाद वो स्लॉट खाली हो सकते हैं।
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध ने वैश्विक सप्लाई चेन को बाधित किया है, वहीं भारत ने कूटनीतिक सूझ-बूझ से इसका व्यावसायिक लाभ उठाया है। एयर इंडिया की यह रणनीति न केवल कंपनी की मजबूती को दर्शाती है, बल्कि भारत की वैश्विक विमानन उद्योग में बढ़ती भूमिका को भी साबित करती है।
क्यों खास यह डील?
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर यह डील संभव हो जाती है तो एयर इंडिया को एक नहीं कई फायदे हो सकते हैं। एयर इंडिया को कम समय में ज्यादा विमान मिल सकते हैं। चीन की जगह भारत जैसे उभरते बाजार को तरजीह मिल रही है। यह भारत की वैश्विक एविएशन में बढ़ती भूमिका को दिखाता है।
जून तक 9 और विमान की डिलीवरी तय
ब्लूमबर्ग न्यूज ने पहले अपनी रिपोर्ट में कहा था कि एयर इंडिया को जून महीने तक लगभग नौ और 737 बोइंग विमान मिलने की उम्मीद है, जिससे कुल विमानों की संख्या 50 हो जाएगी, लेकिन अमेरिका-चीन टैरिफ युद्ध के चलते इस स्थिति में बदलाव आया है, जिससे एयर इंडिया को और फायदा हो सकता है।
इसी तरह 2023 में एयर इंडिया ने बोइंग से 140 नए नैरोबॉडी विमानों का ऑर्डर दिया था। इनकी डिलीवरी मार्च 2026 के बाद शुरू होने की उम्मीद है। दरअसल, एयर इंडिया अपने कुछ पुराने एयरबस विमानों को धीरे-धीरे हटाने और मौजूदा विमानों में रीफिटिंग के चलते भी अस्थायी रूप से अपने बेड़े से कुछ विमानों को बाहर करने जा रही है।