Haldwani Post Office Faces Major Issues No Toilets for Women Parking Problems and Slow Service प्रधान डाकघर में मूलभूत सुविधाओं का टोटा, लोग परेशान, Rudrapur Hindi News - Hindustan
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प्रधान डाकघर में मूलभूत सुविधाओं का टोटा, लोग परेशान

हल्द्वानी के प्रधान डाकघर में 20 कमरे और 78 कर्मचारी हैं, लेकिन यहां महिलाओं के लिए शौचालय, पार्किंग और अन्य मूलभूत सुविधाओं की कमी है। ग्राहकों को जल, शौचालय और अन्य सुविधाओं के लिए परेशान होना पड़...

Newswrap हिन्दुस्तान, रुद्रपुरMon, 14 April 2025 03:13 PM
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प्रधान डाकघर में मूलभूत सुविधाओं का टोटा, लोग परेशान

- प्रधान डाकघर में कुल 20 कमरें व 78 कर्मचारी करते है काम - महिला ग्राहकों के लिए नहीं है शौचालय की व्यवस्था

- पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से आड़े तिरछे खड़े रहते हैं वाहन

- महिलाओं के लिए डाकघर में नहीं है अलग काउंटर की व्यवस्था

कॉमन इंट्रो-

हल्द्वानी। शहर के ब्रिटिशकालीन प्रधान डाकघर में लाखों रुपये का लेन-देने करने वाले उपभोक्ताओं को बदहाल व्यवस्थाओं के कारण परेशानी झेलने को मजबूर होना पड़ रहा है। डाकघर में सर्वर धीमा चलने, पर्याप्त काउंटरों की व्यवस्था नहीं होने, पीने के पानी की व्यवस्था और ग्राहकों के लिए शौचालय की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने की समस्या है। डाकघर के अंदर आधार सेवा केंद्र संचालित है जिसमें हल्द्वानी, कालाढूंगी और ग़ौलापार के आस–पास के लोग अपने आधार कार्ड बनवाने आते हैं, लेकिन डाकघर में होने वाली अवस्थाओं से उन्हें दिनभर लाइन में जूझना पड़ता है। बोले हल्द्वानी की टीम जब डाकघर पहुंची तो वहां मौजूद लोगों से वहां की अव्यवस्थाओं के बारे में जाना।

मुख्य खबर –

हल्द्वानी। प्रधान डाकघर के भवन में 20 कमरे हैं। इनमें पीएलआई, मनीआर्डर, ई-पोस्ट, जनसेवा मेल, ट्रेजरी, पेंशन से जुड़े कई तरह के कार्य किए जाते हैं। इन सभी कार्यों के लिए भवन में कुल 78 कर्मचारी काम करते हैं। वहीं डाकघर में हर दिन लेन-देन और डाक संबधी कार्य कराने वाली महिलाओं से लेकर दिव्यांगों तक, हर वर्ग के लोगों को यहां किसी न किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। डाकघर में सुबह से अपने काम कराने पहुंचे लोगों को डाकघर में मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल पाती हैं। डाकघर में लोगों के लिए ना तो पीने के पानी की व्यवस्था हेना ही शौचालय की। यहां लोग सुबह 6-7 बजे से लाइन लगाकर खड़े रहते है। ऐसे में इनके लिए मूलभूत सुविधाएं तो होनी चाहिए।

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महिला ग्राहकों के लिए नहीं है शौचालय

हल्द्वानी। डाकघर में रजिस्ट्री, पोस्टल ऑर्डर व अन्य कार्यों के लिए आने वाली महिलाओं को मूलभूत सुविधा जैसे शौचालय तक मयस्सर नहीं है। डाकघर परिसर में शौचालय तो है, लेकिन वह हमेशा तालाबंद रहता है और केवल स्टाफ के लिए आरक्षित बताया जाता है। गौलापार से डाकघर के आधार सेवा केंद्र में अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवाने आई विनीता ने बताया कि वह सुबह 11 बजे डाकघर पहुंची थीं। आपातकाल में जब उन्होंने शौचालय के बारे में पूछा, तो कर्मचारियों ने बताया कि ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। उन्हें रोडवेज जाकर सार्वजनिक शौचालय इस्तेमाल करने की सलाह दी गई। महिलाओं की बढ़ती आवाजाही को देखते हुए डाकघर में सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था न होना चिंता का विषय है।

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वाटर कूलर की व्यवस्था नहीं

हल्द्वानी। प्रधान डाकघर के अंदर वाटर कूलर की सुविधा नहीं होने से यहां अपना लेनदेन संबंधी कार्य करने आने वाले लोग परेशान होते हैं लोगों का कहना है कि शहर का सबसे बड़ा डाकघर होने के तहत यहां वाटर कूलर आदि की व्यवस्था होनी चाहिए जिससे कि गर्मी के दिनों में लोगों को डाकघर में होने वाले कार्य में समय लगने पर शीतल पेय की व्यवस्था मिल सकेगी।

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डाकघर में पार्किंग की व्यवस्था नहीं

हल्द्वानी। वाहन पार्किंग की सही व्यवस्था नहीं होने के कारण परिसर में आड़ी तिरछी खड़ी रहती है इससे कई बार दिव्यांग व्यक्तियों के लिए बनाया गया रैंप भी कर हो जाता है। लोगों का कहना है कि डाकघर में राम की व्यवस्था होने के बाद भी दिव्यांग इसका प्रयोग नहीं कर पाएंगे क्योंकि रैंप के बाहर आड़ी तिरछी गाड़ियां खड़ी रहती है डाकघर में काम करने आने वाले लोगों का कहना है कि सालों से वह यहां आ रहे हैं लेकिन मूलभूत जन सुविधा के नाम पर उन्हें कोई व्यवस्था नहीं मिल पाती है।

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एटीएम भी बीते 6 महीने से है बंद

हल्द्वानी। शहर में भारतीय डाक की ओर से संचालित एकमात्र एटीएम भी पिछले 6 माह से बंद है, जिससे हजारों ग्राहकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह एटीएम हल्द्वानी मुख्य डाकघर परिसर में आने वाले खासतौर पर बुजुर्गों, पेंशनधारकों और ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों के लिए सुविधा का प्रमुख केंद्र है। इससे उन्हें डाकघर में लंबी लाइन लगाने के लिए परेशान नहीं होना पड़ता था। नागिन के अंदर यह सुविधा नहीं मिल पाने के कारण उन्हें निजी बैंकों के एटीएम पर निर्भर रहना पड़ता है, जहां अतिरिक्त शुल्क और और सुविधा का सामना करना पड़ता है।

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सुरक्षा के लिए नहीं है गार्ड की तैनाती

हल्द्वानी। डाकघर में सुरक्षा गार्ड की तैनाती नहीं होने से भी कई बार विवाद का माहौल उत्पन्न हो जाता है यहां आने वाली महिला ग्राहकों का कहना है कि डाकघर के अंदर व्यवस्थाएं संभालने और विवाद के दौरान स्थिति को संभालने के लिए किसी गार्ड का होना आवश्यक है महिला उपभोक्ता रेखा ने बताया कि कई बार डाकघर में अधिक भीड़ रहती है ऐसे में हर किसी को अपना काम करवाने की जल्दी होती है तो वह बात की स्थिति बन जाती है ऐसे मौके पर गांठ की तैनाती होने से व्यवस्थाओं को सुधारने में मदद मिल सकेगी।

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डाकघर में ग्राहकों की पांच मुख्य समस्याएं

- महिला ग्राहकों के लिए नहीं है शौचालय की व्यवस्था

- पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से आड़े तिरछे खड़े रहते हैं वाहन

- कुमाऊं का सबसे बड़ा डाकघर में एसी और कूलर की नहीं है व्यवस्था

- महिलाओं के लिए डाकघर में नहीं है अलग काउंटर की व्यवस्था

- डाकघर में नहीं है पानी की व्यवस्था

डाकघर में ग्राहकों के लिए सुझाव

- महिला ग्राहकों के लिए डाकघर में शौचालय खोला जाए

- डाकघर में पार्किंग की उचित व्यवस्था बनाई जाएं

- डाकघर में एसी और कूलर की व्यवस्था की जाएं

- महिलाओं के लिए डाकघर में अलग काउंटर बनाया जाएं

- डाकघर में उपभोक्तओं के लिए वॉटर कूलर लगाया जाए

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बॉटम के लिए प्रस्तावित

एजेंट और उपभोक्ताओं के लिए अलग काउंटर की नहीं है व्यवस्था

हल्द्वानी। डाकघर में एजेंट और उपभोक्ताओं के लिए अलग-अलग काउंटर की व्यवस्था नहीं है जिसके चलते एजेंट और उपभोक्ता भीड़ बढ़ने पर दोनों ही लाइन में खड़े रहते हैं कई बार एजेंट अपने साथ नए उपभोक्ताओं को लेकर आते हैं लेकिन भीड़ को देखते हुए उपभोक्ता डाकघर में आने से कतराते हैं लोगों का कहना है कि एजेंट को डील करने के लिए अलग काउंटर होना चाहिए जबकि उपभोक्ताओं के कारण काउंटर अलग हो जिससे कि व्यवस्थाएं आसानी से चल सकेंगी।

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रैंप के बाहर पड़ी रहती है गंदगी

हल्द्वानी प्रधान डाकघर के बाहर दिव्यांगों के लिए बनाए गए रैंप में व्यवस्था नहीं होने के कारण गंदगी पड़ी रहती है। डाकघर में आने वाले लोगों का कहना है कि रैंप में सफाई आदि की व्यवस्था अच्छी नहीं है। वही उसके आसपास गंदगी फैली रहती है जिससे कि कई बार दिव्यांग व्यक्ति भी परेशान होते हैं। उनका कहना है कि डाकघर में जहां-तहां पान आदि खाकर लोगों ने थूका हुआ है जिससे की गंदगी नजर आती है।

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सेल्फ कियोस्क मशीन से नहीं शुरू हुई सेवा

हल्द्वानी प्रधान डाकघर में ग्राहकों की सुविधा के लिए सेल्फ कियोस्क मशीन मंगवाई गई है, जिसे अभी तक इंस्टॉल नहीं किया गया है। कियोस्क मशीन का संचालन शुरू नहीं करने के कारण ग्राहकों को दिक्कत झेलनी पड़ती है। तकनीकी टीम के ना आने के कारण मशीन कई महिनों से डाकघर में पड़ी हुई है। लोगों ने बोला की अगर मशीन लग जाती तो काफी आराम होता। काउंटर बंद होने पर भी पासबुक एंट्री और रजिस्ट्री आदि कार्य करने में सरलता हो जाती। जानकारी के अनुसार पॉयलेट प्रोजेक्ट के तहत इस मशीन को डाकघरों में ग्राहक की सुविधा के लिए लगाया जाना है। लेकिन अभी तक यह मशीन इंस्टॉल नहीं हो पाइ है।

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सर्वर की धीमी रफ़्तार उपभोक्ताओं को करती है परेशान

हल्द्वानी। प्रधान डाकघर में सर्वर की धीमा होना भी उपभोक्ताओं एक बार फिर ग्राहकों के लिए परेशानी का कारण बन गई। रोजाना डाकघर पहुंचने वाले सैकड़ों लोगों को मामूली कार्यों के लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। ग्राहकों ने बताया कि ऐसी समस्या आए दिन सामने आती है, जिससे जरूरी कार्य समय पर नहीं हो पाते। कई बार तो बुजुर्गों और दूर-दराज से आए लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ता है।

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इनकी सुनिए

पोस्ट आफिस में आए दिन सर्वर की समस्या रहती है। एक काम के लिए कई बार पोस्ट ऑफिस के चक्कर काटने पड़ते है। कभी सर्वर डाउन रहता है तो कभी कर्मचारियों के कम होने की वजह से काम नहीं हो पाता है।

- समद

मैं यहां आधार कार्ड को अपडेट करवाने आया था। आधार का काम करवाने के लिए सुबह छह-सात बजे से लाइन लगानी पड़ती है। उसके बाद भी कई बार काम नहीं हो पाता है। जल्द से सर्वर की समस्या को सही करवाना चाहिए।

- यूनमस अली शाह

मैं अकसर पोस्ट ऑफिस आता रहता हूं। यहां बुर्जुगों व महिलाओं के लिए अलग से एक-एक काउंटर होना चाहिए। सामान्य काउंटर के होने से सभी लोगों को एक ही काउंटर में खड़े होना पड़ता है, जो की सरासर गलत है।

- वासुदेव

पोस्ट ऑफिस में कम काउंटर होने के कारण भी काम होने में समय लगता है। अगर ऑफिस में एक-दो काउंटर बढ़ा दिए जाए तो कर्मचारियों के साथ-साथ उपभोक्तओं को भी काफी सहायता मिलेगी।

- बाकर अली

पोस्ट ऑफिस में पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। कई बार गर्मी, भीड़ व सुबह से लाइन में खड़े होने के कारण कई बुजुर्ग चक्कर खाकर गिर भी जाते है। ऐसे में पोस्ट ऑफिस में पानी की व्यवस्था होनी चाहिए।

-केशव लाल

यहां न तो महिलाओं के लिए शौचालय है ना ही पीने की पानी की काई व्यवस्था है। सुबह से घंटों लाइन में ख़ड़ा होना पड़ता है, ऐसे में पोस्ट ऑफिस में मूलभूत सुविधाएं तो होनी चाहिए या कर्मचारी काम तेजी से करें।

- दिशा

पोस्ट ऑफिस में काउंटर की कमी के कारण भी काफी दिक्कतें होती है। कुछ काउंटर में काम नहीं होता है तो कुछ काउंटर में सर्वर स्लो हो जाता है। विभाग को काउंटर की संख्या बढ़ानी चाहिए और सर्वर की स्पीड भी ।

- हरीश चंद्र

पानी व शौचालय की समस्या के साथ ही पोस्ट ऑफिस में साफ-सफाई की भी समस्या है। यहां बहुत गंदगी रहती है। यह कुमाऊं का सबसे बड़ा डाकघर है, विभाग को कम से कम साफ-सफाई का तो ध्यान रखना चाहिए।

- संगीता

मैं रुद्रपुर से यहां अपना काम करवाने आई हूं। हमारे वहां पोस्ट ऑफिस कई समय से बंद पड़ा है। बच्चों का आधार अपडेट करना था तो यहां आना पड़ा। सुबह से आए हुए है दोपहर तक काम नहीं हुआ है।

- मुन्नी देवी

पोस्ट ऑफिस में कई सारी दिक्कतें है। यहां अभी तक पुरानी तकनीकी से काम किया जाता है। पासबुक प्रिंट करवाने के लिए मशीन का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इसके अलावा महिलों से एटीएम भी बंद पड़ा है।

- शरद नारायण वर्मा

महिनों पहले पोस्ट ऑफिस का एटीएम अपडेट हो जाना चाहिए था। मशीन अपडेट न होने के कारण कई महिनों से एटीएम बंद पड़ा है। यहां हर काम काफी देरी से होता है। जिसकी वजह से सब परेशान रहते है।

- गिरीश चंद्र

पोस्ट ऑफिस में काम करवाने के लिए सुबह से लोगों की भीड़ लगी रहती है। आधार कार्ड अपडेट करवाने क लिए सुबह से लोग लाइन में खड़े रहते है। सुबह सेलाइन में लगे रहने के बाद भी दोपहर बाद नंबर आता है।

- एसपी सिंह

मैं रामपुर रोड से यहां आया हूं। पोस्ट ऑफिस में महिलाओं व बुजुर्गों के लिए उचित सुविधाएं नहीं है। यहां ना तो वॉटर कूलर लगे है और ना ही शौचालय की कोई व्यवस्था है। इसका विभाग को ध्यान देना चाहिए।

- बीबी सविता

मैं सुबह से आधार कार्ड बनवाने के लिए आया हूं। दोपहर तक नंबर नहीं आया है, मेरे बाद आए लोगों का काम पहले हो गया है पर मेरा अभी तक नंबर नहीं आया। आधार कार्ड बनाने के लिए दो काउंटर होने चाहिए।

- इकबाल

मैं गौजाजाली से यहां किसी काम से आया हूं। एक तो पोस्ट ऑफिस में पर्याप्त सुविधाएं नहीं है उसके ऊपर से यहां महिनों से सेल्फ बुकिंग कियोस्क मशीन ऑफिस के बीचोंबीच रखी हुई है। जिससे दिक्कत हो रही है।

- अयान

पोस्ट ऑफिस में महिला शौचालय बनाया तो गया है पर वहां हमेशा ताला लगा रहता है। अधिकारियों से ताला खोलने के लिए बोले तो वो लोग बाहर जाने को कहते है। महिलाओं को बहुत दिक्कत होती है।

-शुमायला

पोस्ट ऑफिस की तरफ से अगर समय-समय पर हर जगह कैंप लगाए जाए तो बेहद आराम होगा। हम कैंप में जाकर बच्चों के आधार अपडेट करवा सकेंगे। इससे उपभोक्तओं के साथ-साथ विभाग का भी काम आसान होगा।

- अनीता मौर्य

महिलाओं के लिए केवल राखी के समय पर अलग काउंटर खोला जाता है जो बाद में हटा दिया जाता है। महिलाओं क लिए काउंटर हमेशा अलग होना चाहिए। इसके अलावा यहां काम कराने के लिए कई चक्कर लगाने पड़ते है।

- पल्लवी

पासबुक मैन्युअली अपडेट की जाती है, जिसकी वजह से काफी समय लगता है। एक आदमी का काम करने में ही 5-10 मिनट लग जाते है। इसलिए मशीन द्वारा पासबुक अपडेट करनी चाहिए।

- रणवीर कोहली

पोस्ट ऑफिस में कई सारी समस्याएं है। यहां ना तो शौचालय है ना ही पीने का पानी ना ही कूलर व एसी। गर्मियों में उपभोक्ताओं को काफी परेशानियां होती है। कर्मचारी तो अपना कूलर में बैठै रहते है।

- सुनील जोशी

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बोले जिम्मेदार

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