बिस्सू मेला: चाबरियावा थात में ढोल-दमाऊं की थाप पर नाचे लोग
-जौनसार बावर में इन दिनो बिस्सू पर्व की धूम हैमिलकर सुख दुख कर रहे साझा साहिया, संवाददाता। जौनसार बावर में खुशहाली व समृद्धि के प्रतीक माने जाने बिस्स

जौनसार बावर में खुशहाली और समृद्धि के प्रतीक माने जाने बिस्सू पर्व की धूम है। इस पर्व का जौनसार में खास महत्व है। लोग देवता को बुरांस के फूल अर्पित कर खुशहाली की मन्नत मांग रहे हैं। मंगलवार को उदपाल्टा के चाबरियावा थात में बिस्सू मनाया गया। हाथों में बुरांस के फूल लिए ग्रामीण लोकगीतों पर जमकर थिरके। जौनसार-बावर के कई खतों में बिस्सू मेले का जश्न जोर-शोर से चल रहा है। यहां अप्रैल में जंगलों में खिले बुरांस के फूलों की महक और लालिमा को समेटे जनजातीय समाज की लोक संस्कृति, पर्व मनाने का अंदाज निराला है। मंगलवार को उदपाल्टा, कुरौली, उपरोली खतासा, बोहरी, नेवी, रानीगांव, बिनऊ, बंतोऊ गांव के ग्रामीण सुबह ही ढोल दमाऊं के साथ हाथों में बुरांश के फूलों को लेकर नाचते गाते चाबरियावा थात पहुंचे। पर्व को लेकर ग्रामीणों में काफी उत्साह नजर आया। महिलाओं और पुरुषों ने मंदिर परिसर में देवता की स्तुति की। साथ ही हारूल, तांदी नृत्य भी किया। वहीं, बिस्सू पर्व का खास धनुष बाण (ठोऊड़ा) नृत्य देखने के लिए भी लोग उत्साहित नजर आए। इस दौरान खत स्याणा राजेन्द्र सिंह राय, टिकम सिंह, अमर सिंह चौहान, सुरेश चौधरी, मोहन लाल शर्मा, सूरत सिंह, खजान सिंह नेगी, तिलक राम, सतपाल राय, श्रीचंद शर्मा, नेपाल सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।
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