चैत्र नवरात्रि के 8 दिन आज से, करें दुर्गा मां के 108 मंत्रों का जाप
- Chaitra Navratri 2025, Maa Durga Mantra: मान्यता है कि इन 8 दिनों तक मां दुर्गा की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करने से घर-ऑफिस में समृद्धि व शांति बनी रहती है।

Chaitra Navratri 2025, Maa Durga Mantra, चैत्र नवरात्रि के 8 दिन आज से: 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरू है, जो इस साल 8 दिनों की है। देवी मां की विशेष कृपा पाने के लिए चैत्र नवरात्रि का समय सबसे पवित्र माना गया है। ऐसे में मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए सभी भक्त नियमित रूप से देवी मां की पूजा अर्चना में जुटे हुए हैं। मान्यता है कि इन 8 दिनों तक मां दुर्गा की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करने से घर-ऑफिस में समृद्धि व शांति बनी रहती है।
करें दुर्गा मां के 108 मंत्रों का जाप
1.
महालक्ष्मी
ॐ महालक्ष्म्यै नम:।
2.
सिद्धा
ॐ सिद्धायै नम:।
3.
जगन्माता
ॐ जगन्मात्रे नम:।
4.
शिवप्रिया
ॐ शिवप्रियायै नम:।
5.
विष्णुमाया
ॐ विष्णुमायायै नम:।
6.
शुभा
ॐ शुभायै नम:।
7.
शान्ता
ॐ शान्तायै नम:।
8.
महाविद्या
ॐ महाविद्यायै नम:।
9.
सिद्धसरस्वती
ॐ सिद्धसरस्वत्यै नम:।
10.
क्षमा
ॐ क्षमायै नम:।
11.
पार्वती
ॐ पार्वत्यै नम:।
12.
प्रभा
ॐ प्रभायै नम:।
13.
ज्योत्स्ना
ॐ ज्योत्स्नायै नम:।
14.
कान्तिः
ॐ कान्त्यै नम:।
15.
सर्वमङ्गला
ॐ सर्वमङ्गलायै नम:।
16.
हिङ्गुला
ॐ हिङ्गुलायै नम:।
17.
चण्डिका
ॐ चण्डिकायै नम:।
18.
दान्ता
ॐ दान्तायै नम:।
19.
पद्मा
ॐ पद्मायै नम:।
20.
लक्ष्मी
ॐ लक्ष्म्यै नम:।
21.
हरिप्रिया
ॐ हरिप्रियायै नम:।
22.
त्रिपुरा
ॐ त्रिपुरायै नम:।
23.
नन्दिनी
ॐ नन्दिन्यै नम:।
24.
नन्दा
ॐ नन्दायै नम:।
25.
सुनन्दा
ॐ सुनन्दायै नम:।
26.
सुरवन्दिता
ॐ सुरवन्दितायै नम:।
27.
यज्ञविद्या
ॐ यज्ञविद्यायै नम:।
28.
महामाया
ॐ महामायायै नम:।
29.
वेदमाता
ॐ वेदमात्रे नम:।
30.
सुधा
ॐ सुधायै नम:।
31.
धृतिः
ॐ धृत्यै नम:।
32.
प्रीतिः
ॐ प्रीतये नम:।
33.
प्रथा
ॐ प्रथायै नम:।
34.
प्रसिद्धा
ॐ प्रसिद्धायै नम:।
35.
मृडानी
ॐ मृडान्यै नम:।
36.
विंध्यवासिनी
ॐ विन्ध्यवासिन्यै नम:।
37.
सिद्धविद्या
ॐ सिद्धविद्यायै नम:।
38.
महाशक्ति:
ॐ महाशक्तये नम:।
39.
पृथ्वी
ॐ पृथ्व्यै नम:।
40.
नारदसेविता
ॐ नारदसेवितायै नम:।
41.
पुरुहुतप्रिया
ॐ पुरुहूतप्रियायै नम:।
42.
कान्ता
ॐ कान्तायै नम:।
43.
कामिनी
ॐ कामिन्यै नम:।
44.
पद्मलोचना
ॐ पद्मलोचनायै नम:।
45.
प्रह्लादिनी
ॐ प्रह्लादिन्यै नम:।
46.
महामाता
ॐ महामात्रे नम:।
47.
ईश्वरी
ॐ ईश्वर्यै नम:।
48.
दुर्गतिनाशिनी
ॐ दुर्गतिनाशिन्यै नम:।
49.
ज्वालामुखी
ॐ ज्वालामुख्यै नम:।
50.
सुगोत्रा
ॐ सुगोत्रायै नम:।
51.
ज्योति:
ॐ ज्योतिषे नम:।
52.
कुमुदवासिनी
ॐ कुमुदवासिन्यै नम:।
53.
दुर्गमा
ॐ दुर्गमायै नम:।
54.
दुर्लभा
ॐ दुर्लभायै नम:।
55.
विद्या
ॐ विद्यायै नम:।
56.
स्वर्गति:
ॐ स्वर्गत्यै नम:।
57.
पुरवासिनी
ॐ पुरवासिन्यै नम:।
58.
अपर्णा
ॐ अपर्णायै नम:।
59.
शाम्बरीमाया
ॐ शाम्बरीमायायै नम:।
60.
मदिरा
ॐ मदिरायै नम:।
61.
मृदुहासिनी
ॐ मृदुहासिन्यै नम:।
62.
कुलवागीश्वरी
ॐ कुलवागीश्वर्यै नम:।
63.
नित्या
ॐ नित्यायै नम:।
64.
नित्यक्लिन्ना
ॐ नित्यक्लिन्नायै नम:।
65.
कृशोदरी
ॐ कृशोदर्यै नम:।
66.
कामेश्वरी
ॐ कामेश्वर्यै नम:।
67.
नीला
ॐ नीलायै नम:।
68.
भीरुण्डा
ॐ भीरुण्डायै नम:।
69
वह्निवासिनी
ॐ वह्निवासिन्यै नम:।
70
लम्बोदरी
ॐ लम्बोदर्यै नम:।
71.
महाकाली
ॐ महाकाल्यै नम:।
72.
विद्याविद्येश्वरी
ॐ विद्याविद्येश्वर्यै नम:।
73.
नरेश्वरी
ॐ नरेश्वरायै नम:।
74.
सत्या
ॐ सत्यायै नम:।
75.
सर्वसौभाग्यवर्धिनी
ॐ सर्वसौभाग्यवर्धिन्यै नम:।
76.
सङ्कर्षणी
ॐ सङ्कर्षण्यै नम:।
77.
नारसिंही
ॐ नारसिंह्यै नम:।
78.
वैष्णवी
ॐ वैष्णव्यै नम:।
79.
महोदरी
ॐ महोदर्यै नम:।
80.
कात्यायनी
ॐ कात्यायन्यै नम:।
81.
चम्पा
ॐ चम्पायै नम:।
82.
सर्वसम्पत्तिकारिणी
ॐ सर्वसम्पत्तिकारिण्यै नम:।
83.
नारायणी
ॐ नारायण्यै नम:।
84.
महानिद्रा
ॐ महानिद्रायै नम:।
85.
योगनिद्रा
ॐ योगनिद्रायै नम:।
86.
प्रभावती
ॐ प्रभावत्यै नम:।
87.
प्रज्ञापारमिता
ॐ प्रज्ञापारमितायै नम:।
88.
प्रज्ञा
ॐ प्रज्ञायै नम:।
89.
तारा
ॐ तारायै नम:।
90.
मधुमती
ॐ मधुमत्यै नम:।
91.
मधु
ॐ मधुवे नम:।
92.
क्षीरार्णवसुधाहारा
ॐ क्षीरार्णवसुधाहारायै नम:।
93.
कालिका
ॐ कालिकायै नम:।
94.
सिंहवाहना
ॐ सिंहवाहिन्यै नम:।
95.
ओंकारा
ॐ ओंकारायै नम:।
96.
वसुधाकारा
ॐ वसुधाकारायै नम:।
97.
चेतना
ॐ चेतनायै नम:।
98.
कोपनाकृति:
ॐ कोपनाकृत्यै नम:।
99.
अर्धबिन्दुधरा
ॐ अर्धबिन्दुधरायै नम:।
100.
धारा
ॐ धारायै नम:।
101.
विश्वमाता
ॐ विश्वमात्रे नम:।
102.
कलावती
ॐ कलावत्यै नम:।
103.
पद्मावती
ॐ पद्मावत्यै नम:।
104.
सुवस्त्रा
ॐ सुवस्त्रायै नम:।
105.
प्रबुद्धा
ॐ प्रबुद्धायै नम:।
106.
सरस्वती
ॐ सरस्वत्यै नम:।
107.
कुण्डासना
ॐ कुण्डासनायै नम:।
108.
जगद्धात्री
ॐ जगद्धात्र्यै नम:।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।