Gomed: राहु का रत्न गोमेद कब, किसे और कैसे धारण करना चाहिए?
Rahu Ratna, Gomed Gemstone: दिखने में भूरे रंग का रत्न है गोमेद, जो राहु ग्रह से संबंधित है। गोमेद रत्न को सही विधि और सही तरीके से धारण करने पर राहु ग्रह को मजबूत करने से साथ दुष्प्रभावों को कम किया जा सकत है।

Rahu Ratna, Gomed Gemstone: रत्न शास्त्र के अनुसार, गोमेद को हेसोनाइट नाम से भी जाना जाता है, जो राहु ग्रह से संबंधित है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति व राशि के अनुसार गोमेद रत्न धारण करना चाहिए। हर रत्न को धारण करने के अपने-अपने नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना जरूरी है। गोमेद रत्न को सही विधि और सही तरीके से धारण करने पर राहु ग्रह को मजबूत किया जा सकता है। गोमेद रत्न धारण करने से मानसिक शांति मिलती है व राहु के अशुभ प्रभाव कम होते हैं। आइए जानते हैं गोमेद किसे, कब और किस विधि से धारण करना चाहिए-
राहु का रत्न गोमेद कब, किसे और कैसे धारण करना चाहिए?
गोमेद कब करें धारण: राहु से संबंधित होने के कारण गोमेद को शतभिषा, स्वाति और आर्द्रा नक्षत्र में धारण करना शुभ माना जाता है। वहीं, इसे धारण करने से पहले शुद्धि करना जरूरी माना जाता है।
गोमेद कैसे करें धारण: गोमेद के रत्न को चांदी या अष्टधातु की अंगूठी में जड़वा कर धारण किया जा सकता है। 6 रत्ती से कम का गोमेद रत्न धारण करना शुभ नहीं माना जाता है। गंगाजल, शहद और कच्चे दूध से पहले गोमेद रत्न की शुद्धि करें। कनिष्का अंगुली में इस रत्न को धारण करना चाहिए। धारण करने से पहले ऊँ रां राहवे नमः मंत्र का जाप करें।
गोमेद किसे पहनना चाहिए: ज्योतिष विद्या के अनुसार, गोमेद रत्न को मिथुन, मकर, कुंभ, वृषभ और तुला राशि के जातक धारण कर सकते हैं। इसके साथ ही अगर कुंडली में उच्च स्थान में राहु हैं तो गोमेद रत्न धारण किया जा सकता है।
गोमेद किसे नहीं पहनना चाहिए: अगर आपकी राशि मेष, कर्क, सिंह, और मीन है तो गोमेद धारण करने से बचना चाहिए। रत्न विद्या के मुताबिक, माणिक्य, मोती व मूंगा रत्न के साथ गोमेद नहीं पहनना चाहिए। वहीं, गोमेद धारण करने से पहले आपको अपने ग्रहों की स्थिति जरूर देखनी चाहिए और एस्ट्रोलॉजर की सलाह लेना भी बेहतर रहेगा।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।