Shani jayanti remedies: शनि जयंती पर साढ़ेसाती के उपाय करते समय आप भी तो नहीं कर रहे ऐसे गलती
इस बार शनि जयंती 27 मई को है। यह ज्येष्ठ मास की अमावस्या के दिन मनाई जाती है। इस दिन शनि साढ़ेसाती वालों को खास उपाय करने चाहिए। यहां हम बता रहे हैं कैसे आप शनि साढ़ेसाती के उपाय सावधानी से करें

इस बार शनि जयंती 27 मई को है। यह ज्येष्ठ मास की अमावस्या के दिन मनाई जाती है। इस दिन शनि साढ़ेसाती वालों को खास उपाय करने चाहिए। कृष्ण अमावस्या तिथि की शुरुआत 26 मई को सुबह 10 बजकर 54 मिनट से हो रहा है, जो अगले दिन यानी 27 मई को सुबह 8 बजकर 34 मिनट तक रहेगी, इसलिए उदयातिथि में अमावस्या तिथि 27 मई को की जाएगी। यहां हम बता रहे हैं कैसे आप शनि साढ़ेसाती के उपाय सावधानी से करें
क्या है शनि की साढ़ेसाती
शनिदेव जब एक राशि में ढ़ाई साल रहते हैं, तो उसमें, उसके ऊपर और नीचे की राशि में साढ़ेसाती लगती है। साढ़ेसाती में आपके विचार किसे से नहीं मिलेंगे। साढ़ेसाती आपको अकेलापन देगा। इसके खत्म होने से पहले डिप्रेशन और तनाव की समस्या भी आती है। कहते हैं कि प्रथम चरण में व्यक्ति के दिमाग पर पड़ता है। ऐसे में सभी उससे दूर हो जाते हैं। धन का भी नुकसान होता है। शनि आपको हर उस चीज से हटा देते हैं, जिससे आपको लगाव है और जमीनी तौर पर आपको जोड़ते हैं।
शनि जयंती के दिन शनि उपाय करते समय ये सावधानी रखें
शनिदेव को शनिवार के दिन उनकी पैर की आखिरी उंगली में तेल चढ़ाना चाहिए। उनकी पूरी मूर्ति पर तेल नहीं चढ़ाना चाहिए। तेल चढ़ाते समय पर उनकी आंखों में आंखे डालकर ना देखें।
छाया दान करते समय एक कटौरी में तेल लें और अपना मुंह उसमें देखें और फिर एक सिक्का डालकर शनि देव मंदिर में तेल दान करना चाहिए। पीपल के पेड़ पर दीपक जलाना भी इस दिन अच्छा रहता है।
जो लोग अपनी माता, पत्नी, बहन या अन्य महिला का अपमान करते हैं, उनका अनादर करते हैं, ऐसे लोगों को शनि की कुदृष्टि का सामना करना पड़ता है, इसलिए इनका अपमान ना करें।
इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।