शनि जयंती पर दुर्लभ संयोग, इन राशियों को होगा लाभ
इस दिन सूर्य-बुध की युति वृषभ राशि में बनने से बुधादित्य योग बनेगा। सुख और वैभव के कारक ग्रह शुक्र उच्च राशि मीन में होंगे जिससे मालव्य राजयोग का निर्माण होगा। इसके अलावा शनि जयंती पर सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ त्रिपुष्कर राजयोग का निर्माण होगा।

वर्ष की सबसे बड़ी ज्येष्ठ अमावस्या यानी शनि जयंती के पर्व का विशेष महत्व होता है। पंचांग के अनुसार हर वर्ष ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि के दिन शनि जयंती मनाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ज्येष्ठ अमावस्या तिथि पर न्यायप्रिय, कर्मफलदाता, सूर्यदेव और छाया के पुत्र शनिदेव का जन्म हुआ था। इस साल शनि जयंती 27 मई मंगलवार को मनाई जाएगी। इस दिन कई शुभ योगों का निर्माण होगा, जिस कारण इसका महत्व बढ़ गया है। शनि जयंती के दिन शनिदेव से संबंधित चीजों का दान करने का विशेष महत्व होता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि जयंती पर शनिदेव देवगुरु बृहस्पति की राशि मीन में विराजमान रहेंगे।
वहीं इस दिन सूर्य-बुध की युति वृषभ राशि में बनने से बुधादित्य योग बनेगा। सुख और वैभव के कारक ग्रह शुक्र उच्च राशि मीन में होंगे जिससे मालव्य राजयोग का निर्माण होगा। इसके अलावा शनि जयंती पर सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ त्रिपुष्कर राजयोग का निर्माण होगा। इस दुर्लभ संयोग से कुछ राशि वालों को भाग्य का साथ मिलेगा। आइए जानते हैं, किन राशियों को होगा लाभ-
मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों को बहुत लाभ होगा। लंबे समय से अटके हुए कार्य सफल होंगे। घर में मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। भूमि और वाहन की खरीदारी संभव है। आय में वृद्धि के योग बनेंगे। वैवाहिक जीवन में खुशहाली आएगी।
सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों के अच्छे समय की शुरुआत होगी। कारोबार में तरक्की के योग बनेंगे। जीवन की सभी बाधाओं से छुटकारा मिलेगा। विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता मिलेगी। धार्मिक बने रहेंगे। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और धन लाभ के मार्ग खुलेंगे।
तुला राशि: तुला राशि के जातकों की सोई हुई किस्मत चमक जाएगी। सभी कार्यों में सफलता मिलेगी। आय के नए स्त्रोतों से धन लाभ होगा। धन की तंगी दूर होगी। परिजनों का सपोर्ट मिलेगा। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। वैवाहिक जीवन सुखमय व्यतीत होगा।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।