किसानों को आधुनिक तकनीक की खेती और योजनाओं की दी गई जानकारी
-डीएम बोले : प्रखंड व पंचायत में किसानों की समस्याओं को सुनें और समाधान करें, नागरी प्रचारिणी सभागार में खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम

-डीएम बोले : प्रखंड व पंचायत में किसानों की समस्याओं को सुनें और समाधान करें -आरा के नागरी प्रचारिणी सभागार में खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित -अब प्रखंडों में किया जाएगा खरीफ कर्मशाला का आयोजन, पंचायतों में लगेगा चौपाल आरा, हमारे संवाददाता। खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन आरा के नागरी प्रचारिणी सभागार में गुरुवार को किया गया। इस दौरान किसानों को आधुनिक तकनीक की खेती और सरकार की ओर से उनके हित में चलाई जा रहीं विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। इसके बाद अब प्रखंडों में इसका आयोजन किया जाएगा। साथ ही पंचायतों में चौपाल लगाया जाएगा।
कार्यक्रम का उद्घाटन डीएम तनय सुल्तानिया की ओर से दीप जलाकर किया गया। इस दौरान डीएम ने कृषि अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यक्रम के दौरान किसानों की समस्याओं को सुनें और समाधान करें। जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों एवं प्रसार कर्मियों को निर्देश दिया गया कि प्रखंड स्तरीय कर्मशाला सह प्रशिक्षण एवं पंचायत स्तरीय किसान चौपाल में उपस्थिति किसानों से कृषि से संबंधित समस्याओं की चर्चा करें एवं सभी समस्याओं को संकलित कर जिला में उपलब्ध कराएं, ताकि किसानों की समस्याओं का समाधान किया जा सके। फार्मर रजिस्ट्री कार्य में तेजी लाने एवं अधिक से अधिक ईकेवाईसी करने के निर्देश दिये। कहा कि प्रखंड स्तरीय एवं पंचायत स्तरीय महिला संवाद एवं डॉ आंबेडकर समग्र सेवा अभियान में जाकर योजनाओं की जानकारी दें। बीज के लिए अधिकाधिक ऑनलाइन आवेदन करें इस दौरान पावर पॉइंट ऑफ प्रजेंटेशन के माध्यम से योजनाओं की जानकारी दी गई। इस मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी शत्रुघ्न साहु की ओर से खरीफ महाभियान 2025 अंतर्गत विभिन्न फसलों की उत्पादकता एवं उत्पादन को बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम का क्रियान्वयन करने का निर्देश दिया गया। साथ ही खरीफ मौसम में संचालित योजनाओं को विस्तार से बताया गया। बीज के लिए किसानों से आह्वान किया गया कि अधिक से अधिक ऑनलाइन आवेदन करें। 26 मई से एक जून तक प्रखंडों में खरीफ कर्मशाला बताया गया कि 26 मई से एक जून तक सभी प्रखंड मुख्यालयों के प्रखंड कृषि कार्यालय में खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान अधिक से अधिक किसान भाग लेकर योजनाओं के साथ- साथ तकनीकी जानकारी प्राप्त करें। अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी सहायक निदेशक उद्यान दिवाकर कुमार भारती ने उद्यान से जुड़ी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि किसान उद्यान से संबंधित योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रखंड एवं जिला उद्यान कार्यालय में आकर योजनाओं की जानकारी एवं लाभ प्राप्त कर सकते हैं। पटना से आए सहायक निदेशक शष्य रजनी सिन्हा ने फॉर्मर रजिस्ट्री में होने वाली समस्याओं एवं उनके निदान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने प्रखंड कृषि पदाधिकारी एवं कृषि समन्वयक को कार्य में तेजी लाने का निदेश भी दिया। जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड रंजीत सिन्हा ने नाबार्ड द्वारा संचालित योजनाओं के साथ- साथ किसान उत्पादक संगठन पर प्रकाश डाला। वरीय कृषि वैज्ञानिक डॉ प्रवीण कुमार द्विवेदी ने जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम से संबंधित जानकारी दी और वैकल्पिक फसल के रूप में मोटे अनाज की खेती के महत्व के बारे में बताया। बदलते परिवेश में धान की खेती, जीरो टीलेज सीड ड्रील आदि के बारे में प्रकाश डाला। सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण राजकुमार ने यांत्रिकीकरण के बारे में जानकारी दी। मत्स्य विकास पदाधिकारी गुड्डू कुमार और जिला पशुपालन पदाधिकारी ने योजनाओं की जानकारी दी। जिला सांख्यिकी पदाधिकारी मदन सिंह ने फसल जांच कटनी के बारे में विस्तार से बताया। आत्मा के उप परियोजना निदेशक राणा राजीव रंजन कुमार ने संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन किया।
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