मदनपुर के नगर पंचायत बनने के साथ औरंगाबाद में नगर निकायों की संख्या हुई सात
पांच नगर पंचायत और दो नगर परिषद हैं औरंगाबाद जिले में बाद, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि औरंगाबाद जिले के मदनपुर पंचायत को नगर निकाय के रूप में दर्जा दिए जाने के बाद जिले में

औरंगाबाद जिले के मदनपुर पंचायत को नगर निकाय के रूप में दर्जा दिए जाने के बाद जिले में नगर निकाय क्षेत्र की संख्या बढ़कर सात हो गई। मदनपुर और दशवत खाप को मिलाकर मदनपुर नगर पंचायत का गठन करने की घोषणा बिहार सरकार ने की और कैबिनेट में इसे स्वीकृति भी प्रदान कर दी गई। वर्तमान में औरंगाबाद जिले में औरंगाबाद नगर परिषद और दाउदनगर नगर परिषद नगर निकाय के रूप में अधिसूचित है। इसके साथ ही नवीनगर और रफीगंज नगर पंचायत के रूप में गठित है। पूर्व में सरकार ने बारुण और देव को नगर निकाय का दर्जा देते हुए इसे नगर पंचायत के रूप में अधिसूचित किया था जिसके बाद यहां चुनाव हो गया और नई कमेटी यहां काम कर रही है।
इस बार कैबिनेट ने मदनपुर पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा दिया है। अब नगर पंचायतों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है जबकि नगर परिषद के रूप में औरंगाबाद व दाउदनगर है। औरंगाबाद जिले में कुल 11 प्रखंड हैं जिसमें से सात प्रखंड अब नगर निकाय के रूप में अधिसूचित हो गए हैं। इससे विकास कार्य में तेजी आने की उम्मीद है। मदनपुर नक्सल प्रभावित प्रखंडों में से एक है और पिछले कुछ समय से इसकी मांग हो रही थी। नेशनल हाईवे के किनारे मदनपुर बसा हुआ है और धीरे-धीरे यह इलाका शहरीकरण की ओर बढ़ रहा है। नगर निकाय का दर्जा मिलने से विभिन्न तरह की गतिविधियों में तेजी आने की उम्मीद है। इसके साथ ही इस इलाके का विकास होने की भी उम्मीद जताई गई है। कुछ साल पहले मदनपुर को अनुमंडल पुलिस कार्यालय के रूप में अधिसूचित किया गया था। पूर्व में यह सदर अनुमंडल अंतर्गत ही आता था लेकिन अब यहां अलग से अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी की तैनाती हुई है। --------------------------------------------------------------------------------------------------- बारूण और देव नगर पंचायत बने पर समस्याएं कायम --------------------------------------------------------------------------------------------------- बारुण नगर पंचायत का गठन होने के बाद चुनाव संपन्न हो गया। वर्तमान में मस्तूल बरुण में पंचायत सरकार भवन में नगर पंचायत का संचालन हो रहा है। इसके लिए अलग से भवन बनाने की प्रक्रिया चल रही है। फिलहाल उक्त कार्य धरातल पर नहीं उतरा है। इस संबंध में नगर पंचायत के उप मुख्य पार्षद सरोज यादव ने बताया कि काम चल रहा है। राशि की कमी है। कार्यपालक पदाधिकारी की तैनाती हुई है। आवास योजना यहां लागू हुई लेकिन उसमें लूट हो रही है। इसी तरह देव नगर पंचायत का भी अपना भवन नहीं बना है। पूर्व में पंचायत सरकार भवन बना हुआ था जिसमें नगर पंचायत कार्यालय का संचालन हो रहा है। फिलहाल इसकी भी प्रक्रिया चल रही है। यहां कार्यपालक पदाधिकारी की तैनाती नहीं हुई है। औरंगाबाद नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के पास ही देव नगर पंचायत का प्रभार है।
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