शिक्षिका को हटाने की मांग को लेकर छात्र-छात्राओं ने किया हंगामा
स्कूल में की तालाबंदी, चार शिक्षकों को किया गया है निलंबित त्राएं और पहुंचे पुलिसकर्मी हसपुरा, संवाद सूत्र हसपुरा प्रखंड के कोइलवां गांव के मिडिल स्कूल में चार शिक्षकों को सस्पें

हसपुरा प्रखंड के कोइलवां गांव के मिडिल स्कूल में चार शिक्षकों को सस्पेंड किए जाने और एक शिक्षिका कुमकुम कुमारी को छोड़ दिए जाने पर गुरुवार को स्कूल की छात्र-छात्राओं ने स्कूल में जमकर हंगामा मचाया। हंगामा की सूचना पाकर बीडीओ प्रदीप कुमार चौधरी, प्रभारी बीइओ अशोक कुमार और 112 वाहन की पुलिस टीम पहुंची। बीडीओ ने छात्र-छात्राओं और अभिभावकों से घटना की जानकारी लेकर शिक्षिका को स्कूल से हटाने का भरोसा दिलाकर मामला को शांत कराया। बीडीओ ने बताया कि छात्र-छात्राओं के अनुसार शिक्षिका के स्कूल में रहने से पढ़ाई का माहौल खराब हो रहा है। उन्होंने बताया कि इसी स्कूल के चार शिक्षकों को लापरवाही के आरोप में गुरुवार को संस्पेंड कर दिया गया था, जबकि कुमकुम कुमारी को सस्पेंड नही किए जाने से छात्र-छात्राएं भड़क गई।
अभिभावकों का कहना है कि इस स्कूल से शिक्षिका को हटाया जाए। जानकारी के अनुसार चार माह पहले इसी स्कूल में शिक्षिका ने एक दूसरी शिक्षिका के साथ मारपीट कर दी थी। उस समय भी छात्र-छात्राओं ने यहां से शिक्षक और शिक्षिका को हटाने की मांग की थी। तत्कालीन हेडमास्टर द्वारा कोई कारवाई नहीं किए जाने पर बच्चे काफी नाराज हो गए थे। बीडीओ ने उस समय मामले को गंभीरता से लेते हुए शिक्षिका कुमकुम कुमारी समेत चार शिक्षकों को यहां से हटाने का शिक्षा विभाग को आवेदन दिया था। कुछ दिन बाद शिक्षिका कुमकुम कुमारी फिर से इसी स्कूल में प्रतिनियुक्त हो गई। इससे छात्र-छात्राएं आक्रोशित होकर हंगामा करने लगीं। कोइलवां मध्य विद्यालय बना राजनीति आखाड़ा हसपुरा प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय कोइलवां दिनों शिक्षा के मंदिर की जगह राजनीति का अखाड़ा बन गया है। यहां शिक्षकों के दो गुटों के बीच खींचतान और आरोप-प्रत्यारोप के चलते विद्यालय का शैक्षणिक माहौल पूरी तरह खराब हो गया है। गुरुवार को उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब छात्रों को जानकारी मिली कि विद्यालय के चार शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया है। आक्रोशित छात्रों ने विद्यालय में ताला जड़ दिया और जमकर नारेबाजी की। निलंबित शिक्षकों में पुष्पांजलि, बैकुंठ कुमार, शशिकांत कुमार और योगेंद्र प्रसाद शामिल हैं। छात्रा सुधा कुमारी, गीताजंली कुमारी, छाया कुमारी, सोनाली कुमारी, सलोनी कुमारी का कहना है कि यही शिक्षक उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देते थे और बिना सही जांच के इन्हें निलंबित कर दिया गया है। उनका आरोप है कि अन्य शिक्षकों द्वारा गुटबाजी कर षड्यंत्र के तहत इन चारों को फंसाया गया है। छात्र-छात्राओं ने कार्रवाई को वापस लेने की मांग की। बताया जाता है कि एक शिक्षक द्वारा मोबाइल चलाने और स्कूल में सोने की शिकायत औरंगाबाद में कुछ तस्वीरों के साथ की गई थी। शिकायत के आधार पर जांच के बाद चारों शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया। फिलहाल बीडीओ प्रदीप कुमार चौधरी, प्रभारी बीइओ अशोक कुमार विद्यालय पहुंचे और छात्रों को समझा-बुझाकर शांत कराया। बीडीओ ने बताया कि संबंधित शिक्षकों से स्पष्टीकरण नहीं मिलने के कारण उन्हें निलंबित करने की कारवाई की गई।
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