ऑनलाइन ही अनुसंधान पूर्ण करेंगे अनुसंधानकर्ता
प्रशिक्षण का किया गया आयोजन, अनुसंधानकर्ताओं को दी गई जानकारी आलोक में जिला अभियोजन कार्यालय के तत्वावधान में योजना भवन सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया ग

जिले के पुलिस अनुसंधानकर्ताओं को बुधवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली द्वारा अनेश कुमार मामला एवं इससे संबंधित अन्य मामलों में दिए गए दिशा निर्देश के आलोक में जिला अभियोजन कार्यालय के तत्वावधान में योजना भवन सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। अनुमंडलीय अभियोजन पदाधिकारी विनय कुमार द्वारा विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। जिला अभियोजन पदाधिकारी दीपक कुमार सिन्हा और अनुमंडलीय अभियोजन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने अनुसंधानकर्ता के प्रश्नों और समस्याओं का समाधान किया। बताया गया कि कंप्यूटराइज्ड अनुसंधान से अनुसंधान के समय में बचत होगी। प्राथमिकी, अनुसंधान कम्प्यूटरीकृत रहेंगे। साक्ष्य लैपटॉप में संग्रहित रहेंगे। आरोप पत्र ऑनलाइन दाखिल ही होंगे। अनुसंधान डाटा का रिकॉर्ड होगा, जिसे साझा किया जाएगा। न्यायाधीश ऑनलाइन अनुसंधान देख कर जमानत याचिका पर आसानी से निर्णय ले सकेंगे। संज्ञान लेने में विलंब नहीं होगा। इससे पेपरलेस अनुसंधान और भारतीय न्याय संहिता का उद्देश्य सफल होगा। कहा कि अनुसंधानकर्ताओं को नई तकनीक की जानकारी होनी चाहिए। सभी थाना को सीसीटीएनएस से जोड़ा गया है। कहा कि सभी पुलिस अनुसंधानकर्ताओं को लैपटॉप और मोबाइल फोन दिया गया है ताकि वह आसानी से काम कर सकें।
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