‘पीएम विश्वकर्मा का विकल्प ‘पीएमईजीपी
बेतिया में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के पोर्टल से 13 ट्रेडों के नाम हटाए गए हैं, जिससे हजारों आवेदक परेशान हैं। अब केवल नाव, ताला, मोची और अस्त्र-शस्त्र बनाने वाले कारीगरों को लाभ मिलेगा। उद्योग...

बेतिया,हमारे संवाददाता। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के पोर्टल समेत ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट से 13 ट्रेडों के नाम को हटा दिया गया है। इससे जिले के वैसे हजारों आवेदक परेशान हो रहे हैं जिन्होंने इस योजना से लाभ लेने के लिए पोर्टल पर आवेदन किया था। अब इस योजना के तहत नाव बनाने वाले, सोनार का काम करने वाले, ताला बनाने वाले, मोची का काम करने वाले तथा अस्त्र-शस्त्र का निर्माण करने वाले कारीगरों को लाभ मिल सकेगा। तेरह ट्रेड विलोपित कर दिए गए हैं। बता दें कि कुछ माह पहले ही पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत एक हजार से अधिक लाभुकों को नि:शुल्क टूल किट सहित किश्तों में मिलने वाली राशि का लाभ मिला था जिसमें अलग अलग ट्रेड के कारीगर शामिल थे।
अब ट्रेड में कमी कर दिए जाने से जिले के आवेदकों की परेशानी को देखते हुए उद्योग विभाग ने एक विकल्प के रुप में ‘पीएमईजीपी अर्थात प्रधान मंत्री रोजागर सृजन योजना के बारे में आवेदकों को जानकारी दी है। उद्योग विभाग के महाप्रबंधक रोहित राज ने बताया कि केंद्र सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए देश स्तर पर 13000 करोड़ का लक्ष्य निर्धारित किया था जो अब लगभग पूरा हो चुका है संभवत: इसी कारण धीरे धीरे इस योजना से जुड़े 18 ट्रेड को कम करके मात्र 5 ट्रेड को ही शामिल किया है। उन्होंने यह बताया कि पीएम विश्वकर्मा योजना की तरह ‘पीएमईजीपी योजना भी अलग अलग ट्रेड के कारीगरों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
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