आयुर्वेदिक दवा से लिवर व पाइल्स रोगों का कारगर इलाज संभव: प्राचार्य
फैटी लिवर व लिवर सिरोसिस इलाज में आयुर्वेदिक दवा ज्यादा असरदारगर स्थित एक होटल में शनिवार को लिवर व पाइल्स रोगों के निदान को ले आयोजित परिचर्चा को संबोधित करते प्रा

बेगूसराय, निज प्रतिनिधि। राजकीय अयोध्या शिवकुमारी आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास त्रिपाठी ने कहा है कि लिवर एवं पाइल्स रोगों को उचित खानपान एवं आयुर्वेदिक दवाओं के उपयोग से ठीक किया जा सकता है। प्राचार्य शनिवार को एक होटल में इन दो रोगों पर आयोजित परिचर्चा का उद्घाटन कर रहे थे। उन्होंने लिवर रोगों पर लिव-52 के प्रभाव की विशद व्याख्या करते हुए इसे एक उपयोगी औषधि बताया।। डॉ. राजीव कुमार शर्मा ने कहा कि झाबुआ, कासनी, मकोय, कॉपरबुस, कासमर्द, बिरंजारीफ, अर्जुन आदि जड़ी बूटियां के लिवर रोगों पर हुए फायदे की विशद व्याख्या की। उन्होंने जड़ी बूटियों पर चर्चा को आगे बढ़ाते हुए आंख, नाक, कान, गला रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मुन्ना कुमार ने फैटी लीवर और लीवर सिरोसिस की चर्चा करते हुए आयुर्वेदिक औषधियों को प्रभावी बताया।
उन्होंने कहा कि हमें अपने दैनिक जीवन में अपने आहार विहार को ठीक करना होगा। चर्चा में रस शास्त्र विभाग के डॉ. प्रमोद कुमार एवं डॉ. अनिल कुमार, द्रव्यागुण विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. राम नंदन सहनी, डॉ1 लाल कौशल कुमार, डॉ. आनंद मिश्रा, डॉ. शंभू कुमार, डॉ. मुकेश कुमार आदि ने लीवर की बीमारियों पर विभिन्न औषधियों के प्रभाव की चर्चा की। बाल रोग विभाग के डॉ.ओमप्रकाश द्विवेदी ने बच्चों के उदार रोग खासकर फास्ट फूड जनित बीमारियों पर अपना वैज्ञानिक पक्ष रखा। इस परिचर्या में उपाधीक्षक डॉक्टर दिलीप कुमार वर्मा, डॉ. किश्वर सुल्ताना, डॉ. उर्वशी सिन्हा, डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा, डॉ. विपिन कटारिया, प्रभाकर कुमार एवं संतोष कुमार मिश्रा ने भाग लिया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. जीपी शुक्ला ने किया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।