पांच लाख रुपये लूटने की नीयत से राहुल की हुई थी हत्या, लाइनर समेत तीन धराए
दो देसी कट्टे, दो बाइक, आठ गोलियां व 1.60 लाख नगद बरामद... उद्भेदन करने की जानकारी देते एसपी मनीष कुमार व मौजूद सदर एसडीपीओ सुबोध कुमार, पुलिस इंस्पेक्टर शैले

बेगूसराय, निज प्रतिनिधि। बलिया थाना के बड़ी बलिया निवासी व्यवसायी राहुल पोद्दार की पांच लाख रुपये लूट की नीयत से ही गोली मारकर हत्या की गयी थी। इसमें राहुल की बाइक के साथ पीछे बैठा सिकंदर पोद्दार का 24 वर्षीय पुत्र शुभम पोद्दार लाइनर का काम किया। पुलिस ने इस मामले में लाइनर समेत तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस हत्थे चढ़े बदमाशों में बलिया थाना के दनौली फुलबड़िया गांव निवासी सूचित यादव का 20 वर्षीय पुत्र शैलेश कुमार, परमानंद यादव का 22 वर्षीय पुत्र रामलगन कुमार व बड़ी बलिया निवासी सिकंदर पोद्दार का 24 वर्षीय पुत्र शुभम का नाम शामिल है।
पुलिस ने इन लोगों के पास से लूटी गयी पांच लाख रुपये में से 1.60 लाख रुपये बरामद किये गये। साथ ही दो देसी कट्टे, दो बाइक, आठ गोलियां भी जब्त की गयी। इसके साथ ही नौ अप्रैल को लाखो थाना क्षेत्र के पनसल्ला गांव के समीप एनएच-31 पर दिनदहाड़े कचरा व्यवसायी राहुल पोद्दार की गोली मारकर हत्या के मामले का खुलासा हो गया। यह दावा एसपी मनीष कुमार ने दिया। वे शनिवार को अपने कार्यालय कक्ष में प्रेसवार्ता कर हत्याकांड का खुलासा करने का दावा कर रहे थे। एसपी ने बताया कि पांच लाख रुपये लूट कर व्यवसायी की गोली मारकर हत्या के मामले में तत्काल उसकी बाइक के पीछे बैठा सिकंदर पोद्दार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। मृतक के पिता ने सिकंदर पोद्दार समेत पोखरिया के तीन भाइयों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। इस कांड का उद्भेदन के लिए सदर एसडीपीओ एक सुबोध कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था। 23 मई को सूचना मिली कि तीन बदमाश हथियार के साथ एक बाइक पर सवार होकर पनसल्ला की ओर जा रहा है। घेराबंदी के बाद बाइक पर सवार तीनों को पकड़ा गया तो तीनों ने अपना नाम शैलेश, रामलगन व शुभम बताया। तीनों से पूछताछ करने पर व्यवसायी हत्याकांड में अपनी संलिप्ता स्वीकार करते हुए हत्याकांड का मास्टरमाइंड समेत लाइनर का भी नाम बताया। शुभम को थी पैसे की जरूरत, पिता के साथ रची साजिश एसपी ने बताया कि हत्याकांड का मास्टरमाइंड सिकंदर पोद्दार है जिसे पहले ही जेल भेजा जा चुका है। दोनों पिता-पुत्र ने ही हत्या की साजिश रची। शुभम को पैसे की सख्त जरूतर थी। इसलिए पिता को रिश्तेदार के बहाने साथ बेगूसराय गया व लौटने के दौरान हत्या कर दी गयी। इसमें मृतक के पिता ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी। इसमें व्यवसायी प्रतिस्पर्द्धा को लेकर नगर थाना के पोखरिया के रहने वाले तीन भाइयों को नामजद बनाया गया था। लेकिन जांच व अनुसंधान से पता चला कि हत्याकांड में इन तीनों भाइयों की भूमिका नहीं आ रही है। बलिया से थे आये थे बाइक सवार बदमाश, लूट के बाद भागा था गंगौर एसपी ने बताया कि पोखरिया के तीन भाइयों को नामजद अभियुक्त बनाये जाने के बाद पुलिस जांच में जुटी थी। पुलिस को अंदाजा था कि बदमाशों ने बेगूसराय से ही व्यवसायी का पीछा किया था। लेकिन तकनीकि अनुसंधान से पता चला कि व्यवसायी का हत्यारा बेगूसराय से नहीं बल्कि बलिया की ओर से आये थे। रुपये लूट के बाद वे लोग सीधे खगड़िया जिले के गंगौर चले गये जहां रुपये का आपस में बंटवारा किये। बाइक को गंगौर में ही एक रिश्तेदार के यहां छिपाकर रख दी गयी। हत्याकांड में प्रयोग करने वाला हथियार बरामद एसपी ने बताया कि जिस हथियार का प्रयोग हत्या करने में किया गया था बदमाशों ने उसे जयंती पेट्रोल पंप के समीप एक बगीचा स्थित झाड़ी में छिपाकर रख दिया गया। बदमाशों की निशानदेही पर पुलिस ने काला प्लास्टिक में रखा गया एक पिस्तौल व दो गोलियां बरामद की गयी। साथ ही निशानदेही के आधार पर ही दनौली फुलबड़िया गांव निवासी शैलेश कुमार के घर से 1.60 लाख रुपये नगद बरामद किये गये। घटना में प्रयुक्त बाइक को रामलगन के रिश्तेदार गंगौर से बरामद की गयी।
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